नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की विधानसभा में गुरुवार को विधायकों की बोलती बंद करने वाले को विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल के गुस्से का शिकार होना पड़ा.
दरअसल विधानसभा सत्र के दौरान गुरुवार को कई दफा ऐसा हुआ कि जब विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर विधायक अपनी सीट से विषय पर बोलने के लिए खड़े हुए तो उनका माइक ही चालू नहीं हुआ. ऐसे में कई बार विधानसभा अध्यक्ष ने स्वयं कंट्रोल रूम की ओर इशारा कर माइक चालू करने के निर्देश दिए.
कर्मचारियों को नौकरी से हटाने का दिया आदेश
सत्र के आखिर में जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल संकल्प प्रस्ताव पर अपनी बात रखकर बैठे तब विधानसभा में प्रस्ताव पास कराने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने विधायक विशेष रवि को बोलने की अनुमति दी. विशेष रवि बोलने के लिए सीट से उठे लेकिन उनका माइक चालू नहीं हुआ.
इससे विधानसभा अध्यक्ष भड़क गए और उन्होंने कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों को नौकरी से हटाने का आदेश दे दिया.
कंपनी को रद्द करने का दिया आदेश
विधानसभा की गुरुवार को हुई कार्यवाही खत्म होने के बाद जब विधानसभा अध्यक्ष को जानकारी हुई कि विधानसभा परिसर में लाइट और साउंड के लिए विधानसभा कार्यालय का अपना कोई स्टाफ नहीं होता.
यह सेवा निजी कंपनी को करार के तहत दी गई है और जो कर्मचारी आज कंट्रोल रूम में तैनात थे. वह भी निजी कंपनी के कर्मचारी हैं तो विधानसभा अध्यक्ष ने इस सत्र के बाद लाइट और साउंड सेवा देने वाली कंपनी से तुरंत करार रद्द करने का आदेश जारी कर दिया.