नई दिल्ली: दिल्ली की मेयर डाॅ. शैली ओबराॅय ने गुरुवार को वार्ड संख्या 191 स्थित मयूर विहार फेस-1 का दौरा किया. इस दौरान मेयर ने ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी. ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के सदस्यों ने मेयर को अपनी-अपनी सोसायटी में ठोस कूड़ा प्रबंधन की समस्या से अवगत कराया. मौके पर उनके साथ त्रिलोकपुरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रोहित महरोलिया, स्थानीय पार्षद बीना और शाहदरा दक्षिणी क्षेत्र के उपायुक्त अंशुल सिरोही मौजूद रहें.
नहीं है कूड़ा निस्तारण की जगह: ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के सदस्यों ने बताया कि उनकी सोसायटी में कूड़े के निस्तारण के लिए काॅम्पैक्टर लगाने की जगह नहीं है. सोसायटी का कूड़ा ढलावघर में फेंकने पर दिल्ली नगर निगम द्वारा उनका चालान काट दिया जाता है. मेयर ने सभी की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और डाॅ. शैली ओबरॉय ने बताया कि कानूनन तौर पर बड़ी सोयायटी बल्क वेस्ट जनरेटर की श्रेणी में आती हैं और अपने एरिया का कूड़ा प्रबंधन उन्हीं की जिम्मेदारी है, लेकिन काॅम्पैक्टर के लिए जगह की कमी होना एक जायज समस्या है.
ये भी पढ़ें: चीन में फैल रही बीमारी को लेकर दिल्ली में तैयारी, दो अस्पतालों में मल्टीप्लेक्स पीसीआर की जांच की होगी सुविधा
शहर की सफाई सामूहिक दायित्व: डॉ. शैली ओबेरॉय ने कहा कि वार्ड में दिल्ली नगर निगम के ऐसे स्थान या ढ़लावघर चिन्हित किये जायेंगे, जो प्रयोग मे ना हो. उन्हें ग्रुप हाउसिंग सोसायटी को काॅम्पैक्टर लगाने के लिए दिया जाएगा. शहर को साफ रखना हम सभी का सामूहिक दायित्व है और इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे. मेयर ने कहा कि दिल्ली में कूड़े के पहाड़ को कम करना एक बड़ी चुनौती है, जिसके लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है.
इसके उपरांत मेयर ने क्षेत्र का दौरा किया और दो ढलावघरों को बंद करने के निर्देश दिए. उनमें से एक ढलावघर स्कूल के सामने और एक सोसायटी गेट के बिल्कुल सामने था, जिससे स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतें हो रही थी. इसके अलावा मयूर विहार एक्सटेंशन मार्केट काॅम्प्लेक्स का भी मेयर ने दौरा किया. मेयर ने रोड की मरम्मत करने, सफाई व्यवस्था दुरस्त करने और मार्केट काॅम्प्लेक्स में गमले लगाने के निर्देश दिए.
ये भी पढ़ें: 30 सालों में सेवा विस्तार पाने वाले दिल्ली के पहले मुख्य सचिव बने नरेश कुमार, जानें इनके बारे