नई दिल्लीः स्टार धावक दुती चंद इस साल के अर्जुन अवॉर्ड की सिफारिश करने से चूक गई हैं. वहीं भारत के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए दिए गए आवेदन को खेल मंत्रालय ने खारिज कर दिया है. इनके अलावा एशियन गेम्स के 800 मीटर के चैंपियन मंजीत सिंह भी अर्जुन अवार्ड का कट पार करने से चूक गए हैं.
खेल मंत्रालय उन एथलीटों की सूची तैयार करने में व्यस्त है, जिनके नाम की सिफारिश जल्द ही पूरी करने के लिए गठित हुई खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार समिति को विचार के लिए दी जाएगी. जिसके बाद चयनित नामों को अनुमोदन की अंतिम मोहर के लिए खेल मंत्री किरेन रिजिजू को भेज दिया जाएगा.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी, ऑल-राउंडर रवींद्र जडेजा और महिला क्रिकेटर पूनम यादव के नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेजा हैं. इसके अवाला इस साल के खेल रत्न पुरस्कार के लिए बीसीसीआई द्वारा कोई सिफारिश नहीं की गई है.
हरभजन सिंह का नाम पंजाब सरकार द्वारा खेल रत्न के लिए भेजा गया था, लेकिन मंत्रालय ने उनका नामांकन 25 जून 2019 को प्राप्त किया और आवेदन भेजने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2019 तक थी.
दुती के मामले में, नियम के अनुसार एक खेल महासंघ पुरस्कार के लिए एक साथ केवल तीन नामों की ही सिफारिश कर सकता है. एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) ने कुल पांच नामों को आगे बढ़ाया जिनमें शॉट-पुटर तेजिंदर पाल सिंह तूर, हेपटैथलेट स्वप्ना बर्मन और ट्रिपल जंपर अरपिंदर सिंह के अलावा दुती चंद और मंजीत के नाम शामिल थे.
30 अप्रैल को नामों की सिफारिश करते हुए महासंघ ने पुरस्कार कट-ऑफ डेटलाइन से इन खिलाड़ियों की सूची को उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन के आधार पर तैयार किया था और मंजीत को उस रैंकिंग में चौथे और दुती को पांचवे स्थान मिला. समिति ने तूर, बर्मन और अरपिंदर के नामों को जकार्ता एशियन गेम्स और अन्य अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में उनके स्वर्ण पदक जीतने वाले प्रदर्शन के आधार पर सिफारिश के लिए चयन किया.
दुती ने एशियाड में महिलाओं की 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ में दो रजत पदक जीते थे, लेकिन गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में वो चूक गई, जिसने उनके प्रस्ताव को कमजोर कर दिया. मंजीत भी टॉप तीन में जगह बनाने लायक पर्याप्त अंक नहीं जुटा सके. अर्जुन अवॉर्ड के लिए दुती का भी नाम ओडिशा सरकार द्वारा अग्रेषित किया गया था, लेकिन हरभजन की तरह ही राज्य प्रशासन कम से कम एक महीने की समय सीमा से चूक गई.
दुती ने हाल ही में नपोली में हुए वर्ल्ड यूनिवर्सेड में एक ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता और एक वैश्विक स्तर में 100 मीटर की दौड़ जीतने वाली पहली भारतीय महिला ट्रैक और फील्ड एथलीट बन गई. हालांकि, उनकी इस उपलब्धि को वर्तमान पुरस्कार चक्र के लिए नहीं माना जाएगा.
इसी तरह बीसीसीआई ने भी चार नामों को आगे बढ़ाया है जिस पर मंत्रालय ने बोर्ड से कहा है कि या तो वो सूची को निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार तीन तक शामिल करें या नामों की रैंकिंग क्रम प्रदान करें.