ETV Bharat / sports

मुझे बोल्ट के युग में पैदा नहीं होना चाहिए था : योहान ब्लेक

जमैका के योहान ब्लेक ने कहा है कि उन्हें उसेन बोल्ट के युग में पैदा नहीं होना चागिए था. योहान ने बोल्ट को 200 मीटर रेस में दो बार हराया है.

usain
usain
author img

By

Published : Dec 2, 2019, 9:46 PM IST

Updated : Dec 2, 2019, 10:24 PM IST

मुंबई : पूर्व फर्राटा विश्व चैम्पियन जमैका के योहान ब्लेक दुनिया के महानतम फर्राटा एथलीट माने जाने वाले हमवतन उसेन बोल्ट की छत्रछाया से निकल कर नए व्यक्तिगत कीर्तिमान स्थापित करना चाहते हैं.

अगले साल जापान की राजधानी में होने वाले ओलम्पिक खेलों में बोल्ट नहीं होंगे क्योंकि वो संन्यास ले चुके हैं और ऐसे में यह ब्लेक के लिए मौका है, इसी कारण ब्लेक ने इस बार ओलम्पिक में तीन स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रखा है. ब्लेक ने तो यहां तक कह दिया कि वह 'गलत समय पर पैदा हुए' लेकिन अब वह अपनी अलग पहचान कायम करना चाहते हैं.

बोल्ट के साथ लगभग एक दशक से ज्यादा समय तक दौड़ने वाले ब्लेक ने 2011 में दाएगू विश्व चैम्पियनशिप में 100 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था. वहां बोल्ट भी थे लेकिन वह फाइनल में डिसक्वालीफाई हो गए थे.

योहान ब्लेक
योहान ब्लेक

200 मीटर रेस में दो बार बोल्ट को मात दे चुके हैं योहान

इसके अलावा ब्लेक ने 2012 और 2018 में जमैका राष्ट्रीय चैम्पियनशिप (ओलम्पिक क्वालीफायर) में बोल्ट को 200 मीटर में दो बार हरा चुके हैं. ब्लेक आज की तारीख में 100 तथा 200 मीटर में दूसरे तीव्रतम धावक हैं.

रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज को प्रोमोट करने भारत आए ब्लेक ने सोमवार को यहां संवददाताओं से कहा, "मैं इस सीजन से सकारात्मकता लेकर जा रहा हूं. मैं अच्छी लय में हूं और अभ्यास में अच्छा महसूस कर रहा हूं.

ये मेरा अंतिम ओलम्पिक होगा और मैं इसमें अपना सबकुछ झोंक देना चाहता हूं. मैं तीन स्वर्ण पदक चाहता हूं. मैं अपने लिए नए कीर्तिमान स्थापित करना चाहता हूं. मेरे लिए बोल्ट युग की समाप्ति के बाद अपने तथा अपने देश के लिए कुछ हासिल करने का मौका है."

चार गुणा 100 मीटर रिले में दो बार के ओलंपिक विजेता ब्लेक के नाम 100 और 200 मीटर में ओलम्पिक स्वर्ण पदक नहीं है और अब जब उनके रास्ते से बोल्ट हट गए हैं तो ये धावक अपने गले में इन दो स्वर्ण पदकों को डालना चाहते हैं. उन्हें हालांकि चुनौती भी मिलेगी जिसके लिए वे तैयार हैं.

'मैं अभी भी कुछ और साल अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं'

टोक्यो में मिलने वाली चुनौती को लेकर 29 साल के इस धावक ने कहा, "क्रिस्टन कौलमैन, आंद्रे दे ग्रासे, इत्यादि ये सभी अच्छे हैं मुझे इन सभी के मुकाबला करना होगा होगा. मेरा शरीर अच्छा है, मेरे अंदर कुछ और साल हैं. मैं तैयार हूं क्योंकि मैं अपने शरीर का अच्छे से ख्याल रखता हूं."

बोल्ट के रहते ब्लेक के हाथों से कई जीतें फिसल गईं. इसका उन्हें थोड़ा अफसोस भी है, "अगर आप बोल्ट को हटा दें तो मैं सबसे तेज धावक हूं. मुझे लगता है कि मैं गलत समय पर पैदा हुआ, लेकिन फिर भी मैं बहुत कुछ हासिल कर सका. वो उसेन का समय था इसमें कोई शक नहीं है. हमने उनके सामने प्रतिस्पर्धा की है. लंदन में मुझे जीतना चाहिए था लेकिन जीत नहीं पाए."

उसेन बोल्ट
उसेन बोल्ट

ब्लेक ने बेशक इस बात पर अफसोस जताया कि बोल्ट के रहते वो पीछे रह गए लेकिन वो इस बात को मानने से नहीं चूके कि बोल्ट ने जमैका के एथलेटिक्स को नए आयाम दिए और उन्होंने अपनी निजी जिंदगी में बोल्ट से काफी कुछ सीखा.

उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगाता कि जमैका के खिलाड़ी इस समय जितने प्रेरित रहते हैं उतने पहले रहते थे. उसेन बोल्ट जमैका और विश्व भर के एथलेटिक्स में अंतर लेकर आए. मैं उस श्रेणी में आता हूं. आप इसकी शुरुआत असाफा से कर सकते हैं. अभी मैं हूं, जमैका में अभी मेरे जैसा कोई नहीं है लेकिन मेर बाद कोई और होगा."

ब्लेक ने साथ ही भारतीय धावकों, खासकर हिमा दास की तारीफ की है और कहा है कि वे टोक्यो ओलम्पिक के बाद भारत में युवा एथलीटों को तैयार करेंगे.

'राष्ट्रमंडल खेलों में हिमा दास से हुई थी मुलाकात'

उन्होंने कहा, "हिमा दास से मैं राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान ऑस्ट्रेलिया में मिला था. मैंने उनसे बात की थी. वे शानदार खिलाड़ी हैं और अच्छा कर रही हैं. वो खेल के लिए जो कर रही हैं वो अच्छा कर रही हैं. मुझे उम्मीद है कि वे मजबूती से वापसी करेंगी.

मुझे लगता है कि भारतीय खिलाड़ियों को अपने आप में विश्वास रखना चाहिए और दिन-रात कड़ी मेहनत करनी चाहिए. मुझे भी शीर्ष स्तर पर बने रहने के लिए दिन-रात मेहनत करनी होती है. उन्हें भी करनी होगी."

'भारतीय खिलाड़ियों को खुद पर विश्वास रखना चाहिए'

ओलम्पिक के बाद भारत में अपने कार्यक्रम के बारे में इस धावक ने कहा, "मैं सिर्फ मुंबई का ही लक्ष्य लेकर नहीं चल रहा हूं. मैं दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरू भी जाऊंगा. हम मुंबई के अलावा बाकी जगह भी जाएंगे और भारत के युवाओं को चुनेंगे और उन्हें प्रशिक्षण देंगे। मैं ओलम्पिक के दो सप्ताह अपनी टीम के साथ आऊंगा और यहां सबसे तेज धावक निकालूंगा."

एथलेटिक्स के अलावा ब्लेक को क्रिकेट से प्यार है. वे एक समय वेस्टइंडीज के लिए खेलना चाहते थे. किंग्सटन क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए ब्लेक ने एक बार गेंदबाजी करते हुए 10 रन देकर चार विकेट भी लिए थे.

16 अगस्त, 2012 को ब्लेक ने लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के साथ हुए टेस्ट मैच से पहले मैच शुरू करने की औपचारिक घंटी बजाए थी. वे ऐसा करने वाले पहले गैर-पेशेवर क्रिकेट खिलाड़ी बने थे. ब्लेक, विराट कोहली की कप्तानी वाली आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के फैन हैं और रॉयल चैलेंजर्स के अलावा यार्कशायर क्रिकेट क्लब के लिए खेलने की इच्छा रखते हैं.

मुंबई : पूर्व फर्राटा विश्व चैम्पियन जमैका के योहान ब्लेक दुनिया के महानतम फर्राटा एथलीट माने जाने वाले हमवतन उसेन बोल्ट की छत्रछाया से निकल कर नए व्यक्तिगत कीर्तिमान स्थापित करना चाहते हैं.

अगले साल जापान की राजधानी में होने वाले ओलम्पिक खेलों में बोल्ट नहीं होंगे क्योंकि वो संन्यास ले चुके हैं और ऐसे में यह ब्लेक के लिए मौका है, इसी कारण ब्लेक ने इस बार ओलम्पिक में तीन स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रखा है. ब्लेक ने तो यहां तक कह दिया कि वह 'गलत समय पर पैदा हुए' लेकिन अब वह अपनी अलग पहचान कायम करना चाहते हैं.

बोल्ट के साथ लगभग एक दशक से ज्यादा समय तक दौड़ने वाले ब्लेक ने 2011 में दाएगू विश्व चैम्पियनशिप में 100 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था. वहां बोल्ट भी थे लेकिन वह फाइनल में डिसक्वालीफाई हो गए थे.

योहान ब्लेक
योहान ब्लेक

200 मीटर रेस में दो बार बोल्ट को मात दे चुके हैं योहान

इसके अलावा ब्लेक ने 2012 और 2018 में जमैका राष्ट्रीय चैम्पियनशिप (ओलम्पिक क्वालीफायर) में बोल्ट को 200 मीटर में दो बार हरा चुके हैं. ब्लेक आज की तारीख में 100 तथा 200 मीटर में दूसरे तीव्रतम धावक हैं.

रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज को प्रोमोट करने भारत आए ब्लेक ने सोमवार को यहां संवददाताओं से कहा, "मैं इस सीजन से सकारात्मकता लेकर जा रहा हूं. मैं अच्छी लय में हूं और अभ्यास में अच्छा महसूस कर रहा हूं.

ये मेरा अंतिम ओलम्पिक होगा और मैं इसमें अपना सबकुछ झोंक देना चाहता हूं. मैं तीन स्वर्ण पदक चाहता हूं. मैं अपने लिए नए कीर्तिमान स्थापित करना चाहता हूं. मेरे लिए बोल्ट युग की समाप्ति के बाद अपने तथा अपने देश के लिए कुछ हासिल करने का मौका है."

चार गुणा 100 मीटर रिले में दो बार के ओलंपिक विजेता ब्लेक के नाम 100 और 200 मीटर में ओलम्पिक स्वर्ण पदक नहीं है और अब जब उनके रास्ते से बोल्ट हट गए हैं तो ये धावक अपने गले में इन दो स्वर्ण पदकों को डालना चाहते हैं. उन्हें हालांकि चुनौती भी मिलेगी जिसके लिए वे तैयार हैं.

'मैं अभी भी कुछ और साल अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं'

टोक्यो में मिलने वाली चुनौती को लेकर 29 साल के इस धावक ने कहा, "क्रिस्टन कौलमैन, आंद्रे दे ग्रासे, इत्यादि ये सभी अच्छे हैं मुझे इन सभी के मुकाबला करना होगा होगा. मेरा शरीर अच्छा है, मेरे अंदर कुछ और साल हैं. मैं तैयार हूं क्योंकि मैं अपने शरीर का अच्छे से ख्याल रखता हूं."

बोल्ट के रहते ब्लेक के हाथों से कई जीतें फिसल गईं. इसका उन्हें थोड़ा अफसोस भी है, "अगर आप बोल्ट को हटा दें तो मैं सबसे तेज धावक हूं. मुझे लगता है कि मैं गलत समय पर पैदा हुआ, लेकिन फिर भी मैं बहुत कुछ हासिल कर सका. वो उसेन का समय था इसमें कोई शक नहीं है. हमने उनके सामने प्रतिस्पर्धा की है. लंदन में मुझे जीतना चाहिए था लेकिन जीत नहीं पाए."

उसेन बोल्ट
उसेन बोल्ट

ब्लेक ने बेशक इस बात पर अफसोस जताया कि बोल्ट के रहते वो पीछे रह गए लेकिन वो इस बात को मानने से नहीं चूके कि बोल्ट ने जमैका के एथलेटिक्स को नए आयाम दिए और उन्होंने अपनी निजी जिंदगी में बोल्ट से काफी कुछ सीखा.

उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगाता कि जमैका के खिलाड़ी इस समय जितने प्रेरित रहते हैं उतने पहले रहते थे. उसेन बोल्ट जमैका और विश्व भर के एथलेटिक्स में अंतर लेकर आए. मैं उस श्रेणी में आता हूं. आप इसकी शुरुआत असाफा से कर सकते हैं. अभी मैं हूं, जमैका में अभी मेरे जैसा कोई नहीं है लेकिन मेर बाद कोई और होगा."

ब्लेक ने साथ ही भारतीय धावकों, खासकर हिमा दास की तारीफ की है और कहा है कि वे टोक्यो ओलम्पिक के बाद भारत में युवा एथलीटों को तैयार करेंगे.

'राष्ट्रमंडल खेलों में हिमा दास से हुई थी मुलाकात'

उन्होंने कहा, "हिमा दास से मैं राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान ऑस्ट्रेलिया में मिला था. मैंने उनसे बात की थी. वे शानदार खिलाड़ी हैं और अच्छा कर रही हैं. वो खेल के लिए जो कर रही हैं वो अच्छा कर रही हैं. मुझे उम्मीद है कि वे मजबूती से वापसी करेंगी.

मुझे लगता है कि भारतीय खिलाड़ियों को अपने आप में विश्वास रखना चाहिए और दिन-रात कड़ी मेहनत करनी चाहिए. मुझे भी शीर्ष स्तर पर बने रहने के लिए दिन-रात मेहनत करनी होती है. उन्हें भी करनी होगी."

'भारतीय खिलाड़ियों को खुद पर विश्वास रखना चाहिए'

ओलम्पिक के बाद भारत में अपने कार्यक्रम के बारे में इस धावक ने कहा, "मैं सिर्फ मुंबई का ही लक्ष्य लेकर नहीं चल रहा हूं. मैं दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरू भी जाऊंगा. हम मुंबई के अलावा बाकी जगह भी जाएंगे और भारत के युवाओं को चुनेंगे और उन्हें प्रशिक्षण देंगे। मैं ओलम्पिक के दो सप्ताह अपनी टीम के साथ आऊंगा और यहां सबसे तेज धावक निकालूंगा."

एथलेटिक्स के अलावा ब्लेक को क्रिकेट से प्यार है. वे एक समय वेस्टइंडीज के लिए खेलना चाहते थे. किंग्सटन क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए ब्लेक ने एक बार गेंदबाजी करते हुए 10 रन देकर चार विकेट भी लिए थे.

16 अगस्त, 2012 को ब्लेक ने लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के साथ हुए टेस्ट मैच से पहले मैच शुरू करने की औपचारिक घंटी बजाए थी. वे ऐसा करने वाले पहले गैर-पेशेवर क्रिकेट खिलाड़ी बने थे. ब्लेक, विराट कोहली की कप्तानी वाली आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के फैन हैं और रॉयल चैलेंजर्स के अलावा यार्कशायर क्रिकेट क्लब के लिए खेलने की इच्छा रखते हैं.

Intro:Body:

मुझे बोल्ट के युग में पैदा नहीं होना चाहिए था : योहान ब्लेक



 





जमैका के योहान ब्लेक  ने कहा है कि उन्हें उसेन बोल्ट के युग में पैदा नहीं होना चागिए था. योहान ने बोल्ट को 200 मीटर रेस में दो बार हराया है.



मुंबई : पूर्व फर्राटा विश्व चैम्पियन जमैका के योहान ब्लेक दुनिया के महानतम फर्राटा एथलीट माने जाने वाले हमवतन उसेन बोल्ट की छत्रछाया से निकल कर नए व्यक्तिगत कीर्तिमान स्थापित करना चाहते हैं.

अगले साल जापान की राजधानी में होने वाले ओलम्पिक खेलों में बोल्ट नहीं होंगे क्योंकि वो संन्यास ले चुके हैं और ऐसे में यह ब्लेक के लिए मौका है, इसी कारण ब्लेक ने इस बार ओलम्पिक में तीन स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रखा है. ब्लेक ने तो यहां तक कह दिया कि वह 'गलत समय पर पैदा हुए' लेकिन अब वह अपनी अलग पहचान कायम करना चाहते हैं.



बोल्ट के साथ लगभग एक दशक से ज्यादा समय तक दौड़ने वाले ब्लेक ने 2011 में दाएगू विश्व चैम्पियनशिप में 100 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था. वहां बोल्ट भी थे लेकिन वह फाइनल में डिसक्वालीफाई हो गए थे.

इसके अलावा ब्लेक ने 2012 और 2018 में जमैका राष्ट्रीय चैम्पियनशिप (ओलम्पिक क्वालीफायर) में बोल्ट को 200 मीटर में दो बार हरा चुके हैं. ब्लेक आज की तारीख में 100 तथा 200 मीटर में दूसरे तीव्रतम धावक हैं.



रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज को प्रोमोट करने भारत आए ब्लेक ने सोमवार को यहां संवददाताओं से कहा, "मैं इस सीजन से सकारात्मकता लेकर जा रहा हूं. मैं अच्छी लय में हूं और अभ्यास में अच्छा महसूस कर रहा हूं.

ये मेरा अंतिम ओलम्पिक होगा और मैं इसमें अपना सबकुछ झोंक देना चाहता हूं. मैं तीन स्वर्ण पदक चाहता हूं. मैं अपने लिए नए कीर्तिमान स्थापित करना चाहता हूं. मेरे लिए बोल्ट युग की समाप्ति के बाद अपने तथा अपने देश के लिए कुछ हासिल करने का मौका है."



चार गुणा 100 मीटर रिले में दो बार के ओलंपिक विजेता ब्लेक के नाम 100 और 200 मीटर में ओलम्पिक स्वर्ण पदक नहीं है और अब जब उनके रास्ते से बोल्ट हट गए हैं तो ये धावक अपने गले में इन दो स्वर्ण पदकों को डालना चाहते हैं. उन्हें हालांकि चुनौती भी मिलेगी जिसके लिए वे तैयार हैं.



टोक्यो में मिलने वाली चुनौती को लेकर 29 साल के इस धावक ने कहा, "क्रिस्टन कौलमैन, आंद्रे दे ग्रासे, इत्यादि ये सभी अच्छे हैं मुझे इन सभी के मुकाबला करना होगा होगा. मेरा शरीर अच्छा है, मेरे अंदर कुछ और साल हैं. मैं तैयार हूं क्योंकि मैं अपने शरीर का अच्छे से ख्याल रखता हूं."



बोल्ट के रहते ब्लेक के हाथों से कई जीतें फिसल गईं. इसका उन्हें थोड़ा अफसोस भी है, "अगर आप बोल्ट को हटा दें तो मैं सबसे तेज धावक हूं. मुझे लगता है कि मैं गलत समय पर पैदा हुआ, लेकिन फिर भी मैं बहुत कुछ हासिल कर सका. वो उसेन का समय था इसमें कोई शक नहीं है. हमने उनके सामने प्रतिस्पर्धा की है. लंदन में मुझे जीतना चाहिए था लेकिन जीत नहीं पाए."



ब्लेक ने बेशक इस बात पर अफसोस जताया कि बोल्ट के रहते वो पीछे रह गए लेकिन वो इस बात को मानने से नहीं चूके कि बोल्ट ने जमैका के एथलेटिक्स को नए आयाम दिए और उन्होंने अपनी निजी जिंदगी में बोल्ट से काफी कुछ सीखा.



उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगाता कि जमैका के खिलाड़ी इस समय जितने प्रेरित रहते हैं उतने पहले रहते थे. उसेन बोल्ट जमैका और विश्व भर के एथलेटिक्स में अंतर लेकर आए. मैं उस श्रेणी में आता हूं. आप इसकी शुरुआत असाफा से कर सकते हैं. अभी मैं हूं, जमैका में अभी मेरे जैसा कोई नहीं है लेकिन मेर बाद कोई और होगा."



ब्लेक ने साथ ही भारतीय धावकों, खासकर हिमा दास की तारीफ की है और कहा है कि वे टोक्यो ओलम्पिक के बाद भारत में युवा एथलीटों को तैयार करेंगे.



उन्होंने कहा, "हिमा दास से मैं राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान ऑस्ट्रेलिया में मिला था. मैंने उनसे बात की थी. वे शानदार खिलाड़ी हैं और अच्छा कर रही हैं. वो खेल के लिए जो कर रही हैं वो अच्छा कर रही हैं. मुझे उम्मीद है कि वे मजबूती से वापसी करेंगी.

मुझे लगता है कि भारतीय खिलाड़ियों को अपने आप में विश्वास रखना चाहिए और दिन-रात कड़ी मेहनत करनी चाहिए. मुझे भी शीर्ष स्तर पर बने रहने के लिए दिन-रात मेहनत करनी होती है. उन्हें भी करनी होगी."



ओलम्पिक के बाद भारत में अपने कार्यक्रम के बारे में इस धावक ने कहा, "मैं सिर्फ मुंबई का ही लक्ष्य लेकर नहीं चल रहा हूं. मैं दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरू भी जाऊंगा. हम मुंबई के अलावा बाकी जगह भी जाएंगे और भारत के युवाओं को चुनेंगे और उन्हें प्रशिक्षण देंगे। मैं ओलम्पिक के दो सप्ताह अपनी टीम के साथ आऊंगा और यहां सबसे तेज धावक निकालूंगा."



एथलेटिक्स के अलावा ब्लेक को क्रिकेट से प्यार है. वे एक समय वेस्टइंडीज के लिए खेलना चाहते थे. किंग्सटन क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए ब्लेक ने एक बार गेंदबाजी करते हुए 10 रन देकर चार विकेट भी लिए थे.

16 अगस्त, 2012 को ब्लेक ने लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के साथ हुए टेस्ट मैच से पहले मैच शुरू करने की औपचारिक घंटी बजाए थी. वे ऐसा करने वाले पहले गैर-पेशेवर क्रिकेट खिलाड़ी बने थे. ब्लेक, विराट कोहली की कप्तानी वाली आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के फैन हैं और रॉयल चैलेंजर्स के अलावा यार्कशायर क्रिकेट क्लब के लिए खेलने की इच्छा रखते हैं.


Conclusion:
Last Updated : Dec 2, 2019, 10:24 PM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.