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लिंगानुपात के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आशा वर्करों ने निकाली रैली

देश में लिंगानुपात को संतुलित बनाए रखने के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक कई जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं. अभियान के माध्यम से भ्रूण हत्या जैसे अपराध पर अंकुश लगाने का संदेश दिया जा रहा है. सोमवार को दिल्ली के रोहिणी इलाके में एक ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली. यहां आम आदमी पॉली क्लीनिक के आशा वर्करों ने जागरुकता रैली निकाली गई.

आशा वर्करों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर निकाली जागरूकता रैली
आशा वर्करों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर निकाली जागरूकता रैली
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Published : Jan 30, 2023, 6:53 PM IST

आशा वर्करों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर निकाली जागरूकता रैली

नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी में सोमवार को आशा वर्करों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर जागरुकता रैली निकाली गई. रोहिणी सेक्टर 4 और विजय विहार की विभिन्न चौक चौराहों से होती हुई यह रैली गुजरी. इसके माध्यम से लिंग अनुपात को लेकर समाज को जागरूक करने का भरसक प्रयास किया गया. डॉक्टर ने रैली के माध्यम से बेटा बेटी एक समान का दिया नारा.

देश में लिंगानुपात को संतुलित बनाए रखने के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक कई जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं. तमाम जागरुकता अभियान के माध्यम से भ्रूण हत्या जैसे अपराध पर अंकुश लगाने का संदेश दिया जा रहा है. सोमवार को दिल्ली के रोहिणी इलाके में एक ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली. यहां आम आदमी पॉली क्लीनिक के आशा वर्करों द्वारा जागरुकता रैली निकाली गई. रैली रोहिणी सेक्टर 4 स्थित आम आदमी पॉली क्लीनिक से शुरू की गई, जो रोहिणी सेक्टर 4 और विजय विहार के विभिन्न गलियों और चौक चौराहों से होती हुई गुजरी.

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पोस्टर और बैनरों के माध्यम से आशा वर्करों ने बेटा-बेटी एक समान का संदेश दिया. पॉली क्लीनिक के इंचार्ज डॉक्टर अक्षय ने बताया कि 18 जनवरी से 31 जनवरी के बीच बेटी शक्ति के रूप में एक अभियान के तौर पर मनाया जाता है. इसी अभियान में हिस्सेदारी निभाते हुए आशा वर्करों ने यह जागरुकता रैली निकाली. डॉ अक्षय ने बताया कि लोगों को लिंग अनुपात के प्रति जागरूक करना इसका एकमात्र मकसद है. उन्होंने कहा कि बेटा बेटी में भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए. बेटी की परवरिश भी बेटे की तुलना में एक समान अधिकार से करना चाहिए.

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आशा वर्करों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर निकाली जागरूकता रैली

नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी में सोमवार को आशा वर्करों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर जागरुकता रैली निकाली गई. रोहिणी सेक्टर 4 और विजय विहार की विभिन्न चौक चौराहों से होती हुई यह रैली गुजरी. इसके माध्यम से लिंग अनुपात को लेकर समाज को जागरूक करने का भरसक प्रयास किया गया. डॉक्टर ने रैली के माध्यम से बेटा बेटी एक समान का दिया नारा.

देश में लिंगानुपात को संतुलित बनाए रखने के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक कई जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं. तमाम जागरुकता अभियान के माध्यम से भ्रूण हत्या जैसे अपराध पर अंकुश लगाने का संदेश दिया जा रहा है. सोमवार को दिल्ली के रोहिणी इलाके में एक ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली. यहां आम आदमी पॉली क्लीनिक के आशा वर्करों द्वारा जागरुकता रैली निकाली गई. रैली रोहिणी सेक्टर 4 स्थित आम आदमी पॉली क्लीनिक से शुरू की गई, जो रोहिणी सेक्टर 4 और विजय विहार के विभिन्न गलियों और चौक चौराहों से होती हुई गुजरी.

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पोस्टर और बैनरों के माध्यम से आशा वर्करों ने बेटा-बेटी एक समान का संदेश दिया. पॉली क्लीनिक के इंचार्ज डॉक्टर अक्षय ने बताया कि 18 जनवरी से 31 जनवरी के बीच बेटी शक्ति के रूप में एक अभियान के तौर पर मनाया जाता है. इसी अभियान में हिस्सेदारी निभाते हुए आशा वर्करों ने यह जागरुकता रैली निकाली. डॉ अक्षय ने बताया कि लोगों को लिंग अनुपात के प्रति जागरूक करना इसका एकमात्र मकसद है. उन्होंने कहा कि बेटा बेटी में भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए. बेटी की परवरिश भी बेटे की तुलना में एक समान अधिकार से करना चाहिए.

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