वहीं आप के इस प्रेस वार्ता पर निशाना साधते हुए पूर्वी दिल्ली के मेयर बिपिन बिहारी सिंह ने सदन में हंगामा के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर बीजेपी पार्षद संयम नहीं दिखाते तो सदन में लाशों का ढेर लग जाता.
रहते हैं केजरीवाल के संपर्क में
बिपिन बिहारी सिंह ने कहा कि निगम के सत्र में व्यवधान डालने के लिए अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अपने विधायक अनिल वाजपेई को भेजते हैं. अनिल वाजपेई सदन की कार्यवाही के दौरान फोन से अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया से संपर्क में रहते हैं. दोनों के इशारे पर ही वह आप पार्षद को काम करने के लिए कहते हैं.
सदन में बीजेपी के 47 पार्षद थे मौजूद
बिपिन बिहारी ने कहा कि आप सरकार ने ऐसे लोगों को मनोनीत सदस्य बनाया है, जिसका बैकग्राउंड ठीक से नहीं देखा गया. वह लोग शराब तक तक पी के सदन में आते हैं. आप पार्षद को ना कोई अकल है और ना ही कोई संस्कार है. आप पार्षद मेयर तक पर हमला करते हैं. बिपिन बिहारी सिंह ने कहा कि सदन में बीजेपी के 47 पार्षद मौजूद थे अगर वे ( भाजपा पार्षद) चाहते तो सदन में कई लोगों की हत्या हो सकती थी लेकिन बीजेपी पार्षदों ने दरियादिली दिखाते हुए सदन में संयम बरते रहें.
'आप के पास बोलने के लिए कुछ नहीं'
बिपिन बिहारी सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार ने निगम के लिए कुछ नहीं किया, बजट चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी को बोलने के लिए कुछ नहीं था जिसकी वजह से उन्होंने सदन में इस तरह की हरकत की. बहरहाल पूर्वी दिल्ली निगम में आम आदमी पार्टी और बीजेपी पार्षदों के रूख से साफ है कि ये लड़ाई अभी शांत होने वाली नहीं है.