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क्या हर्ड इम्युनिटी के कारण दिल्ली में कम हो रहा कोरोना? सुनिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ - दिल्ली के लोगों में हर्ड इम्युनिटी

पांचवें सीरो सर्वे की रिपोर्ट के शुरुआती रुझान बताते हैं कि दिल्ली की 50-60 फीसदी आबादी तक कोरोना की पहुंच हो चुकी है. क्या यह आंकड़ा दिल्ली में हर्ड इम्युनिटी की तरफ इशारा करता है. इस सवाल को लेकर ईटीवी भारत ने विशेषज्ञ डॉक्टर से बातचीत की.

Is corona shrinking in Delhi?
दिल्ली में कोरोना हुआ कमजोर!
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Published : Jan 25, 2021, 5:52 PM IST

नई दिल्ली: 10 जनवरी से 23 जनवरी के बीच दिल्ली में पांचवां सीरो सर्वे हुआ था. इसकी विस्तृत रिपोर्ट अभी आनी बाकी है. लेकिन इसके शुरुआती रुझान बताते हैं कि दिल्ली के 10 जिलों में 50 फीसदी से ज्यादा लोग सीरो सर्वे में पॉजिटिव मिले हैं. यानी उन्हें कोरोना हो चुका है, वहीं एक जिले में 60 फीसदी पॉजिटिविटी मिली. यानी इतने लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं.

दिल्ली में कोरोना हुआ कमजोर!



'सीरो पॉजिटिविटी का अर्थ'

सीरो सर्वे में पॉजिटिव मिलने का मतलब होता है कि इतने लोगों में अब कोरोना से लड़ने की इम्युनिटी विकसित हो चुकी है. कई विशेषज्ञ डॉक्टर 50 फीसदी से ज्यादा की आबादी में कोरोना के प्रति इम्युनिटी को हर्ड इम्युनिटी मानते हैं. माना जाता है कि इतनी बड़ी आबादी तक कोरोना की पहुंच बाकी बचे लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचा सकती है.



'जानिए क्या है हर्ड इम्युनिटी'

लेकिन सवाल यह है कि क्या दिल्ली में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो चुकी है. दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता ने बताया कि किसी आबादी के एक बड़े हिस्से में अगर किसी संक्रमण के प्रति लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है, तो बाकी की आबादी उस संक्रमण से बच जाती है, इसे हर्ड इम्युनिटी कहते हैं.

ये भी पढ़ें- कुछ राष्ट्रविरोधी तत्व हैं जो व्यवधान पैदा कर सकते हैं: दिल्ली पुलिस कमिश्नर


'दो तरह से हो सकती है हर्ड इम्युनिटी'

डॉ. गुप्ता ने बताया कि हर्ड इम्युनिटी या तो नेचुरल इंफेक्शन से हो सकती है या फिर वैक्सीनेशन से. उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर या साइंटिस्ट के रूप में हम हमेशा यही चाहते हैं कि हर्ड इम्युनिटी वैक्सीनेशन के जरिए विकसित हो. क्योंकि अगर हम इसके नेचुरल इंफेक्शन के जरिए विकसित होने का इंतजार करेंगे, तब तक बड़ी संख्या में लोग इससे संक्रमित हो जाएंगे और हो सकता है काफी लोगों की मौत भी हो जाए.

'दिल्ली के लिए अच्छा आंकड़ा'

दिल्ली की वर्तमान स्थिति को लेकर डॉ. अरुण गुप्ता ने कहा कि अगर 60 फीसदी या उससे ज्यादा आबादी में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो जाए, तो हम मान सकते हैं कि बाकी लोग कोरोना से बच सकते हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो 50 से 60 फीसदी का आंकड़ा सामने आ रहा है. यह एक अच्छा आंकड़ा है और शायद इसी कारण हाल के दिनों में दिल्ली में कोरोना कम होता दिख रहा है. हालांकि उन्होंने वैक्सीनेशन के जरिए कोरोना से निजात की उम्मीद जताई.

नई दिल्ली: 10 जनवरी से 23 जनवरी के बीच दिल्ली में पांचवां सीरो सर्वे हुआ था. इसकी विस्तृत रिपोर्ट अभी आनी बाकी है. लेकिन इसके शुरुआती रुझान बताते हैं कि दिल्ली के 10 जिलों में 50 फीसदी से ज्यादा लोग सीरो सर्वे में पॉजिटिव मिले हैं. यानी उन्हें कोरोना हो चुका है, वहीं एक जिले में 60 फीसदी पॉजिटिविटी मिली. यानी इतने लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं.

दिल्ली में कोरोना हुआ कमजोर!



'सीरो पॉजिटिविटी का अर्थ'

सीरो सर्वे में पॉजिटिव मिलने का मतलब होता है कि इतने लोगों में अब कोरोना से लड़ने की इम्युनिटी विकसित हो चुकी है. कई विशेषज्ञ डॉक्टर 50 फीसदी से ज्यादा की आबादी में कोरोना के प्रति इम्युनिटी को हर्ड इम्युनिटी मानते हैं. माना जाता है कि इतनी बड़ी आबादी तक कोरोना की पहुंच बाकी बचे लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचा सकती है.



'जानिए क्या है हर्ड इम्युनिटी'

लेकिन सवाल यह है कि क्या दिल्ली में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो चुकी है. दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता ने बताया कि किसी आबादी के एक बड़े हिस्से में अगर किसी संक्रमण के प्रति लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है, तो बाकी की आबादी उस संक्रमण से बच जाती है, इसे हर्ड इम्युनिटी कहते हैं.

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'दो तरह से हो सकती है हर्ड इम्युनिटी'

डॉ. गुप्ता ने बताया कि हर्ड इम्युनिटी या तो नेचुरल इंफेक्शन से हो सकती है या फिर वैक्सीनेशन से. उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर या साइंटिस्ट के रूप में हम हमेशा यही चाहते हैं कि हर्ड इम्युनिटी वैक्सीनेशन के जरिए विकसित हो. क्योंकि अगर हम इसके नेचुरल इंफेक्शन के जरिए विकसित होने का इंतजार करेंगे, तब तक बड़ी संख्या में लोग इससे संक्रमित हो जाएंगे और हो सकता है काफी लोगों की मौत भी हो जाए.

'दिल्ली के लिए अच्छा आंकड़ा'

दिल्ली की वर्तमान स्थिति को लेकर डॉ. अरुण गुप्ता ने कहा कि अगर 60 फीसदी या उससे ज्यादा आबादी में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो जाए, तो हम मान सकते हैं कि बाकी लोग कोरोना से बच सकते हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो 50 से 60 फीसदी का आंकड़ा सामने आ रहा है. यह एक अच्छा आंकड़ा है और शायद इसी कारण हाल के दिनों में दिल्ली में कोरोना कम होता दिख रहा है. हालांकि उन्होंने वैक्सीनेशन के जरिए कोरोना से निजात की उम्मीद जताई.

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