नई दिल्लीः कोरोना काल में बसों में आधी सवारी बिठाने की वजह से सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था चरमरा सी गई है. सीट खाली नहीं होने की वजह से अधिकांश स्थानों पर बसें रुक ही नहीं रही हैं. हद तो ये है कि इससे निपटने के लिए सरकार से बसें बढ़ाने का अनुरोध किया जाता है, तो वो भी बसों की सीमित संख्या का बहाना करने लगती है.
नंगली, पूना और खेड़ा कलां में नहीं रुकती बस
कोरोना की वजह से नंगली पूना और खेड़ा कलां के लोगों को यातायात की काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल जीटी रोड पर स्थित नंगली से होकर है पास की कई कॉलोनियों मसलन होलंबी कलां, इब्राहिमपुर, खेड़ा खुर्द के लोगों का आवागमन होता है.
![nangli people are not getting bus service](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/dl-sh-01-nanglipeoplearenotgettingbusservice-vis-dlc10034_28102020070954_2810f_1603849194_351.jpg)
इन दिनों यहां के लोगों को काफी परेशानी हो रही है, क्योंकि अधिकांश बसें सीट नहीं होने की वजह से रुकती ही नहीं है, इसलिए लोगों को घंटों स्टैंड पर ही बिताना पड़ता है. इससे काम पर जाने वालों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि इसकी वजह से वे लेट हो रहे हैं.
मेट्रो ने फीडर सेवा चलाने से किया इनकार
इस इलाके से जाने वालों में बड़ी संख्या में लोग मेट्रो में भी सफर करते हैं. इसलिए बसों की इस समस्या को देखते हुए, जब मेट्रो से इस इलाके में फीडर सेवा चलाने का अनुरोध किया गया तो मेट्रो ने फीडर की सीमित संख्या का बहाना करते हुए इसे टाल दिया. ऐसे में अब लोगों का सवाल है कि अगर उन्हें दिल्ली में सुविधा नहीं मिल सकती है, तो वे इसके लिए क्या दूसरे राज्यों से मांग करें.