नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 11 मई से ग्रीष्मकालीन शुरू हो गया है और यह 30 जून तक रहेगा. इधर जहां सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए मिशन बुनियाद की क्लासेस और 10वीं-12वीं की एक्स्ट्रा क्लास चलेंगी. वहीं, दूसरी तरफ स्कूलों के बाहर रहने वाले बच्चों की पहचान कर उनका उसी स्कूल में नामांकन कराया जाएगा. इसके लिए शिक्षा विभाग ने 237 टीम नियुक्त किए हैं. यह टीम दिल्ली के विभिन्न जिलों में जाकर सर्वे करेंगे. यह सर्वे 30 जून तक चलेगा.
इस संबंध में शिक्षा विभाग ने एक परिपत्र जारी किया है. शिक्षा विभाग ने अपने परिपत्र में कहा है कि एसटीसी शिक्षक और आरपी (सीडब्ल्यूएसएन) सीआरसीसी के साथ स्कूल से बाहर के बच्चों को नामांकित करने के लिए उनकी पहचान करने के लिए एक व्यापक सर्वेक्षण करेंगे. सीआरसीसी की अध्यक्षता में समग्र शिक्षा-दिल्ली सर्वेक्षण टीम के सदस्य एक जिलेवार सर्वेक्षण करेंगे और जिला शहरी द्वारा निगरानी/मार्गदर्शित/पर्यवेक्षण किया जाएगा. गौर करने वाली बात है कि दिल्ली सरकार सभी बच्चों को शिक्षा मुहैया प्रदान करना चाहती है. इस कड़ी में यह एक पहल है, जो सर्दियों और गर्मियों के छुट्टियों के दौरान शुरू की जाती है.
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आयु वर्ग के बच्चों की पहचान की जाएगी: 237 टीम स्कूलों के बाहर 6 साल से कम, 6 से10 साल 11 से 14 साल और 15 से 19 साल बच्चों की पहचान करेंगे. यह टीम पहचान योग्य आधिकारिक प्रतीक चिन्ह वाली सर्वेक्षण किट पहनेंगे जो उन्हें आसान पहचान और अधिकतम जानकारी प्राप्त करने के लिए लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए दी गई है. वे अपने दैनिक सर्वेक्षण रिकॉर्ड संबंधित डीयूआरसीसी को रिपोर्ट करेंगे और वही रिकॉर्ड समग्र शिक्षा-मुख्यालय, दिल्ली में ओओएससी सेल को रोजाना शाम 5 बजे तक भेज दिया जाएगा.
सर्वे में चयनित बच्चों को 15 जुलाई तक दाखिला: 237 टीमों द्वारा जिन-जिन जिलों में बच्चों की पहचान कर सर्वे किया जाएगा. उन्हें 15 जुलाई तक स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा. इस संबंध में इन टीमों ने कितने बच्चो का दाखिला स्कूलों में कराया इसकी एक रिपोर्ट 18 जुलाई तक शिक्षा विभाग को भी देनी होगी.
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