नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में दीपावली के दूसरे दिन से ही दिल्ली की आबोहवा खराब हो चुकी है. जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही घातक है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचने पर ऐलान किया है कि दिल्ली में स्कूली बच्चों को 50 हजार मास्क बांटे जाएंगे. जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.
तमाम मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में हर बार की अपेक्षा इस बार कम पटाखे छोड़े गए हैं, लेकिन दिल्ली की आबोहवा पिछले साल की दिवाली की तुलना में बेहद ही खराब है और ये चिंता का विषय है.
दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर
सीएम केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने की मुख्य वजह पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली का जलाना है. साथ ही सीएम ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया था कि वे इसे रोकने के लिए कदम उठाएं. दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बेहद ही चिंताजनक बनी हुई है.
सीएम की पंजाब-हरियाणा सरकार से अपील
साथ ही सीएम केजरीवाल ने मंगलवार को एक ट्वीट भी किया था. जिसमें सीएम ने लिखा था कि दिल्लीवासियों की ओर से मेरी पंजाब-हरियाणा की सरकारों से हाथ जोड़ कर अपील है कि तुरंत कुछ ठोस कदम उठाएं और दिल्ली को गैस चैंबर बनने से बचाएं. हमारे स्तर पर हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं और करते रहेंगे.
'बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी के लिए ना भेजें'
वहीं दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय की तरफ से दिए सर्कुलर के मुताबिक दिल्ली के सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूल को निर्देश दिया गया है कि बच्चों के अभिभावकों को मौजूदा वायु प्रदूषण के प्रति जागरूक किया जाए.
बच्चों के अभिभावकों को समझाया जाए कि जब तक वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है. तब तक बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी के लिए ना भेजें, क्योंकि प्रदूषण के मौजूदा स्तर से बच्चों की सेहत को नुकसान हो सकता है और वहीं बच्चों को घर से बाहर ना निकलने की भी सलाह दी गई है.
हर दिन बढ़ रही है मरीजों की संख्या
दरअसल प्रदूषण के कारण 30 फ़ीसदी लोग रोजाना सांस लेने की तकलीफ सीने में दर्द और खांसी शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव अनिल गोयल का कहना है कि हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जितना संभव हो घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी है. साथ ही जरूरत पड़े तो मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं.