नई दिल्ली : विराट इस समय खेल के तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम के कप्तान हैं. युवराज ने एक समाचार चैनल से कहा, "पहले सिर्फ दो प्रारूप होते थे तो कप्तानी करना आसान होता था. अगर विराट पर ज्यादा भार है तो वो टी-20 के लिए अलग कप्तान के बारे में सोच सकते हैं."
टीम प्रबंधन पर निर्भर करता है
उन्होंने कहा, "रोहित ने अच्छा काम किया है. मैं नहीं जानता, इस बात का फैसला उन्हें लेना है कि विराट कितना भार उठा सकते हैं. ये इस बात पर निर्भर करता है कि वो भविष्य को लेकर क्या सोच रहे हैं. यह पूरी तरह से टीम प्रबंधन पर निर्भर करता है."
भारतीय सीमित ओवरों की टीम के उप-कप्तान इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सबसे सफल कप्तानों में गिने जाते हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में मुंबई इंडियंस को चार बार आईपीएल खिताब दिलाया है. युवराज ने साथ ही रोहित के टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के तौर पर चुने जाने का समर्थन किया है.
उन्होंने कहा, "अगर आप मुझसे पूछेंगे तो मैं यह कहूंगा कि रोहित को शुरुआत से ही टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेलना चाहिए था. आप उन्हें एक मैच खेलाएं और फिर उन्हें बाहर कर दें और कहें कि रोहित शर्मा टेस्ट में रन नहीं बना रहे हैं.
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आप जब तक किसी को 10 टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं देते हैं तो कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वो अच्छा करेगा? अब अगर आप रोहित को टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के तौर पर ला रहे हैं तो उन्हें कम से कम छह टेस्ट मैच दीजिए और कहिए कि रोहित आपके पास 10-12 पारियां हैं, जाइए अपना खेल खेलिए. कोई भी कुछ नहीं कहेगा."