नई दिल्ली : दिल्ली के रामलीला मैदान में कर्ज माफी योजना को लेकर हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया. कर्जे की मार झेल रहे हजारों की संख्या में देशभर के अलग-अलग राज्यों से पहुंचे लोगों ने सरकार से कर्ज माफी की मांग की. मंगलवार को रामलीला मैदान में प्रदर्शन किया.
अभियान का नेतृत्व कर रहे शाहनवाज चौधरी ने बताया कि देश में कर्जा मुक्त अभियान पिछले 14 महीनों से चल रहा है और साढ़े 3 लाख से ज्यादा लोग इस अभियान से जुड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि अब तक सात बार वित्त मंत्रालय को और चार बार प्रधानमंत्री कार्यालय को इस मामले में ज्ञापन भी भेजा जा चुका है. अभी तक सरकार की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया है. उन्होंने कहा कि इससे पहले हम लोगों ने जंतर मंतर पर भी प्रदर्शन किया था, लेकिन वहां पर ज्यादा लोग नहीं पहुंचे थे. रामलीला मैदान में हजारों की संख्या में देश के अलग-अलग राज्यों से कर्ज माफी की मांग को लेकर लोग यहां पर आए हुए हैं.
उन्होंने कहा कि पहले नोटबंदी ने मारा फिर देश में लगे लॉकडाउन के कारण लोगों के पास से रोजगार चल गया. काम धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया, जिसके बाद लोगों पर कर्ज बढ़ता चला गया. अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग जिलों से आए लोगों की यह मांग है कि कर्ज माफ किया जाए. जब देश में बड़े-बड़े उद्योगपति पूंजीपतियों का कर्ज माफ किया जा सकता है तो फिर इन गरीबों का कर्ज क्यों नहीं माफ किया जा सकता है.
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रामलीला मैदान में देश के अलग-अलग राज्यों से पहुंचे लोगों ने बताया कि हम लोगों ने काम धंधा करने के लिए अलग-अलग बैंकों से कर्जा लिया था. पहले नोटबंदी हुई और फिर उसके बाद लॉकडाउन हो गया, इसकी वजह से पूरा काम धंधा बंद हो गया. अगर सरकार कर्जा माफ नहीं करती तो कम से कम हम लोगों को कर्ज चुकाने के लिए समय दिया जाए. जो बैंक के अधिकारी और कर्मचारी आकर धमकाते हैं उन पर लगाम लगाया जाए.
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