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Delhi Floods: राजधानी में बाढ़ BJP की साजिश, हथिनीकुंड से केवल दिल्ली में पानी छोड़ा गया: सौरभ भारद्वाज - दिल्ली में बाढ़ के हालात

दिल्ली में बाढ़ के हालात बनने को लेकर मंत्री सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि दिल्ली में बीते छह दिनों से बारिश नहीं हो रही है लेकिन बाढ़ आ गई. इसका कारण यह है कि हथिनीकुंड बैराज की ईस्टर्न-वेस्टर्न कैनाल में पानी दिल्ली की तरफ छोड़ा गया. ईस्टर्न कैनाल में नहीं छोड़ा गया क्योंकि यह पानी सहारनपुर जाता.

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Published : Jul 15, 2023, 12:44 PM IST

Updated : Jul 15, 2023, 1:10 PM IST

दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज

नई दिल्ली: दिल्ली में आई बाढ़ का कारण भाजपा और केंद्र सरकार है. यह आरोप दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने लगाया है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीते छह दिन से जब बारिश नहीं हो रही तो दिल्ली में बाढ़ आ क्यों रही है? उन्होंने कहा कि 8 जुलाई को करीब 153 एमएम बारिश हुई. 9 जुलाई की शाम थोड़ी बारिश हुई. इसके बाद आज 15 जुलाई हो गई, लेकिन दिल्ली में बारिश नहीं हुई. तो फिर दिल्ली में बाढ़ क्यों आई? क्योंकि भाजपा और केंद्र सरकार ने
दिल्ली के लोगों को बाढ़ में झोंकने की पूरी कोशिश कर रही है.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यमुना का खतरे का निशान 205.33 मीटर है. 208.6 मीटर पर शुक्रवार तक यमुना का जलस्तर था. उन्होंने कहा कि सितंबर 1978 में यमुना से दिल्ली में बाढ़ आई थी, तब 207.49 मीटर पर यमुना का जल स्तर बह रहा था.

रेगुलेटर का क्या काम होता है?
सौरभ ने कहा कि कुछ भाजपा नेता कह रहे हैं कि रेगुलेटर का काम थोड़ी होता है पानी बांटना. अरे तो फिर रेगुलेटर होता क्यों है? यही तो काम है उसका. पानी को रेगुलेट करना. हथिनी कुंड के लॉग बुक में साफ है कि जब दिल्ली की तरफ पानी छोड़ा गया तो ईस्ट, वेस्ट कैनाल खाली रखे गए. उन्होंने कहा कि हथिनी कुंड का रेगुलेटर दिल्ली से 228 किमी दूर यमुनानगर में वहां से पानी आज छोड़ा जाएगा तो 48 घंटे बाद दिल्ली आएगा.

उन्होंने कहा कि हथिनी कुंड बैराज से तीन तरह से पानी निकलता है. ईस्टर्न, वेस्टर्न कैनाल और यमुना नदी. वेस्टर्न कैनाल से होते हुए पानी दिल्ली आता है. ईस्टर्न कैनाल का पानी सहारनपुर उत्तर प्रदेश जाता है और बीचों बीच यमुना नदी में जो पानी आता है वह आईटीओ होते हुए ओखला जाता है. 9 जुलाई से 13 जुलाई तक वेस्टर्न कैनाल में पानी नहीं छोड़ा गया और इसके बाद पूरी साजिश के तहत दिल्ली में पानी छोड़ा गया. जब हमारी टीम वहां पहुंची तब ईस्टर्न कैनाल में पानी छोड़ा गया.

ये भी पढ़ेंः Delhi Floods: आतिशी ने मुख्य सचिव से की डिविजनल कमिश्नर की शिकायत, कहा- मंत्रियों का निर्देश नहीं ले रहे अधिकारी

अधिकारियों को इस्तीफा दे देना चाहिए
सौरभ ने कहा कि इस संकट की घड़ी में अधिकारी मंत्री का निर्देश नहीं मान रहे हैं, जिससे लोगों को दिक्कत हो रही है. ऐसे अधिकारियों को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. सौरभ ने कहा कि पानी की कमी को दूर कर लिया जाएगा. वजीराबाद प्लांट बंद कर दिया गया है. ओखला प्लांट शुरू किया गया है. दिल्ली की एक चौथाई लोगों को दिक्कत आ रही है. सरकार भरपूर प्रयास कर रही है कि लोगों को पानी की सुविधा मुहैया कराई जाए.

ये भी पढ़ेंः Delhi Floods: सेना के इंजीनियरों की मदद से खुला ITO बैराज का जाम गेट, कम हो रहा यमुना का जलस्तर

दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज

नई दिल्ली: दिल्ली में आई बाढ़ का कारण भाजपा और केंद्र सरकार है. यह आरोप दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने लगाया है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीते छह दिन से जब बारिश नहीं हो रही तो दिल्ली में बाढ़ आ क्यों रही है? उन्होंने कहा कि 8 जुलाई को करीब 153 एमएम बारिश हुई. 9 जुलाई की शाम थोड़ी बारिश हुई. इसके बाद आज 15 जुलाई हो गई, लेकिन दिल्ली में बारिश नहीं हुई. तो फिर दिल्ली में बाढ़ क्यों आई? क्योंकि भाजपा और केंद्र सरकार ने
दिल्ली के लोगों को बाढ़ में झोंकने की पूरी कोशिश कर रही है.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यमुना का खतरे का निशान 205.33 मीटर है. 208.6 मीटर पर शुक्रवार तक यमुना का जलस्तर था. उन्होंने कहा कि सितंबर 1978 में यमुना से दिल्ली में बाढ़ आई थी, तब 207.49 मीटर पर यमुना का जल स्तर बह रहा था.

रेगुलेटर का क्या काम होता है?
सौरभ ने कहा कि कुछ भाजपा नेता कह रहे हैं कि रेगुलेटर का काम थोड़ी होता है पानी बांटना. अरे तो फिर रेगुलेटर होता क्यों है? यही तो काम है उसका. पानी को रेगुलेट करना. हथिनी कुंड के लॉग बुक में साफ है कि जब दिल्ली की तरफ पानी छोड़ा गया तो ईस्ट, वेस्ट कैनाल खाली रखे गए. उन्होंने कहा कि हथिनी कुंड का रेगुलेटर दिल्ली से 228 किमी दूर यमुनानगर में वहां से पानी आज छोड़ा जाएगा तो 48 घंटे बाद दिल्ली आएगा.

उन्होंने कहा कि हथिनी कुंड बैराज से तीन तरह से पानी निकलता है. ईस्टर्न, वेस्टर्न कैनाल और यमुना नदी. वेस्टर्न कैनाल से होते हुए पानी दिल्ली आता है. ईस्टर्न कैनाल का पानी सहारनपुर उत्तर प्रदेश जाता है और बीचों बीच यमुना नदी में जो पानी आता है वह आईटीओ होते हुए ओखला जाता है. 9 जुलाई से 13 जुलाई तक वेस्टर्न कैनाल में पानी नहीं छोड़ा गया और इसके बाद पूरी साजिश के तहत दिल्ली में पानी छोड़ा गया. जब हमारी टीम वहां पहुंची तब ईस्टर्न कैनाल में पानी छोड़ा गया.

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अधिकारियों को इस्तीफा दे देना चाहिए
सौरभ ने कहा कि इस संकट की घड़ी में अधिकारी मंत्री का निर्देश नहीं मान रहे हैं, जिससे लोगों को दिक्कत हो रही है. ऐसे अधिकारियों को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. सौरभ ने कहा कि पानी की कमी को दूर कर लिया जाएगा. वजीराबाद प्लांट बंद कर दिया गया है. ओखला प्लांट शुरू किया गया है. दिल्ली की एक चौथाई लोगों को दिक्कत आ रही है. सरकार भरपूर प्रयास कर रही है कि लोगों को पानी की सुविधा मुहैया कराई जाए.

ये भी पढ़ेंः Delhi Floods: सेना के इंजीनियरों की मदद से खुला ITO बैराज का जाम गेट, कम हो रहा यमुना का जलस्तर

Last Updated : Jul 15, 2023, 1:10 PM IST
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