नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कार्यालय में रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली कांग्रेस ने दिल्ली सरकार सहित भाजपा को दोषी मानते हुए कहा कि दोनों ही पार्टियां जनहित के लिए कोई काम नहीं करना चाहतीं हैं. इनका सिर्फ एक ही काम है. एक दूसरे पर दोषारोपण करना. कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस की तरफ से चार वरिष्ठ नेताओं अनिल भारद्वाज, अरविंदर सिंह लवली, जयप्रकाश अग्रवाल और हारून यूसुफ ने अपनी बात रखी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि हम आज आपके सामने तू-तू, मैं-मैं में शामिल नहीं होना चाहते. दिल्ली में कांग्रेस की पार्टी सत्ता में 15 साल तक रही है. हमारी सरकार के समय भी बाढ़ आती रहती थी. शीला दीक्षित सरकार में छह महीने पहले तैयारियां शुरू हो जाती थीं. पानी आने पर हमारी सरकार पूरी तैयारी के साथ बचाव कार्य मे जुट जाती थी. दुःख की बात है पीड़ितों के साथ खड़े होने के बजाए दोनों पार्टियां आपस में छीछा-लेदर में लगी हैं. दोनों ही पार्टियों को दिल्ली वालों से माफ़ी मांगनी चाहिए.
नहीं हो रही अपेक्स कमेटी की मीटिंग
वहीं, पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि इस बाढ़ के मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा गठित अपेक्स कमेटी मीटिंग नहीं होने से अपनी जवाबदेही से सभी जवाबदेह एजेंसियां भाग रही हैं. इस मामले पर हम राजनीति नहीं करना चाहते थे लेकिन इन दोनों की तू-तू, मैं-मैं के बीच आना पड़ा. फिलहाल दिल्ली में चार पार्टियां हैं. तीन राजनीतिक जिसमें कांग्रेस, आप और भाजपा के साथ ही एक अफसरों की अलग पार्टी बयानबाजी के लिए बन चुकी है.
दिल्ली में अपेक्स कमेटी बनी हुई है, जो केंद्र सरकार अधीन होती है, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री सहित सभी एजेंसियों के लोग शामिल होते हैं. साथ ही तीनों सेनाओं के लोग भी इस कमेटी के मेंबर होते हैं. इनकी मीटिंग जनवरी-फरवरी में हो जाती है, जिसमें यह तय किया जाता है कि नालों की डिसिल्टिंग हुई या नहीं, कमेटी में यह भी तय किया जाता है कि सेना के लोग अपनी बोट तैयार करके रखें, साथ ही यूपी और हरियाणा के एक्सपर्ट भी शामिल होते हैं. साथ ही साथ सभी बैराज के गेट वगैरह पहले ही चेक कर लिया जाता था, जिस कारण हमारे 15 साल के शासन में कभी भी ऐसी समस्या नहीं आई.
अरविंदर सिंह लवली ने सवाल किया अरविंद केजरीवाल बताएं कि पिछले नौ सालों में कितनी बार अपेक्स कमेटी की मीटिंग बुलाई है ? उन्होंने आरोप लगाया कि फ्लड डिपार्टमेंट जिसका काम सिर्फ बाढ़ का काम देखना होता था, को इन्होंने कच्ची कालोनियों में सड़क बनाने के काम में लगा रखा है. लवली के कहा कि ये समय प्रत्यारोप का नहीं बल्कि जिम्मेदारी निभाने का है. इसके लिए भाजपा भी उतनी ही जिम्मेदार है. मैं सरकार को चेताना चाहता हूं कि लड़ने की बजाए कृपा करके बाढ़ के बाद बीमारियों से बचाने में अपनी उर्जा लगाएं जिससे लोगों को महामारी से बचाया जा सके.
दिल्ली की जनता को फुटबॉल की तरह यूज कर रही हैं आप और भाजपा
पूर्व मंत्री हारून यूसुफ ने कहा कि हम पिछले पांच दिनों से देख रहे हैं कि आप और भाजपा दोनो दिल्ली की जनता को फुटबॉल की तरह यूज कर रही हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि आपको क्या पता नहीं था कि हथिनी कुंड बैराज से पानी नहीं छोड़ा जाएगा. एमसीडी में भाजपा की सरकार थी लेकिन नालों की सफाई को लेकर वह पूरी तरह नाकाम रही. आम आदमी पार्टी की राज्य सरकार ने भी कुछ भी काम नहीं किया.
उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित के राज में बड़ी ही विनम्रता से वह केंद्र की बीजेपी की वाजपेयी सरकार से दिल्ली के हक में मांगें मनवा लिया करती थीं. आज की सरकार का मकसद सिर्फ सत्ता में रहने का है, आम लोगों की परेशानियों से उसे कोई भी लेना देना नहीं है. आज दिल्ली में बसों की समस्या बहुत ही विकराल हो चली है. महिलाएं छोटे-छोटे बच्चों को गोदी में लेकर घंटों बस स्टैंड पर खड़ी रहती हैं, लेकिन कोई भी बस नहीं दिखती है.
अपेक्स कमेटी में कौन कौन है मेंबर
तीनों सेना के चीफ, फाइनेंस सेक्रेटरी, दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी, चीफ मिनिस्टर, कमिश्नर एमसीडी, एनडीएमसी चीफ सेक्रेटरी, डीडीए के चीफ सेक्रेटरी एनडीआरफ के चीफ इंजीनियर, यूपी और हरियाणा के चीफ इंजीनियर सहित अन्य एजेंसियां इस कमेटी में शामिल हैं. इसका गठन केंद्र सरकार के अधीन किया जाता है जो दिल्ली में किसी भी बड़ी आपदा के समय सामंजस्य स्थापित कर एकजुट होकर काम करते हैं.
ये भी पढ़ें: CM Kejriwal Meeting: बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में AAP शामिल होगी या नहीं? फैसला आज