नई दिल्ली : अखिल भारतीय मन्दिर मठ समन्वय समिति ने वसन्त विहार में अपना कार्यालय खोला है. कार्यालय का उद्घाटन साधु महात्माओं की उपस्थिति में वेदों मंत्राचरणों के बीच हुआ. समिति का उद्देश्य सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करना और जन-जन तक पहुंचाना है.
समिति के लोगों का मानना है कि भारत में पश्चिमी सभ्यता के तहत लोग सनातन धर्म के संस्कृति से अलग होते जा रहे हैं. ऐसे में यह समिति जन-जन तक सनातन धर्म का प्रचार करेगी. साथ ही साथ पूरे भारत में तमाम मठ और मंदिरों में समन्वय बनाकर रखेगी.
देश के अलग-अलग राज्यों या शहरों में मठ या मंदिर को लेकर कई सारी समस्या हैं, जो अक्सर सामने आती हैं. यह समिति मठ और मंदिर के किसी भी तरह की समस्या के लिए कार्य करेगी. फिलहाल इस समिति का कार्यालय वसंत विहार में खोला गया है.
समिति का कहना है कि इस तरह का कार्यालय देश राज्य और प्रखंड के अलग-अलग हिस्सों में और भी खोला जाएगा. इस कार्यालय का उद्घाटन स्वामी गोपेश्वर देव जी महाराज के द्वारा किया गया. साथ ही कई बड़े साधु संत इस मौके पर मौजूद थे. वेदो के मंत्रोच्चार और पूरे विधि-विधान के साथ इस कार्यालय का उद्घाटन किया गया. अखिल भारतीय मठ मन्दिर समन्वय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए अमेरनाथ शिंगदेवा की ताजपोशी की गई.
इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरनाथ सिंह को एक बड़ी जिम्मेदारी देते हुए मठाधीशों का भी कहना है कि यह एक नेक कार्य है और इसके लिए देश के सभी मठ मंदिर समितियां एक साथ मिलकर सनातन धर्म के लिए काम करेंगे. साथ ही आशा है कि जो नई जिम्मेदारी मठ मन्दिर समन्वय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमेरनाथ शिंगदेवा जी को दी गई है वो उस पर पूरी निष्ठा के साथ खड़े उतरेंगे.
ये भी पढ़ें-किराड़ी: धर्म जागरण परिषद और कांग्रेस करवा रहे हैं पांचों वार्डो में सैनिटाइजेशन
समिति का मानना है कि देश पश्चिमी सभ्यता की तरफ जा रहा है. जिसको रोकना अति आवश्यक है. समिति का ये भी कहना है कि लोग अपने माता-पिता का आदर नहीं कर रहे हैं. जिसके कारण उन्हें वृद्धा आश्रम मे रहना पड़ता है. जिस वजह से देश मे जगह-जगह वृद्धाश्रम खुल रहे हैं, जो काफी चिन्ता का विषय है.
ये समिति इसको रोकने का प्रयास करेंगी, जिसके लिए हमारे पौराणिक सभ्यता सनातन धर्म का प्रचार प्रसार बहुत जरूरी है, जिसके लिए हमारे देश के साधु समाज का योगदान बहुत ही जरूरी है.
ये भी पढ़ें-Yoga Day 2021 : योग धर्म नहीं बल्कि एक साधना है, इसे हर दिन करना चाहिए