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पानी की गुणवत्ता पर BJP का प्रदर्शन जारी, CM से मांगा इस्तीफा

दिल्ली में DJB द्वारा सप्लाई किए जा रहे पानी की गुणवत्ता पर सियासत तेज हो गई है. इसी कड़ी में मंगलवार को दिल्ली के आईटीओ पर प्रदेश बीजेपी युवा मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया .

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Published : Nov 20, 2019, 4:50 PM IST

बीजेपी का विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली: राजधानी में दिल्ली जल बोर्ड की पानी की गुणवत्ता को भारतीय मानक ब्यूरो ने अपनी रिपोर्ट में फिसड्डी बताया है. इस रिपोर्ट को लेकर बीजेपी केजरीवाल सरकार के खिलाफ मैदान में उतर गई है. मंगलवार को भी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया और इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया.

बीजेपी का विरोध प्रदर्शन

'फ्री के नाम सप्लाई किया जाने वाला पानी जहरीला'
आईटीओ चौराहे पर बीजेपी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने पानी संकट को लेकर सीएम केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने कार्यकाल में सिर्फ दिल्ली वालों से झूठ बोला है. उन्हें गुमराह करने की कोशिश की है. फ्री के नाम पर जो पानी सप्लाई किया जा रहा है वह जानलेवा है. श्याम जाजू ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने सीएम केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वे अपनी इच्छा अनुसार पानी के नमूनों की जांच के लिए दें. अगर उसकी गुणवत्ता सही है या खराब है यह सरकार द्वारा दिए गए नमूनों से ही पता चल जाएगा. श्याम जाजू ने कहा कि क्या केजरीवाल इस चुनौती को लेने के लिए तैयार हैं कि, पानी के नमूने अगर खराब पाए गए तो वे तुरंत अपना इस्तीफा दे देंगे.

पानी की गुणवत्ता को लेकर सियासत
उन्होंने कहा कि पानी की गुणवत्ता को लेकर आई रिपोर्ट के बाद दिल्ली में त्राहि-त्राहि मची हुई है. लेकिन चुनी हुई सरकार कुछ समाधान करने की वजह चैन की नींद सो रही है. आज जनता गंदा पानी पीने को मजबूर है. जिसके कारण पानी से संबंधित मरीजों की संख्या में बहुत अधिक बढ़ोतरी होती जा रही है. पीने का स्वच्छ पानी हर नागरिक अधिकार क्षेत्र में आता है लेकिन स्वच्छ पानी से दिल्ली वालों को वंचित रख मुख्यमंत्री ने जनता को धोखा दिया है. अब जनता जाग चुकी है और ऐसे मुख्यमंत्री को सत्ता से बाहर निकालने के लिए तत्पर है.

हवा-पानी की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार की योजना
उन्होंने कहा कि साफ हवा- पानी आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार की योजना है और केंद्र सरकार ने जो अन्य राज्यों के भी मुख्यमंत्री की बैठक बुलाई थी. इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आज तक हिस्सा नहीं लिया. जबकि पड़ोसी हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश इन राज्यों के मुख्यमंत्री व पदाधिकारी समय-समय पर आते रहे हैं. दिल्ली जल बोर्ड का सर्वेसर्वा होने के चलते मुख्यमंत्री अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं.

3 दिन पहले भारतीय मानक ब्यूरो ने देश के 20 राज्यों से एकत्रित किए गए पानी के नमूनों की जांच के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक की थी. जिसमें दिल्ली का पानी गुणवत्ता के लिहाज से सबसे निचले पायदान पर था.

नई दिल्ली: राजधानी में दिल्ली जल बोर्ड की पानी की गुणवत्ता को भारतीय मानक ब्यूरो ने अपनी रिपोर्ट में फिसड्डी बताया है. इस रिपोर्ट को लेकर बीजेपी केजरीवाल सरकार के खिलाफ मैदान में उतर गई है. मंगलवार को भी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया और इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया.

बीजेपी का विरोध प्रदर्शन

'फ्री के नाम सप्लाई किया जाने वाला पानी जहरीला'
आईटीओ चौराहे पर बीजेपी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने पानी संकट को लेकर सीएम केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने कार्यकाल में सिर्फ दिल्ली वालों से झूठ बोला है. उन्हें गुमराह करने की कोशिश की है. फ्री के नाम पर जो पानी सप्लाई किया जा रहा है वह जानलेवा है. श्याम जाजू ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने सीएम केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वे अपनी इच्छा अनुसार पानी के नमूनों की जांच के लिए दें. अगर उसकी गुणवत्ता सही है या खराब है यह सरकार द्वारा दिए गए नमूनों से ही पता चल जाएगा. श्याम जाजू ने कहा कि क्या केजरीवाल इस चुनौती को लेने के लिए तैयार हैं कि, पानी के नमूने अगर खराब पाए गए तो वे तुरंत अपना इस्तीफा दे देंगे.

पानी की गुणवत्ता को लेकर सियासत
उन्होंने कहा कि पानी की गुणवत्ता को लेकर आई रिपोर्ट के बाद दिल्ली में त्राहि-त्राहि मची हुई है. लेकिन चुनी हुई सरकार कुछ समाधान करने की वजह चैन की नींद सो रही है. आज जनता गंदा पानी पीने को मजबूर है. जिसके कारण पानी से संबंधित मरीजों की संख्या में बहुत अधिक बढ़ोतरी होती जा रही है. पीने का स्वच्छ पानी हर नागरिक अधिकार क्षेत्र में आता है लेकिन स्वच्छ पानी से दिल्ली वालों को वंचित रख मुख्यमंत्री ने जनता को धोखा दिया है. अब जनता जाग चुकी है और ऐसे मुख्यमंत्री को सत्ता से बाहर निकालने के लिए तत्पर है.

हवा-पानी की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार की योजना
उन्होंने कहा कि साफ हवा- पानी आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार की योजना है और केंद्र सरकार ने जो अन्य राज्यों के भी मुख्यमंत्री की बैठक बुलाई थी. इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आज तक हिस्सा नहीं लिया. जबकि पड़ोसी हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश इन राज्यों के मुख्यमंत्री व पदाधिकारी समय-समय पर आते रहे हैं. दिल्ली जल बोर्ड का सर्वेसर्वा होने के चलते मुख्यमंत्री अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं.

3 दिन पहले भारतीय मानक ब्यूरो ने देश के 20 राज्यों से एकत्रित किए गए पानी के नमूनों की जांच के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक की थी. जिसमें दिल्ली का पानी गुणवत्ता के लिहाज से सबसे निचले पायदान पर था.

Intro:नई दिल्ली. दिल्ली जल बोर्ड द्वारा आपूर्ति की जाने वाली पानी की गुणवत्ता पर जिस तरह भारतीय मानक ब्यूरो ने अपनी रिपोर्ट में फिसड्डी बताया है, इस रिपोर्ट को लेकर भाजपा केजरीवाल सरकार के खिलाफ मैदान में उतर गई है. मंगलवार को भी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया और इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया.


Body:दिल्ली के व्यस्ततम चौराहे में शुमार आईटीओ चौराहे पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू भी पानी संकट को लेकर केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने कार्यकाल में सिर्फ दिल्ली वालों से झूठ बोला है. उन्हें गुमराह करने की कोशिश की है. फ्री के नाम पर जो पानी सप्लाई किया जा रहा है वह जानलेवा है.

श्याम जाजू ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वे अपनी इच्छा अनुसार पानी के नमूनों की जांच के लिए दें. अगर उसकी गुणवत्ता सही है या खराब है यह सरकार द्वारा दिए गए नमूनों से ही पता चल जाएगा. श्याम जाजू ने कहा कि क्या केजरीवाल इस चुनौती को लेने के लिए तैयार हैं कि, पानी के नमूने अगर खराब पाए गए तो वे तुरंत अपना इस्तीफा दे देंगे.

उन्होंने कहा कि पानी की गुणवत्ता को लेकर आई रिपोर्ट के बाद दिल्ली में त्राहि-त्राहि मची हुई है. लेकिन चुनी हुई सरकार कुछ समाधान करने की वजह चैन की नींद सो रही है. आज जनता गंदा पानी पीने को मजबूर है. जिसके कारण पानी से संबंधित मरीजों की संख्या में बहुत अधिक बढ़ोतरी होती जा रही है. पीने का स्वच्छ पानी हर नागरिक अधिकार क्षेत्र में आता है लेकिन स्वच्छ पानी से दिल्ली वालों को वंचित रख मुख्यमंत्री ने जनता को धोखा दिया है. अब जनता जाग चुकी है और ऐसे मुख्यमंत्री को सत्ता से बाहर निकालने के लिए तत्पर है.

उन्होंने कहा कि साफ हवा- पानी आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार की योजना है और केंद्र सरकार ने जो अन्य राज्यों के भी मुख्यमंत्री की बैठक बुलाई थी इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आज तक हिस्सा नहीं लिया है. जबकि पड़ोसी हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश इन राज्यों के मुख्यमंत्री व पदाधिकारी समय-समय पर आते रहे हैं. दिल्ली जल बोर्ड का सर्वेसर्वा होने के चलते मुख्यमंत्री अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं.




Conclusion:बता दें कि 3 दिन पहले भारतीय मानक ब्यूरो ने देश के 20 राज्यों से एकत्रित किए गए पानी के नमूनों की जांच के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक की थी. जिसमें दिल्ली का पानी गुणवत्ता के लिहाज से सबसे निचले पायदान पर था.

समाप्त, आशुतोष झा
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