नई दिल्ली: सरस आजीविका मेला दिल्ली वासियों को खासा पसंद आ रहा है. चीजों पर की गई तमाम तरह की क्रिएटिविटी लोगों को खूब भा रही है. इसी तरह गुजरात में जूट के बैग का कारोबार करने वाला एक समूह भारत की संस्कृति और धरोहर को समेटने की कोशिशों में लगा है.
जूट के बैग्स पर ट्राइबल आर्ट करके उन्हें आकर्षक बनाकर बेचा जा रहा है. इस आर्ट और कल्चर को भारत के लोगों के बीच पहुंचाने के लिए उन्हें मॉडर्न रूप दिया जा रहा है. इन जूट बैग्स को देखकर दिल्लीवासी काफी आकर्षित हो रहे हैं.
इस तरह किया जाता है तैयार
सरस आजीविका मेले में लगे गुजरात के स्टॉल के दुकानदार संजय ने इन बैग्स के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गुजरात में तमाम महिलाएं जूट पर डाई कर इन बैग्स को तैयार करती हैं. फिर इन्हें ट्राइबल आर्ट और मोती की कड़ाई करके आकर्षक बनाया जाता है.
संस्कृति और मॉर्डन आर्ट का फ्यूजन
दुकानदार संजय ने ईटीवी भारत को बताया कि आजकल की पीढ़ी फैशनेबल है और डिजाइनर चीजों की ओर आकर्षित होती है. हमारी पुरानी परंपरा और सभ्यता को कहीं ना कहीं हम भूलते जा रहे हैं, लेकिन इन बैग्स के माध्यम से संस्कृति और मॉर्डन आर्ट का फ्यूजन लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.
खूब भा रहे जूट के बैग्स
स्टॉल पर बैग देखने आए लोगों को ये काफी पसंद आए. उन्होंने बताया कि ये जूट बैग्स आकर्षक तो हैं ही, साथ ही दाम भी ज्यादा नहीं हैं.