नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद मैं साइबर फ्रॉड का ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें भोले भाले लोगों को फंसा कर उन्हें अपनी ठगी का शिकार बनाया गया. गुरुवार को गाजियाबाद की थाना नंदग्राम पुलिस ने साइबर फ्रॉड के दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इन अपराधियों ने भोले-भाले लोगों को नौकरी दिलाने के बहाने बैंक खाते खुलवाए और उनके खातों का अवैध तरीके से इस्तेमाल किया. खातों में 50 लाख रुपये से अधिक की ट्रांजेक्शन करवाई. पुलिस ने इनके पास से 21 अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड, 21 पासबुक, 6 सिम कार्ड, और 3 मोबाइल फोन बरामद किए हैं.
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा: बुधवार को पीड़ित करन ने नंदग्राम थाने में सूचना दी कि आरोपियों ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर उन्हें और अमान को प्रशिक्षण दिलाने का झांसा देकर उनके दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए. इसके बाद उनके बैंक खातों का उपयोग अवैध रूप से रुपये की धोखाधड़ी में किया गया.
पुलिस की कार्रवाई: पुलिस ने शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए मुखबिर की सूचना पर 9 जनवरी गुरुवार को नंदी पार्क राजनगर एक्सटेंशन पुस्ता रोड के पास से रवि चोपड़ा और मनीष नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने इनके पास से धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए दस्तावेज और उपकरण बरामद किए. आरोपियों ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया, और बताया कि वे भोले-भाले लोगों को नौकरी का लालच देकर उनके दस्तावेजों का इस्तेमाल बैंक खाते खोलने और साइबर धोखाधड़ी में करते थे. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है, और फरार आरोपी की तलाश जारी है. वही एसीपी पूनम मिश्रा का कहना है कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
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