नई दिल्ली : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के चारों उम्मीदवारों ने डूसू चुनाव से पहले दिल्ली के झंडेवाली माता के मंदिर में माथा टेका. अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अक्षित दहिया, उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार प्रदीप तंवर, सचिव पद के उम्मीदवार योगित राठी समेत सह सचिव शिवांगी खारवाल मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे.
एनएसयूआई ने लगाया आरोप
इस मुद्दे को लेकर नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने एबीवीपी पर धर्म और धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है और इसकी निंदा की है.
दरअसल, एबीवीपी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अक्षित दाहिया ने मंदिर में पूजा अर्चना के बाद अपनी फोटो फेसबुक पर अपलोड की थी. जिसको लेकर एनएसयूआई का आरोप है कि फेसबुक पोस्ट के जरिए धार्मिक परिधानों और मंदिर के प्रचार प्रसार के लिए उपयोग किया जा रहा है. जो लिंगदोह कमेटी के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता है.
नामांकन रद्द करने की मांग
एनएसयूआई का कहना है कि उन्होंने इस मुद्दे पर औपचारिक शिकायत चुनाव अधिकारी को की है और अनुरोध किया है कि इस मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए और नामांकन निलंबित कर दिया जाए.
बढ़-चढ़कर किया चुनाव प्रचार
फिलहाल दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ के चुनाव के लिए सभी छात्र संगठनों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. सोशल मीडिया डोर टू डोर और पर्चे बांटकर हर एक संगठन ने जोर-शोर से चुनाव प्रचार किया है, लेकिन अब यह देखना होगा कि आखिरकार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की कुर्सी पर कौन बैठता है.