सिडनी : भारतीय गेंदबाजों से ऑस्ट्रेलिया में जिस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद थी वह शुक्रवार को पहले वनडे में तो पूरी नहीं हुई. भारतीय गेंदबाजों ने अच्छा तो नहीं किया और अपने खराब प्रदर्शन से कुछ अनचाहे रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने भारत के हर गेंदबाज की जमकर धुनाई की. भारत के चार गेंदबाजों ने 60 से ज्यादा रन दिए.
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नवदीप सैनी, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल सभी ने अपने कोटे के 10 ओवरों में 60 से ज्यादा रन लुटाए. ये वनडे में दूसरी बार है कि भारत के चार गेंदबाजों ने अपने कोटे के सभी ओवर फेंकने के बाद 60 या उससे ज्यादा रन दिए हैं.
मोहम्मद शमी सबसे किफायती गेंदबाज रहे जिन्होंने 10 ओवरों में 59 रन दिए. चहल ने 10 ओवरों में 89 रन खर्च कर सिर्फ एक विकेट लिया. बुमराह ने 10 ओवरों में 73 रन देकर एक विकेट हासिल किया. नवदीप सैनी ने भी 10 ओवरों में 8.3 की औसत से 83 रन लुटाए और सिर्फ एक सफलता हासिल की. शमी ने 10 ओवरों में 59 रन दिए और तीन विकट लिए.
इससे पहले 2018 में गुवाहाटी में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के चार गेंदबाजों ने अपने कोटे के 10-10 ओवरों में 60 से ज्यादा रन दिए थे.
इस मैच में प्रदर्शन के बाद चहल भारत के लिए एक वनडे मैच में सबसे ज्यादा रन देने वाले स्पिनर भी बन गए हैं. चहल ने मार्कस स्टोइनिस का विकेट लिया जो खाता तक नहीं खोल पाए.
चहल से पहले यह अनचाहा रिकार्ड लेग स्पिनर पीयूष चावला के नाम था जो उन्होंने 2008 में पाकिस्तान के खिलाफ 10 ओवरों में 85 रन खर्च कर बनाया था.
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इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट के नुकसान पर 374 रन बनाए जो वनडे में भारत के खिलाफ उसका सर्वोच्च स्कोर भी है. इससे पहले आस्ट्रेलिया का भारत के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर 359 था.