नई दिल्ली: दिल्ली में रुक-रुक कर हो रही बारिश और जलजमाव के मद्देनजर मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने सोमवार को सिविक सेंटर में जन स्वास्थ्य विभाग के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम डेंगू-मलेरिया-चिकनगुनिया मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठा रहा है और स्थिति नियंत्रण में है. दिल्ली के सभी वार्डों में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के व्यापक स्तर पर तत्काल फ़ॉगिंग शुरू की जाए।. एमसीडी के पास वर्तमान में एक हजार से अधिक फॉगिंग मशीनें हैं. दिल्ली के सभी ढाई सौ वार्डों में तत्काल इन मशीनों से फॉगिंग की जाए.
शैली ओबेरॉय ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी जोन में प्रमुखता के साथ हॉट स्पॉट चिन्हित किए जाएं, जहां पर ब्रीडिंग होती है. निगम के तीन हजार से ज्यादा डीबीसी कर्मचारी और 2 हजार फ़ील्ड वर्कर मिशन मोड में घर- घर जाकर मच्छर की प्रजनन जांच एवं उसे नष्ट करे. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि एमसीडी 311 ऐप पर नागरिकों द्वारा दर्ज मच्छर प्रजनन संबंधित शिकायतों का निवारण प्राथमिकता पर किया जाए.
उन्होंने कहा की मच्छर प्रजनन की जांच के लिए मलेरिया इंस्पेक्टर, डीबीसी कर्मचारी, फील्ड वर्कर व जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन एक लाख से अधिक स्थानों का निरीक्षण किया जा रहा है. दिल्ली में रुक-रुक कर बारिश होने के कारण मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. इस वर्ष बीमारियों को रोकना चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन दिल्ली नगर निगम इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में निगम की ‘आप’ सरकार के लिए स्वास्थ्य प्राथमिकता है. हम एमसीडी हेल्थकेयर सुविधाओं को विश्वस्तरीय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
सभी क्षेत्रों में वार्ड-स्तरीय विशेष अभियान और जागरूकता अभियान को तेज कर दिया है. सभी 12 जोन में घर-घर से कचरा संग्रहण करते समय ऑटो टिपर के माध्यम से जागरूकता संदेश/ऑडियो चलाकर संभावित प्रजनन स्थलों और मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण के उपायों के बारे में बताया जा रहा है. मच्छर जनित बीमारियों बीमारियों की रोकथाम के लिए जन सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण है.
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