नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लोग दिल्ली में जमकर पतंगबाजी करते हैं. आसमान में हर तरफ पतंग ही पतंग नजर आती है. इस पतंगबाजी में इस्तेमाल चाइनीज मांझे से लोग आसमान में उड़ रहे पक्षियों की जान भी जोखिम में डालते हैं. आलम यह रहता है कि पतंगबाजी की वजह से हजारों बेजुबान पक्षी मांझे की वजह से घायल हो जाते हैं. कई पक्षियों की जान भी चली जाती है. इसके कारण चांदनी चौक स्थित जैन मंदिर में बने बर्ड हॉस्पिटल में घायल पक्षियों का अंबार लग जाता है. बर्ड हॉस्पिटल में चाइनीज धागों से घायल पक्षियों का इलाज किया जा रहा है.
बर्ड हॉस्पिटल में घायल पक्षियों के इलाज करने वाले डॉक्टर हरावतार सिंह का कहना है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में पतंगबाजी में इस्तेमाल होने वाले चाइनीज धागों से कई पक्षियां घायल हुई है. घायलों में सबसे ज्यादा संख्या कबूतरों की है, क्योंकि दिल्ली में कबूतरों की आबादी सबसे अधिक है. उन्होंने बताया कि पतंगबाजी में घायल लगभग 50 से 60 पक्षियों को अस्पताल में लाया गया है, जिसका इलाज जारी है. कई पक्षी बहुत ज्यादा घायल थे. बहुत अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि मैं उन पक्षियों का जान बचाने में असमर्थ रहा.
डॉक्टर हरावतार सिंह ने बताया कि चांदनी चौक के आसपास के इलाके जैसे दरियागंज, सदर बाजार, जामा मस्जिद समेत तमाम इलाकों से घायलों पक्षियों को लोग यहां पर पहुंचाएं हैं या पोर्टल के माध्यम से यहां पर भेजे हैं उनका इलाज जारी है. उन्होंने बताया कि मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि अगर आपको कहीं भी घायल पक्षी मिले तो उसे तुरंत किसी डब्बे में बंद कर यहां तक पहुंचाने की कोशिश करें. आपकी एक कोशिश से किसी बेजुबान की जान बच सकती है.
डॉक्टर हरअवतार सिंह ने बताया कि इस बार चाइनीज मांझे से घायल होने वाले पक्षियों की संख्या में कमी आई है, लेकिन रोक नहीं लगी है. मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि अपने शौक को पूरा करने के लिए इस तरीके का काम न करें, जिसका असर बेजुबानों पर पड़े. सरकार के लाख दावे और वादों के बीच स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में पतंगबाजी के लिए लोग चाइनीज मांझे का इस्तेमाल खूब करते हैं.
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