ETV Bharat / state

जेएनयू विवाद: प्रशासन बातचीत के लिए तैयार, छात्रों का प्रदर्शन जारी

जेएनयू के छात्रों के लगाए आरोपों पर प्रशासन ने कहा है कि वो छात्रों से बात करने के लिए तैयार है, लेकिन ये बात परीक्षा के बाद भी की जा सकती है. इसके लिए परीक्षा का बहिष्कार करना लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है.

जेएनयू फीस विवाद, जेएनयू छात्र प्रोटेस्ट
जेएनयू फीस विवाद
author img

By

Published : Dec 10, 2019, 11:09 AM IST

नई दिल्ली: जेएनयू में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. छात्रों के लगाए गए आरोप कि प्रशासन उनसे बात करने को तैयार नहीं का, जवाब देते हुए जेएनयू रजिस्ट्रार की ओर से कहा गया कि जेएनयू प्रशासन हमेशा ही छात्रों से बातचीत के लिए तैयार रहा है.

प्रशासन बातचीत के लिए तैयार

प्रशासन ने कहा है कि वो अभी छात्रों से बात करने के लिए तैयार है, लेकिन ये बात परीक्षा के बाद भी की जा सकती है. इसके लिए परीक्षा का बहिष्कार करना लाखो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है.

रजिस्ट्रार ने की बातचीत करने की पेशकश
बता दें कि बढ़ी हुई फीस और हॉस्टल मैनुअल को लेकर छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं छात्रों का आरोप है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से बात करने की कोशिश की लेकिन किसी आला अधिकारी ने उनसे बात नहीं की. साथ ही छात्रों ने 12 दिसंबर से शुरू होने वाली परीक्षा का भी बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में जेएनयू रजिस्ट्रार ने छात्रों से बातचीत करने की पेशकश की है.

साथ ही प्रशासन ने कहा कि प्रशासन हमेशा से छात्रों के साथ बात करने के लिए तैयार रहा है. यहां तक कि पहले भी जब छात्रों से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने शिक्षकों के साथ बदसलूकी की और उन्हें अपशब्द कहे. जिससे बातचीत का कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया.

परीक्षा के बाद की जा सकती है बातचीत
वहीं रजिस्ट्रार का कहना है कि बातचीत परीक्षा के बाद भी की जा सकती है. ऐसे में परीक्षा का बहिष्कार करना उन छात्रों के साथ नाइंसाफी है, जो पूरे साल परीक्षा की तैयारी करते रहे हैं और उन्होंने छात्रों से बातचीत कर मामला सुलझाने की पेशकश की है.

बता दे कि छात्र संसद और राष्ट्रपति भवन तक अपनी इस मांग को लेकर मार्च कर चुके हैं. इस दौरान छात्रों की पुलिस के साथ झड़प और लाठीचार्ज भी हुई. जिसमें कई छात्र और पुलिसकर्मियों को चोटें भी आईं.

नई दिल्ली: जेएनयू में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. छात्रों के लगाए गए आरोप कि प्रशासन उनसे बात करने को तैयार नहीं का, जवाब देते हुए जेएनयू रजिस्ट्रार की ओर से कहा गया कि जेएनयू प्रशासन हमेशा ही छात्रों से बातचीत के लिए तैयार रहा है.

प्रशासन बातचीत के लिए तैयार

प्रशासन ने कहा है कि वो अभी छात्रों से बात करने के लिए तैयार है, लेकिन ये बात परीक्षा के बाद भी की जा सकती है. इसके लिए परीक्षा का बहिष्कार करना लाखो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है.

रजिस्ट्रार ने की बातचीत करने की पेशकश
बता दें कि बढ़ी हुई फीस और हॉस्टल मैनुअल को लेकर छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं छात्रों का आरोप है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से बात करने की कोशिश की लेकिन किसी आला अधिकारी ने उनसे बात नहीं की. साथ ही छात्रों ने 12 दिसंबर से शुरू होने वाली परीक्षा का भी बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में जेएनयू रजिस्ट्रार ने छात्रों से बातचीत करने की पेशकश की है.

साथ ही प्रशासन ने कहा कि प्रशासन हमेशा से छात्रों के साथ बात करने के लिए तैयार रहा है. यहां तक कि पहले भी जब छात्रों से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने शिक्षकों के साथ बदसलूकी की और उन्हें अपशब्द कहे. जिससे बातचीत का कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया.

परीक्षा के बाद की जा सकती है बातचीत
वहीं रजिस्ट्रार का कहना है कि बातचीत परीक्षा के बाद भी की जा सकती है. ऐसे में परीक्षा का बहिष्कार करना उन छात्रों के साथ नाइंसाफी है, जो पूरे साल परीक्षा की तैयारी करते रहे हैं और उन्होंने छात्रों से बातचीत कर मामला सुलझाने की पेशकश की है.

बता दे कि छात्र संसद और राष्ट्रपति भवन तक अपनी इस मांग को लेकर मार्च कर चुके हैं. इस दौरान छात्रों की पुलिस के साथ झड़प और लाठीचार्ज भी हुई. जिसमें कई छात्र और पुलिसकर्मियों को चोटें भी आईं.

Intro:नई दिल्ली ।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. छात्र द्वारा लगाए गए आरोप कि प्रशासन उनसे बात करने को तैयार नहीं का जवाब देते हुए जेएनयू रजिस्ट्रार की ओर से कहा गया कि जेएनयू प्रशासन हमेशा ही छात्रों से बातचीत के लिए तैयार रहा है. प्रशासन ने कहा कि वह अभी छात्र से बात करने के लिए तैयार है लेकिन यह बात परीक्षा के बाद भी की जा सकती है इसके लिए परीक्षा का बहिष्कार करना लाखो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है.







Body:बता दें कि बढ़ी हुई फीस और हॉस्टल मैनुअल को लेकर छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं छात्रों का आरोप है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से बात करने की कोशिश की लेकिन किसी आला अधिकारी ने उनसे बात नहीं की. साथ ही छात्रों ने 12 दिसंबर से शुरू होने वाली परीक्षा का भी बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में जेएनयू रजिस्ट्रार ने छात्रों से बातचीत करने की पेशकश की है. साथ ही कहा कि प्रशासन हमेशा से छात्रों के साथ बात करने के लिए तैयार रहा है. यहां तक कि पहले भी जब छात्रों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने शिक्षकों के साथ बदसलूकी की और उन्हें अपशब्द कहे जिससे बातचीत का कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया. वहीं रजिस्ट्रार का कहना है कि बातचीत परीक्षा के बाद भी की जा सकती है ऐसे में परीक्षा का बहिष्कार करना उन छात्रों के साथ नाइंसाफी है जो पूरा साल परीक्षा की तैयारी करते रहे हैं और उन्होंने छात्रों से बातचीत कर मामला सुलझाने की पेशकश की है.


Conclusion:बता दे कि छात्र संसद और राष्ट्रपति भवन तक अपनी इस मांग को लेकर मार्च कर चुके हैं. इस दौरान छात्रों की पुलिस के साथ झड़प और लाठीचार्ज भी हुई जिसमें कई छात्र और पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.