हैदराबाद : फ्रेंच ओपन 2020 का कारवां अपने अंतिम पड़ाव पर आ पहुंचा है. एक ओर जहां आज महिला एकल का ऐतिहासिक फाइनल मुकाबला इगा स्वियातेक और सोफिया केनिन के बीच खेला जाना है, वहीं, रविवार को खेले जाने वाले पुरुष एकल के फाइनल में भी एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा.
ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैम्पियन सोफिया केनिन ने दो बार की विम्बलडन विजेता पेट्रा क्विटोवा को 6-4 7-5 से हराकर पहली बार फ्रेंच ओपन टेनिस ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया था. वहीं, एक अन्य सेमीफाइनल मुकाबले में पोलैंड की युवा खिलाड़ी इगा स्वियातेक ने अर्जेंटीना की क्वालिफायर नादिया पोदोरोस्का को मात दी थी.
साल 1891 में इस टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी. उस वक्त केवल वहीं टेनिस खिलाड़ी भाग ले सकते थे जो फ्रांस क्लब के सदस्य थे. लेकिन 1925 में इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का टूर्नामेंट बना दिया गया. तब से अब तक हर टेनिस खिलाड़ी फ्रेंच ओपन का खिताब जीतकर क्ले कोर्ट का किंग या क्वीन का तमगा हासिल करना चाहता है.
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क्ले कोर्ट पर खेला जाने वाला ये टूर्नामेंट आमतौर पर मई के अंत तथा जून की शुरुआत के दो सप्ताह के मध्य पेरिस, फ्रांस में स्टेड रोलैंड गर्रोस में खेला जाता है. ये वार्षिक टेनिस कैलेंडर में दूसरा ग्रैंड स्लैम होता है, लेकिन इस साल की परिस्थितियों को देखते हुए फ्रेंच ओपन का आयोजन सितंबर-अक्टूबर में किया गया.
इस साल इस टूर्नामेंट की शुरुआत 27 सितंबर को हुई. अगर महिला एकल की बात करें तो कई बड़े नामों ने कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से मना कर दिया. जिसमें से मौजूदा चैंपियन एश्ले बार्टी, नाओमी ओसाका, बियांका एंड्रकू बड़े नाम हैं. लेकिन सिमोना हालेप, सेरेना विलियमस जैसे नामों ने टूर्नामेंट का रोमांच संभाल रखा था.
23 बार की गैंडस्लैम विजेता सेरेना विलियमस 2017 से अपने रिकॉर्ड 24वें ग्रैंड स्लैम खिताब की कवायद में लगी हुई है, लेकिन हर बार खिताब से महज कुछ कदम दूर रह जा रही. इस साल के फ्रेंच ओपन में ऐसी उम्मीद की जा रही थी वो अपना सपना पूरा कर लेंगी. हालांकि ऐसा हो नहीं पाया.
फ्रेंच ओपन के दूसरे ही दौर में वो इंजरी के चलते फ्रेंच ओपन से हट गईं. विलियम्स को अमेरिकी ओपन में विक्टोरिया अजारेंका के सामने सेमीफाइनल मैच के दौरान इंजरी हुई थी जिसके बाद उन्होंने फ्रेंच ओपन की शुरुआत से पहले ही कहा था कि वो 100% फिट नहीं हैं लेकिन खेलने के लिए पर्याप्त रूप से ठीक हो गई हैं.
वहीं, रोलां गैरो महिला एकल में एक और बड़ा उलटफेर तब देखने को मिला जब एक गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी ने टूर्नामेंट की टॉप सिडेड सिमोना हालेप को सीधे सेटों में मात दी. टूर्नामेंट शुरू होने से पहले सिमोना को इस खिताब का सबसे प्रबल दावेदार बताया जा रहा था. इतना उलटफेर होने के बाद जिन दो खिलाड़ियों ने फाइनल में जगह बनाई है- वो इगा स्वियातेक और सोफिया केनिन है.
दिलचस्प बात ये है कि स्वियातेक 1975 के बाद शुरू हुई डब्ल्यूटीए कम्प्यूटर रैंकिंग के बाद रोलां गैरां के महिला फाइनल में पहुंचने वाली सबसे निचली रैंकिंग की खिलाड़ी बन गयी हैं. उनकी रैंकिंग 54 है. वह ओपन युग में सातवीं गैर वरीय खिलाड़ी हैं जो फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंची हैं.
वहीं, अमेरिकी खिलाड़ी केनिन ने इस साल मेजर टूर्नामेंट में 16 मैच जीते हैं, उन्होंने जीत की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न पार्क में की और वह पिछले महीने अमेरिकी ओपन के भी चौथे दौर तक पहुंची थीं, उन्हें सातवीं वरीयता प्राप्त चेक गणराज्य की क्विटोवा को हराने में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
ऐसे में आज का फाइनल काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है, जब एक गौर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी का सामना एक ग्रैंड स्लैम चैंपियन से होगा. एक ओर जहां स्वियातेक के लिए फ्रेंच ओपन उनका पहले मेजर फाइनल है, वहीं, दूसरी ओर केनिन 2020 ऑस्टेलियन ओपन चैंपियन हैं.
इगा स्वियातेक ने फ्रेंच ओपन 2020 में अबतक का सफर बेहद की शानदार रहा है, उन्होंने बिना कोई सेट गंवाए फाइनल तक का सफर तय किया है, लेकिन केनिन का फाइनल तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है.
ऐसे में इगा क्ले कोर्ट टूर्नामेंट को जीतकर इतिहास रचना चाहेंगी. और अगर वो फाइनल भी बिना कोई सेट गंवाए जीत जाती हैं तो ये सोने पर सुहागा हो.
वहीं, फाइनल तक पहुंचने के लिए इतना संघर्ष करने के बाद केनिन खिताबी मुकाबले के लिए अपना 100 % देंगी. दोनों के लिए ही मुकाबला अहम होगा, लेकिन खिताब का हकदार वही होगा जो आज अपना सब कुछ दांव पर लगा देगा.