नई दिल्ली: डीयू में इन दिनों शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए ऑनलाइन मोड से दाखिला प्रक्रिया जारी है. वहीं इस दौरान आरक्षित वर्ग के छात्र प्रमाणपत्र न बनने की परेशानी से दो चार हो रहे हैं.
ऐसे में अरुण गुप्ता,अतिरिक्त जिला अधिकारी (एडीएम) दक्षिणी दिल्ली ने बताया कि सभी सरकारी अफसरों और दफ्तरों के ज्यादातर कर्मचारियों की ड्यूटी इन दिनों कोविड-19 के लिए लगी थी. जिससे प्रमाणपत्र बनने में देरी हो रही थी.
वहीं डीयू सहित कई विश्वविद्यालय में चल रही दाखिला प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए सभी डिस्ट्रिक्ट ऑफिस में प्रमाण पत्र बनाने के लिए कुछ अधिकारियों की की ड्यूटी लगा दी गई है. जिससे छात्रों को कोई परेशानी न हो.
आरक्षित श्रेणी के प्रमाण पत्र बनने की प्रक्रिया शुरू
बता दें कि डीयू में दाखिले के दौरान आरक्षित श्रेणी एससी/एसटी/ ओबीसी/ ईडब्ल्यूएस के तहत दाखिला लेने वाले छात्रों को खासी परेशानी हो रही थी. उनका कहना था कि डिस्ट्रिक्ट ऑफिस में कर्मचारियों की कमी का हवाला देते हुए उनके सर्टिफिकेट नहीं बनाए जा रहे हैं.
इन तमाम बातों को संज्ञान में लेते हुए अरुण गुप्ता, अतिरिक्त जिला अधिकारी (एडीएम), दक्षिणी दिल्ली ने कहा कि सभी सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों की ड्यूटी कोविड-19 में लगी हुई थी. वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय सहित बाकी विश्वविद्यालयों में जारी दाखिला प्रक्रिया को देखते हुए कुछ कर्मचारी डिस्ट्रिक्ट ऑफिस में प्रमाण पत्र बनाने के लिए नियुक्त कर दिए गए हैं.
समय से पहले प्रमाण पत्र के लिए करें आवेदन
वहीं उन्होंने बताया कि प्रमाणपत्र बनाने के लिए जरूरी है कि छात्र कुछ बातों का ध्यान रखें. सबसे पहले तो ये कि वो समय से पहले आवेदन करें. उन्होंने कहा कि प्रमाण पत्र जारी करने में सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है. जब दाखिले की अंतिम तारीख से एक दिन पहले ही छात्रों के आवेदन आते हैं.
ऐसे में इतनी जल्दी इतनी बड़ी संख्या में प्रमाणपत्र जारी करना बहुत मुश्किल हो जाता है. क्योंकि ये एक संवेदनशील दस्तावेज है. जिसे हर तरह की जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही जारी किया जा सकता है. ऐसे में उन्होंने छात्रों को सलाह दी है कि वो समय से पहले ही आवेदन करें. जिससे सुचारू रूप से उन्हें प्रमाण पत्र जारी किया जा सके.
ई-डिस्ट्रिक्ट पर अप्लाई कर पा सकते हैं प्रमाण पत्र
वहीं उन्होंने कहा कि प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया में छात्रों की सहूलियत का भी खासा ध्यान रखा गया है. इसलिए जिन्हें तत्काल रुप से प्रमाण पत्र की आवश्यकता है. उसे भी सभी दस्तावेज अगर सही है तो 1 दिन के अंदर ही प्रमाण पत्र जारी कर दिया जा रहा है. वहीं एडीएम अरुण गुप्ता ने कहा कि यदि छात्र समय पर अपना प्रमाणपत्र चाहते हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि छात्र अपनी तरफ से कोई कमी ना छोड़े.
ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड कर प्रमाणपत्र के लिए आवेदन करें. जिससे समय रहते उन्हें प्रमाण पत्र जारी किया जा सके. उन्होंने कहा कि आवेदन करने से पहले छात्र दस्तावेज संबंधी सभी दिशा निर्देशों को ध्यान से पढ़ें.