नई दिल्ली: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीएम केजरीवाल ने जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उनके साथियों पर देशद्रोह का मुकदमा ना चलाने की सिफारिश की है. इस पर बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने सीएम केजरीवाल से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है. हालांकि केजरीवाल सरकार ने साफ कहा है कि अभी ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में नई दिल्ली से बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि क्या मुख्यमंत्री केजरीवाल कन्हैया कुमार को दिल्ली का विधानसभा चुनाव लड़वाने वाले हैं? इस पर उन्होंने केजरीवाल से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है.
'सीएम ने न्यायपालिका के काम में किया हस्तक्षेप'
बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि 9 फरवरी 2016 को जेएनयू में देश विरोधी नारे लगे थे. ऐसे नारों को सुन आम लोगों का खून खौल उठता है. सारी हरकत की फॉरेंसिक जांच हुई तो पता चला कि सब सही था. फिर भी अरविंद केजरीवाल ने अब तक जांच के आदेश नहीं दिए थे. उन्होंने न्यायपालिका के काम में हस्तक्षेप किया है. जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उनके 9 साथी पर जेएनयू परिसर में आतंकी अफजल को फांसी दिए जाने का विरोध करते हुए 'भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह- इंशाअल्लाह', 'भारत की बर्बादी तक, जंग रहेगी जारी' ऐसे नारा लगाने वाले को केजरीवाल अगर देशद्रोह नहीं मानते हैं, तो उनके लिए देशद्रोह क्या है?
लेखी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल देश विरोधी नारा लगाने वाले का समर्थन क्यों कर रहे हैं? क्या देश विरोधी नारा लगाने वाले आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले हैं? इस पर उनको अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और बीजेपी इसकी मांग कर रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देशद्रोह के मुकदमे पर रोक
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह मामले में कन्हैया और अन्य के खिलाफ अभियोग के लिए दिल्ली सरकार की मंजूरी मांगी थी. बीते शुक्रवार मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली सरकार की तरफ से बताया गया कि इन अभियुक्तों पर देशद्रोह का मुकदमा नहीं चलाया जाए.
मगर केजरीवाल ने फिलहाल मंजूरी को लेकर कोई फैसला नहीं लेने की बात की है. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार का गृह विभाग सभी तथ्यों पर विचार विमर्श के बाद उचित निर्णय लेगा. इस मामले में कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा.