लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने कहा है कि 2000 में मैच फिक्सिंग के कारण पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा आजीवन प्रतिबंधित किए गए सलीम मलिक को दूसरा मौका दिया जाना चाहिए. मलिक पर पीसीबी ने अजीवन प्रतिबंध लगाया था जिसे 2008 में लाहौर की स्थानीय अदालत ने हटा दिया था.
मलिक को पाकिस्तान के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में बताने वाले इंजमाम ने कहा कि उनकी खेल की जानकारी युवा खिलाड़ियों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है.
इंजमाम ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "उनका करियर इस तरह से खत्म हुआ, यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण था. उनके करियर का अंत इस तरह से नहीं होना चाहिए था. लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें दूसरा मौका देना चाहिए ताकि वह देश के लिए कुछ कर सकें."
उन्होंने कहा, "भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन को भी इसी तरह प्रतिबंधित किया गया था लेकिन अब वह हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष हैं. इसी तरह मलिक को भी क्रिकेट संबंधी गतिविधियों में शामिल करना चाहिए."
इससे पहले इंजमाम उल हक ने कहा था कि आज के दौर में बेशक ज्यादा स्कोर वाले मैच हो रहे हैं लेकिन उन्होंने वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज विवियन रिचडर्स जैसी आक्रामकता आज के समय में नहीं देखी.
इंजमाम ने यूट्यूब वीडियो में कहा था, ‘मैं एक बार महान रिचडर्स के साथ बल्लेबाजी कर रहा था. वह मेरे पास आए और कहा कि क्या मैं देखना चाहता हूं कि हम दोनों में से कौन बड़ा छक्का मार सकता है. मैं हंसा और कहा बिल्कुल, मुझे लगा कि वो रिटायर्ड खिलाड़ी हैं और मैं उस समय काफी युवा था और मुझे अपने आप पर भरोसा था.’
उन्होंने कहा, 'पहले ओवर में उन्होंने छक्का मारा जो पार्किंग में गया. इसके बाद मैंने छक्के मारा जो ड्रेसिंग रूम के ऊपर से गया था. मैंने उनसे खुश होकर कहा कि मैंने लंबा छक्का मारा है. उन्होंने हंसते हुए कहा कि अभी खेल खत्म नहीं हुआ है.'