नई दिल्ली: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया नें बीजेपी सांसद मनोज तिवारी समेत छह नेताओं के खिलाफ आपराधिक मानहानि की याचिका दायर की है. सिसोदिया ने याचिका में कहा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की कक्षाओं के निर्माण में भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाए हैं. इन नेताओं ने सोशल मीडिया पर हमारी छवि खराब करने की कोशिश की है.
20 जुलाई को दायर हुई थी याचिका
आपराधिक मानहानि के मामले पर पिछले 20 जुलाई को दायर की गई याचिका पर एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल की कोर्ट 5 अगस्त को विचार करेगी. सिसोदिया ने मनोज तिवारी के साथ-साथ जिन बीजेपी नेताओं के खिलाफ केस दायर किया है. उनमें बीजेपी सांसदों में हंसराज हंस और प्रवेश वर्मा, विधायकों में मनजिंदर सिंह सिरसा और विजेंद्र गुप्ता और बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना भी शामिल हैं.
पिछले 1 जुलाई को मनोज तिवारी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के कक्षाओं के निर्माण में दो हजार करोड़ रुपये के घोटाले पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.
मनोज तिवारी का कहना था कि 892 करोड़ रुपये में बननें वाले क्लासरुम के निर्माण में दो हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च किया गया है इस काम के लिए 34 ठेकेदारों को ठेका दिया गया था जिसमें कुछ मंत्रियों के रिश्तेदार भी शामिल हैं मनोज तिवारी नें केजरीवाल और सिसोदिया के इस्तीफे की भी मांग की थी. सिसोदिया ने इसे लेकर इन नेताओं को अपने बयान वापस लेने के लिए लीगल नोटिस भी भेजा था