नई दिल्ली: आने वाले कुछ सालों में जब आप लुटियंस दिल्ली यानि नई दिल्ली क्षेत्र से गुजरेंगे तो चंदन कि खुशबू से तरोताजा महसूस करने लगेंगे. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (New Delhi Municipal Council) ने अपने पार्कों में बड़े पैमाने पर चंदन के पौधे लगाने का निर्णय लिया है. इसके लिए तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश से फिलहाल एक हज़ार पौधे मंगवाए गए हैं.
एनडीएमसी (New Delhi Municipal Council) क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लोधी गार्डेन, नेहरू पार्क, सुंदर नगर नर्सरी, तालकटोरा गार्डन जैसे बड़े पार्कों में पहले चरण में चंदन के पौधे लगाए जाएंगे. इन पौधों को बचाने के लिए यहां सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात किए जाएंगे. ताकि पौधों को किसी तरह का नुकसान या चोरी होने से बचाया जा सके.
एनडीएमसी के सदस्य कुलजीत सिंह चहल कहते हैं कि राजघाट व पूर्वी दिल्ली के एक पार्क एवं उद्यानों में पहले से कुछ चंदन के पेड़ हैं. लेकिन देखभाल के अभाव ये पौधे नष्ट हो जाते हैं. इसलिए अब जिन पार्कों में चंदन के एक हज़ार पौधे लगाए जाएंगे वहां पौधों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों के मद्देनजर एनडीएमसी क्षेत्र में आने वाली आवासीय सोसायटी के पार्क‚ उद्यानों जैसे स्थानों पर लाल और सफेद चंदन के एक हजार पौधे लगाए जाएंगे. चंदन के पौधों की पहली खेप आ चुकी है और उन्हें पौधारोपण की तैयारी चल रही है. इन पौधों को सड़़क किनारे नहीं लगाया जाएगा. सड़़क किनारे चंदन के पौधे लगाए जाते हैं‚ तो उनकी चोरी हो सकती है या उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सकता है. ऐसे में सिक्योरिटी गार्ड़ का इस्तेमाल पौधों की सुरक्षा के लिए किया जाएगा.
14 से 15 साल में तैयार होता है चंदन का पेड़
एक चंदन का पेड़ 14 से 15 साल में तैयार होता है. इतने वर्षों में मौजूदा दरों के अनुसार एक पेड़ की कीमत 12 से 15 लाख रुपये है. चंदन का पौधारोपण, दिल्ली की वनस्पति विविधता को जोड़ने और सामान्य वातावरण को समृद्ध करने के अलावा, सरकारी भूमि से आमदनी को बढ़ावा भी देगा.
NDMC के दक्षिण क्षेत्र में 600 पौधे लगाए जाएंगे
जिसमें लोधी गार्ड़न‚ सरोजिनी नगर‚ चाणक्य पुरी जैसे क्षेत्र शामिल हैं‚ जबकि उत्तरी क्षेत्र में राजपथ‚ संसद मार्ग‚ कनॉट प्लेस‚ मदर टेरेसा क्रीसेंट और गोल मार्केट जैसे स्थान शामिल हैं. उद्यान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक चंदन के एक पौधे की कीमत करीब 275 रुपये है और इनकी ऊंचाई तीन से चार फुट के बीच है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप