नई दिल्ली: क्रिसमस को कुछ दिन बाकी हैं, लेकिन इस बार क्रिसमस पर कोरोना का साया भी है. हर साल क्रिसमस पर जो धूम और रौनक देखने को मिलती थी, वह इस बार नहीं है. क्रिसमस पर सजावट के सामान से बाजार जरूर सज चुके हैं लेकिन खरीददारी के लिए लोग बहुत कम पहुंच रहे हैं.
कोरोना के बीच क्रिसमस की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत के रिपोर्टर दक्षिण दिल्ली स्थित कालकाजी मार्केट में पहुंची. जहां क्रिसमस के लिए क्रिसमस ट्री और अलग-अलग प्रकार के सेंटा क्लॉज से दुकानें सजी हुई है, इन सब में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र इस बार म्यूजिकल सेंटा बना हुआ है.
अलग-अलग दाम और अलग-अलग प्रकार के म्यूजिकल सेंटा लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं. इसके साथ ही दुकानों पर अलग-अलग साइज के क्रिसमस ट्री भी मौजूद है, दुकानों पर 10 फीट तक के क्रिसमस ट्री लोग खरीद रहे हैं. मान्यताओं के अनुसार क्रिसमस पर घर में क्रिसमस ट्री सजाने का खूब क्रेज होता है, ना केवल ईसाई धर्म के लोग बल्कि अलग-अलग धर्मों के लोग भी अपने घर क्रिसमस की सजावट करते हैं और क्रिसमस ट्री सजाते हैं.
दुकानों पर नहीं पहुंच रहे खरीदार
दुकानदार रविंद्र ने बताया कि हर बार क्रिसमस से करीब 15 दिन पहले लोग सजावट का सामान खरीदने के लिए दुकानों पर आते थे. दिसंबर आते ही हम अलग-अलग प्रकार का सामान लेकर आ जाते थे लेकिन इस बार स्कूल कॉलेज बंद है.
खासतौर पर स्कूलों में बच्चे सैंटा क्लॉस की ड्रेस और क्रिसमस ट्री के साथ अलग-अलग सजावट का सामान लेकर जाते थे, लेकिन इस बार ना तो ऑफिसों में क्रिसमस के लिए कोई कार्यक्रम हो रहा है, और स्कूल भी बंद है इसीलिए बहुत कम लोग हैं जो खरीदारी के लिए आ रहे हैं. अन्य दुकानदार सोनिया ने कहा कि लोग इस बार क्रिसमस घर पर ही मनाने का प्लान कर रहे हैं इसीलिए घर पर ही सजावट का सामान लोग लेकर जा रहे हैं.
लोग घर पर ही मना रहे क्रिसमस
दुकानों पर पहुंचे खरीदारों ने बताया कि हर बार क्रिसमस पर घर सजाने के साथ-साथ बच्चों के लिए सेंटा क्लॉस की ड्रेस क्रिसमस ट्री आदि की खरीदारी करते थे, बाहर जाकर क्रिसमस मनाते थे लेकिन इस बार बाहर जाना नहीं हो पा रहा है, केवल घर पर ही रहकर क्रिसमस मनाएंगे.