नई दिल्ली: उत्तरकाशी टनल ऑपरेशन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले दिल्ली के श्रमवीरों से सीएम अरविंद केजरीवाल ने मुलाकात की. अपने आवास पर शुक्रवार को मुलाकात के दौरान सीएम ने सभी का स्वागत और सम्मान किया. इन श्रमवीरों ने टनल में फंसे लोगों तक पहुंचाने में आ रही सबसे मुश्किल बाधा को पार किया था. ये सभी लोग दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रहते हैं. टनल में फंसे 41 लोगों को निकालने के प्रयास में जब अमेरिकन ऑगर मशीन फेल हो गई तो इनकी मदद ली गई.
केजरीवाल ने सभी के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि आपने अपनी जान की बाजी लगाकर बिना सोए रात-दिन मेहनत करके टनल में फंसे 41 लोगों की जिंदगी बचा ली. आज दुनिया बहुत स्वार्थी है. इतनी स्वार्थी दुनिया के अंदर कोई किसी के बारे में नहीं सोचता है. सबसे पहले आदमी ये सोचता है कि मेरा क्या होगा? मेरे साथ कुछ हो गया तो मेरे बच्चों का क्या होगा? मेरे परिवार का क्या होगा?
CM ने कहा कि आदमी सबसे पहले अपने बारे में सोचता है. ऐसी दुनिया के अंदर आप जैसे लोग भी हैं. आप लोगों ने जो बहादुरी का काम किया है, उसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है. आज सारा देश आप सभी की चर्चा कर रहा है कि आप लोगों ने लगातार रात-दिन काम करके 41 लोगों की जिंदगियां बचाई. मेरे लिए यह बहुत ही सौभाग्य की बात है कि आज आप सभी के साथ बैठ कर बातचीत करने का मौका मिला.
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केजरीवाल ने सुनी दास्तांः इस दौरान श्रमिकों ने सीएम अरविंद केजरीवाल को टनल में फंसे 41 लोगों तक पहुंचने से पहले आई चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अमेरिकन ऑगर मशीन बहुत ही गर्म थी. जिस रॉड को काटना था, वो भी बहुत ज्यादा गर्म था. इनके बीच इंच-इंच भर की दूरी थी. इसको काटना बहुत ही चुनौतीपूर्ण था. गर्मी से खुद को बचाते हुए हमने सारे ऑगर्स रॉड को काटा. हमने 36 घंटे तक बिना सोए, बिना झपकी लिए काम किया और आखिरकार टनल में फंसे 41 लोगों तक पहुंच गए.
इन श्रमवीरों ने टीम वर्क कर बचाई जानः मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड में टनल में फंसे 41 लोगों को बाहर निकालने के कार्य में दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े 15 लोग शामिल है. ये लोग डीजेबी से जुड़ी एलआर शर्मा एंड कंपनी के साथ काम करते हैं और दिल्ली के अलग-अलग हिस्से में रहते हैं. इन 15 लोगों की तीन टीमें थी, जिसको अलग-अलग काम में विशेषज्ञता हासिल है. इन्होंने संयुक्त प्रयास किया और टनल में फंसे लोगों तक पहुंचने में आई मुश्किलों को पार किया.
इसमें झाड़ू राम निवासी नांगलोई, राधे रमन दुबे निवासी महावीर विहार कॉलोनी, अमित कुमार रजक निवासी महावीर विहार कॉलोनी, टिंकू दुबे निवासी महावीर विहार कॉलोनी और शशिकांत कुमार निवासी जय विहार फेज तीन बपरौला के अलावा निर्मल मिश्रा शामिल हैं. इनको टनल के अंदर काम करने का काफी अच्छा अनुभव है और बेहतरीन वेल्डर हैं. इन्होंने फंसे लोगों को निकालने के लिए टनल और पाइप के अंदर कटिंग और वेल्डिंग का काम किया.
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दूसरी टीम में दिल्ली में रह रहे मोहम्मद अहमद, नांगलोई के ओम प्रकाश और कंझावला निवासी धूरेंद्र राय शामिल थे. इनके पास टनल के अंदर पाइप फिटिंग का शानदार अनुभव है. इन्होंने धक्का देने के लिए पाइप फिटिंग का काम किया. तीसरी टीम में दिल्ली में रह रहे राकेश राजपूत, महिपाल लोधी, सूर्य मोहन राय, परसादी लोधी, भूपेंद्र लोधी और जतराम लोधी शामिल थे. इनके पास टनल के अंदर पाइप को मैन्युअली धकेलने की विशेषज्ञता हासिल है.