नई दिल्लीः केजरीवाल सरकार ने पशुओं की बेहतरी के लिए पशु कल्याण बोर्ड का गठन किया है. पशु कल्याण बोर्ड में 19 वर्गों में विभाजित कुल 27 सदस्य शामिल होंगे. दिल्ली के विकास मंत्री गोपाल राय की अध्यक्षता में बुधवार को पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई. इसमें दिल्ली के सतबरी इलाके में 56 एकड़ में प्रदेश का पहला पशु चिकित्सा कॉलेज बनाए जाने पर फैसला लिया गया. उन्होंने दिल्ली के सरकारी पशु चिकित्सा कॉलेज के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए हैं.
यह बोर्ड दिल्ली में पशुओं के प्रति होने वाली क्रूरता की रोकथाम, देखरेख आदि के लिए कार्य करेगी. साथ ही दिल्ली के प्रत्येक जिले में पशु कल्याण कार्यों में शामिल संगठनों को वित्तीय और तकनीकी सहायता भी बोर्ड द्वारा प्रदान की जाएगी. इसके साथ साथ दिल्ली के पहले पशु चिकित्सा कॉलेज के निर्माण कार्य में भी तेजी लाने के निर्देश जारी किए गए हैं. पशु चिकित्सा कॉलेज का निर्माण दिल्ली के सतबरी इलाके में 56 एकड़ में किया जाएगा.
गोपाल राय ने बताया कि केजरीवाल सरकार दिल्लीवासियों के साथ-साथ दिल्ली में रहने वाले पशुओं के कल्याण के लिए कार्य करने में भी हमेशा कृतसंकल्पित रही है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में पशुओं की बेहतरी के लिए पशु कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है. पशु कल्याण बोर्ड दिल्ली में पशुओं के प्रति क्रूरता की रोकथाम, देखरेख आदि के लिए कार्य करेगा. साथ ही दिल्ली के 11 जिलों में पशु कल्याण कार्यों में शमिल संगठनों/निकायों को दिशानिर्देशों सहित वित्तीय और तकनीकी सहायता भी प्रदान करेगा. इसके लिए यह बोर्ड शासन निकाय के रूप में कार्यरत रहेगा. इस पशु कल्याण बोर्ड में दिल्ली विधानसभा के विधायक, राज्य में पशु कल्याण कार्यों में सक्रिय रूप से कार्यरत लोग, सम्बंधित विभाग के उच्च अधिकारी, एसपीसीए, गौशालाओं और भारतीय पशु कल्याण बोर्ड के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
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कॉलेज के निर्माण कार्य में तेजीः गोपाल राय ने बताया कि यह बोर्ड पशु कल्याण से संबंधित कानूनों का दिल्ली में सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने और इस कार्य से जुड़ी संस्थाओं की मदद करने का कार्य करेगा. इसके लिए दिल्ली के पहले सरकारी पशु चिकित्सा कॉलेज के निर्माण की तैयारियां तेज हो गई है. पशु चिकित्सा विज्ञान आने वाले समय की एक बड़ी आवश्यकता है, क्योंकि यह न केवल मवेशियों और घरेलू जानवरों के स्वास्थ्य की रक्षा करता है, बल्कि जूनोटिक रोगों की जांच और नियंत्रण करके मानव स्वास्थ्य की भी रक्षा करता है. दिल्ली में बड़ी संख्या में पालतू जानवर हैं, जिन्हें स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता होती है. इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए और सभी प्रकार के जानवरों के बेहतर उपचार के लिए शहर के पहले सरकारी पशु चिकित्सा कॉलेज के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है. इसके निर्माण कार्य के पूरे होते ही दिल्ली में भी अपना पहला सरकारी पशु चिकित्सा कॉलेज होगा.
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