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वायनाड से 23 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करेंगी प्रियंका, राहुल भी होंगे साथ - WAYANAD PARLIAMENTARY BY ELECTION

Wayanad parliamentary by election, केरल की वायनाड सीट के उपचुनाव के लिए प्रियंका गांधी 23 अक्टूबर को नामांकन दाखिल कर सकती हैं.

Priyanka Gandhi
प्रियंका गांधी (ANI)
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By Amit Agnihotri

Published : Oct 18, 2024, 5:41 PM IST

Updated : Oct 18, 2024, 8:06 PM IST

नई दिल्ली: केरल की वायनाड संसदीय उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी 23 अक्टूबर को एक बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रही है. यहां से प्रियंका गांधी 23 अक्टूबर को नामांकन दाखिल कर सकती हैं. इस दौरान उनके साथ लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी साथ होंगे.

बता दें कि वायनाड उपचुनाव 13 नवंबर को होगा. इसके लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है. वहीं नतीजे 23 नवंबर को आएंगे. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में वरिष्ठ नेता के आगमन की घोषणा करने के लिए नामांकन दाखिल करने के दिन एक रोड शो की योजना बनाई जा रही थी.

राहुल ने मुख्य लोकसभा चुनाव में वायनाड से दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीता था, लेकिन उत्तर प्रदेश में रायबरेली संसदीय सीट को बरकरार रखने के लिए उन्होंने इसे छोड़ दिया था, क्योंकि वह उत्तरी राज्य में पार्टी को पुनर्जीवित करना चाहते थे. वायनाड के मतदाताओं का गांधी परिवार के साथ भावनात्मक जुड़ाव और 2026 के केरल विधानसभा चुनावों से पहले इसके फायदे को देखते हुए प्रियंका को राहुल के स्थान पर नामित किया गया था.

कांग्रेस वायनाड उपचुनाव को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल, जो लोकसभा में अलप्पुझा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, व्यक्तिगत रूप से इस प्रमुख मुकाबले की निगरानी कर रहे हैं. इतना ही नहीं वेणुगोपाल और केरल की एआईसीसी प्रभारी दीपा दासमुंशी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 25 सितंबर को क्षेत्र में स्थानीय नेताओं के सम्मेलन आयोजित करके वायनाड लोकसभा उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी.

इसी क्रम में 3 अक्टूबर को अंदूर और तिरुवंबाडी विधानसभा क्षेत्रों में बैठकें की गईं. वेणुगोपाल ने प्रियंका गांधी की भारी जीत सुनिश्चित करने के लिए 17 अक्टूबर को कोझिकोड के मुक्कम में यूडीएफ नेताओं की बैठक की अध्यक्षता की.

केरल के प्रभारी एआईसीसी सचिव मंसूर अली खान ने ईटीवी भारत से कहा कि वायनाड का कांग्रेस से गहरा नाता है. लोग संसद में अपनी आवाज के तौर पर प्रियंका गांधी को चुनने के लिए उत्सुक हैं. राज्य में एक नया अध्याय शुरू होने वाला है. प्रियंका गांधी लोकसभा में हमारी आवाज़ बनने के लिए तैयार हैं, हमारे अधिकारों के लिए लड़ने और हमारी चिंताओं को दूर करने के लिए मजबूती से खड़ी हैं. उनके साथ हमारी आकांक्षाएं जोर से और स्पष्ट रूप से सुनी जाएंगी. हम एकजुट हों और उन्हें वही गर्मजोशी और समर्थन दें जो हमने हमेशा राहुल गांधी को दिया है. खान ने कहा कि आइए हम सब मिलकर वायनाड के उज्जवल भविष्य की दिशा में काम करना जारी रखें.

उन्होंने कहा कि वायनाड के लोगों का राहुल के साथ विशेष जुड़ाव है, जिन्होंने 24 जून को अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को एक भावनात्मक पत्र लिखकर अपनी बहन के लिए समर्थन मांगा था. खान ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने कहा था कि भले ही उन्होंने रायबरेली को चुना है, लेकिन वायनाड के लोगों के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे.’’ सत्तारूढ़ एलडीएफ ने उपचुनाव में प्रियंका के खिलाफ सीपीआई नेता सत्यम मोकेरी को मैदान में उतारा है. मुख्य लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की उम्मीदवार एनी राजा को 3.6 लाख वोटों के अंतर से हराया था. केरल भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन 1.41 लाख वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल ने सीपीआई उम्मीदवार पीपी सुनीर को रिकॉर्ड अंतर से हराया था.

ये भी पढ़ें - केरल: प्रियंका गांधी का चुनावी आगाज, वायनाड सीट से लड़ेंगी चुनाव

नई दिल्ली: केरल की वायनाड संसदीय उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी 23 अक्टूबर को एक बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रही है. यहां से प्रियंका गांधी 23 अक्टूबर को नामांकन दाखिल कर सकती हैं. इस दौरान उनके साथ लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी साथ होंगे.

बता दें कि वायनाड उपचुनाव 13 नवंबर को होगा. इसके लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है. वहीं नतीजे 23 नवंबर को आएंगे. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में वरिष्ठ नेता के आगमन की घोषणा करने के लिए नामांकन दाखिल करने के दिन एक रोड शो की योजना बनाई जा रही थी.

राहुल ने मुख्य लोकसभा चुनाव में वायनाड से दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीता था, लेकिन उत्तर प्रदेश में रायबरेली संसदीय सीट को बरकरार रखने के लिए उन्होंने इसे छोड़ दिया था, क्योंकि वह उत्तरी राज्य में पार्टी को पुनर्जीवित करना चाहते थे. वायनाड के मतदाताओं का गांधी परिवार के साथ भावनात्मक जुड़ाव और 2026 के केरल विधानसभा चुनावों से पहले इसके फायदे को देखते हुए प्रियंका को राहुल के स्थान पर नामित किया गया था.

कांग्रेस वायनाड उपचुनाव को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल, जो लोकसभा में अलप्पुझा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, व्यक्तिगत रूप से इस प्रमुख मुकाबले की निगरानी कर रहे हैं. इतना ही नहीं वेणुगोपाल और केरल की एआईसीसी प्रभारी दीपा दासमुंशी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 25 सितंबर को क्षेत्र में स्थानीय नेताओं के सम्मेलन आयोजित करके वायनाड लोकसभा उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी.

इसी क्रम में 3 अक्टूबर को अंदूर और तिरुवंबाडी विधानसभा क्षेत्रों में बैठकें की गईं. वेणुगोपाल ने प्रियंका गांधी की भारी जीत सुनिश्चित करने के लिए 17 अक्टूबर को कोझिकोड के मुक्कम में यूडीएफ नेताओं की बैठक की अध्यक्षता की.

केरल के प्रभारी एआईसीसी सचिव मंसूर अली खान ने ईटीवी भारत से कहा कि वायनाड का कांग्रेस से गहरा नाता है. लोग संसद में अपनी आवाज के तौर पर प्रियंका गांधी को चुनने के लिए उत्सुक हैं. राज्य में एक नया अध्याय शुरू होने वाला है. प्रियंका गांधी लोकसभा में हमारी आवाज़ बनने के लिए तैयार हैं, हमारे अधिकारों के लिए लड़ने और हमारी चिंताओं को दूर करने के लिए मजबूती से खड़ी हैं. उनके साथ हमारी आकांक्षाएं जोर से और स्पष्ट रूप से सुनी जाएंगी. हम एकजुट हों और उन्हें वही गर्मजोशी और समर्थन दें जो हमने हमेशा राहुल गांधी को दिया है. खान ने कहा कि आइए हम सब मिलकर वायनाड के उज्जवल भविष्य की दिशा में काम करना जारी रखें.

उन्होंने कहा कि वायनाड के लोगों का राहुल के साथ विशेष जुड़ाव है, जिन्होंने 24 जून को अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को एक भावनात्मक पत्र लिखकर अपनी बहन के लिए समर्थन मांगा था. खान ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने कहा था कि भले ही उन्होंने रायबरेली को चुना है, लेकिन वायनाड के लोगों के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे.’’ सत्तारूढ़ एलडीएफ ने उपचुनाव में प्रियंका के खिलाफ सीपीआई नेता सत्यम मोकेरी को मैदान में उतारा है. मुख्य लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की उम्मीदवार एनी राजा को 3.6 लाख वोटों के अंतर से हराया था. केरल भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन 1.41 लाख वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल ने सीपीआई उम्मीदवार पीपी सुनीर को रिकॉर्ड अंतर से हराया था.

ये भी पढ़ें - केरल: प्रियंका गांधी का चुनावी आगाज, वायनाड सीट से लड़ेंगी चुनाव

Last Updated : Oct 18, 2024, 8:06 PM IST
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