नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में मॉनसून की भारी बरसात के बाद लगातार दिल्लीवासियों को जलभराव की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम प्रशासन के द्वारा कहा गया था कि वह जलभराव होने वाली जगहों को चिन्हित करके उन सभी जगहों पर निगम के द्वारा साइन बोर्ड लगाएगी. जिस पर निगम अधिकारियों के नंबर अंकित होंगे. जो जलभराव होने की स्थिति में लोगों की जलभराव की समस्या से निपटने में सहायता करेंगे.
इसी बीच जब ईटीवी भारत की टीम उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा लगाए गए साइन बोर्ड का रियलिटी चेक करने पुरानी दिल्ली क्षेत्र में गई, तो अजमेरी गेट, चावड़ी बाजार ओर कमला मार्केट के अंदर निगम के द्वारा जलभराव की समस्या के मद्देनजर कोई साइन बोर्ड नहीं लगाया गया था. हालांकि स्थानीय निगम पार्षद और निगम के बोर्ड जरूर लगे मिले. लेकिन ऐसा कोई भी बोर्ड नहीं मिला जिस पर जलभराव की समस्या से निपटने के लिए अधिकारियों के नंबर अंकित हो.
स्थानीय व्यापारियों ने साझा की अपनी परेशानी है
रियलिटी चेक के दौरान ईटीवी भारत की टीम ने चावड़ी बाजार के स्थानीय व्यापारियों से जलभराव की समस्या को लेकर बातचीत की तो व्यापारियों ने स्पष्ट रूप से बताया कि मानसून की भारी बरसात के बाद चावड़ी बाजार की सड़कों पर ना सिर्फ 2 फीट तक पानी जमा हो जाता है बल्कि दुकानों के अंदर भी पानी चला जाता है. जिससे व्यापारियों को नुकसान भी होता है.
साथ ही व्यापारियों ने यह भी बताया कि जलभराव की समस्या से निपटने के लिए यहां पर कभी भी कोई निगम अधिकारी नहीं आता है. और तो और चावड़ी बाजार की सड़क की हालत बहुत ज्यादा खराब है. पूरी सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो रखे हैं. चावड़ी बाजार के अंदर सड़कों को बने हुए एक अरसा बीत गया है.
मेयर जयप्रकाश ने रखी अपनी बात
रियलिटी चेक करने और व्यापारियों से स्थानीय समस्या के बारे में बातचीत करने के बाद ईटीवी भारत की टीम पहुंची उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जयप्रकाश के आधिकारिक निवास मेयर हाउस पहुंची. जहां ईटीवी भारत की टीम ने मेयर जयप्रकाश से सटीक और कड़े सवाल करते हुए जलभराव की समस्या पर प्रशन पूछा. तो मेयर जयप्रकाश ने पहले तो सवाल का गोलमाल जवाब देते हुए कहा कि निगम ने साइन बोर्ड लगाए थे. लेकिन भारी बरसात और तेज हवा चलने की वजह से साइन बोर्ड उड़ गए होंगे.
मुझसे सीधे कर सकते हैं शिकायत- मेयर
वहीं जब ईटीवी भारत की टीम ने बताया कि साइन बोर्ड लगे ही नहीं है और निगम के दावे झूठे साबित हो रहे है. तीन तीन बड़ी मार्केट के अंदर एक भी साइन बोर्ड नही लगे है. तो मेयर जयप्रकाश ने कहा कि वह खुद पूरे मामले पर संज्ञान लेंगे अगर कहीं पर भी किसी प्रकार की चूक है तो उसे ठीक किया जाएगा. यदि किसी भी व्यापारी या हमारे क्षेत्र के नागरिक को कोई भी तकलीफ है जलभराव को लेकर और उसमें निगम की भूमिका है तो वह स्वयं सीधे मुझसे आकर शिकायत कर सकता है या फिर मेरे नंबर पर सीधे शिकायत कर सकता है. समस्या का समाधान तुरंत किया जाएगा.
दिल्ली सरकार पर साधा निशाना
साथ ही उन्होंने कही कि निगम में बहुत बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर है. कहां किस स्तर पर निगम के अधिकारी काम नहीं कर रहे है. पता करना कभी कभी बहुत कठिन होता है. ऐसे में अगर जनता हमें सही समय पर इस बारे में जानकारी दें तो हम ना सिर्फ उसमें सुधार करेंगे बल्कि अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. जहां तक साइन बोर्ड का सवाल है तो दिल्ली सरकार ने हमें इस पूरे मामले में किसी प्रकार कोई सहयोग नहीं किया है. आज दिल्ली जलभराव की जिस गंभीर समस्या से जूझ रही है. उसके लिए पूर्णता जिम्मेदार दिल्ली सरकार है.
कुल मिलाकर देखा जाए तो राजधानी दिल्ली की जनता जलभराव की गंभीर समस्या से रोजाना दो चार हो रही है. जबकि दिल्ली के नेता जलभराव की समस्या को लेकर अभी भी नादान बने हुए हैं और एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं. पिछले कई सालों से दिल्ली के यही हालात है यदि सरकारी महकमे और दिल्ली के नेता अपनी जिम्मेदारी लेने लग जाए तो दिल्ली में जलभराव की समस्या ही खत्म हो जाए. बहराल जलभराव की समस्या को लेकर एक बार फिर राजनीति अपने चरम पर है.