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एंटी CAA प्रोटेस्ट पर बोलीं पूजा भट्ट - विरोध देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप

नए नागरिकता संशोधन कानून के बारे में चर्चा करने के लिए मुंबई में आयोजित कॉन्फ्रेंस में अभिनेत्री पूजा भट्ट ने एंटी सीएए प्रोटेस्ट को समर्थन देते हुए कहा कि विरोध करना सबसे बड़ी देशभक्ति है. अपने भाषण के दौरान अभिनेत्री शाहीन बाग की महिलाओं का भी ज्रिक किया.

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एंटी CAA प्रोटेस्ट पर बोलीं पूजा भट्ट - विरोध देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप
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Published : Jan 28, 2020, 1:07 PM IST

Updated : Feb 28, 2020, 6:43 AM IST

मुंबईः बॉलीवुड अभिनेत्री पूजा भट्ट ने कहा कि वह नागरिक संशोधन कानून(CAA) का समर्थन नहीं करती हैं और उन्होंने विरोध को देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप बताया,

नई कानून पर चर्चा करने के लिए आयोजित कॉन्फ्रेंस में अभिनेत्री ने कहा, 'सीएए और एनआरसी पर यह है कि मैं इसे सपोर्ट नहीं करती हूं, क्योंकि यह मेरे घर को बांटता है और कोई भी या कुछ भी मेरे घर को बांटेगा तो मैं खड़े होकर उसके खिलाफ अपनी आखिरी सांस तक विरोध करूंगी.'

अभिनेत्री ने आगे शाहीन बाग की महिलाओं द्वारा किए जा रहे प्रोटेस्ट की सराहना की और देश के नेताओं से आंदोलनकारियों को तहस-नहस करने की बजाए उनकी बात सुनकर चर्चा करने के लिए कहा.

पूजा ने आगे कहा, 'छात्रों ने हमें जागने का, उठने का और बोलने का संदेश दिया है, क्योंकि अब वक्त आ गया है कि हम खड़ें हो और आवाज बुलंद करें.'

पढ़ें- टीवी शो विवाद : 'धार्मिक भावना आहत' करने के केस में भारती सिंह को मिली राहत

'नेताओं प्लीज जागो और, हमें सुनो, शाहीन बाग की महिलाओं को सुनो, स्टूडेंट्स को सुनो, बातचीत करो और बदनाम करने का खेल बंद कर दो.'

एंटी-सीएए प्रोटेस्ट के समर्थन में संविधान को प्रमुखता से मानने की बात कही. अभिनेत्री के मुताबिक, 'हम संविधान पढ़ते हैं, या तो आप उसे फाड़ दें या जला दें स्कूलों में बच्चों को मत सिखाएं क्योंकि जो आप सिखा रहे हैं और आपके शब्द व काम मेल नहीं खाते हैं.'

अभिनेत्री ने विरोध के बारे में कहा, 'मुझे लगता है कि विरोध देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप है. क्या हिंदुस्तान हमारा घर नहीं है.. अगर हमें सरकार से कोई शिकायत है तो सरकार हमें सुनेगी या देशद्रोही बता देगी.. मैं दरअसल रूलिंग पार्टी को शुक्रिया करना चाहूंगी कि आप हमें एक साथ ले आए.'

एंटी CAA प्रोटेस्ट पर बोलीं पूजा भट्ट - विरोध देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप
पूजा भट्ट और उनके पिता निर्देशक महेश भट्ट शुरूआत से ही सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर प्रमुखता से अपनी आवाज उठा रहे हैं.इनपुट- एएनआई

मुंबईः बॉलीवुड अभिनेत्री पूजा भट्ट ने कहा कि वह नागरिक संशोधन कानून(CAA) का समर्थन नहीं करती हैं और उन्होंने विरोध को देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप बताया,

नई कानून पर चर्चा करने के लिए आयोजित कॉन्फ्रेंस में अभिनेत्री ने कहा, 'सीएए और एनआरसी पर यह है कि मैं इसे सपोर्ट नहीं करती हूं, क्योंकि यह मेरे घर को बांटता है और कोई भी या कुछ भी मेरे घर को बांटेगा तो मैं खड़े होकर उसके खिलाफ अपनी आखिरी सांस तक विरोध करूंगी.'

अभिनेत्री ने आगे शाहीन बाग की महिलाओं द्वारा किए जा रहे प्रोटेस्ट की सराहना की और देश के नेताओं से आंदोलनकारियों को तहस-नहस करने की बजाए उनकी बात सुनकर चर्चा करने के लिए कहा.

पूजा ने आगे कहा, 'छात्रों ने हमें जागने का, उठने का और बोलने का संदेश दिया है, क्योंकि अब वक्त आ गया है कि हम खड़ें हो और आवाज बुलंद करें.'

पढ़ें- टीवी शो विवाद : 'धार्मिक भावना आहत' करने के केस में भारती सिंह को मिली राहत

'नेताओं प्लीज जागो और, हमें सुनो, शाहीन बाग की महिलाओं को सुनो, स्टूडेंट्स को सुनो, बातचीत करो और बदनाम करने का खेल बंद कर दो.'

एंटी-सीएए प्रोटेस्ट के समर्थन में संविधान को प्रमुखता से मानने की बात कही. अभिनेत्री के मुताबिक, 'हम संविधान पढ़ते हैं, या तो आप उसे फाड़ दें या जला दें स्कूलों में बच्चों को मत सिखाएं क्योंकि जो आप सिखा रहे हैं और आपके शब्द व काम मेल नहीं खाते हैं.'

अभिनेत्री ने विरोध के बारे में कहा, 'मुझे लगता है कि विरोध देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप है. क्या हिंदुस्तान हमारा घर नहीं है.. अगर हमें सरकार से कोई शिकायत है तो सरकार हमें सुनेगी या देशद्रोही बता देगी.. मैं दरअसल रूलिंग पार्टी को शुक्रिया करना चाहूंगी कि आप हमें एक साथ ले आए.'

एंटी CAA प्रोटेस्ट पर बोलीं पूजा भट्ट - विरोध देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप
पूजा भट्ट और उनके पिता निर्देशक महेश भट्ट शुरूआत से ही सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर प्रमुखता से अपनी आवाज उठा रहे हैं.इनपुट- एएनआई
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एंटी CAA प्रोटेस्ट पर बोलीं पूजा भट्ट - विरोध देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप

मुंबईः बॉलीवुड अभिनेत्री पूजा भट्ट ने कहा कि वह नागरिक संशोधन कानून(CAA) का समर्थन नहीं करती हैं और उन्होंने विरोध को देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप बताया,

नई कानून पर चर्चा करने के लिए आयोजित कॉन्फ्रेंस में अभिनेत्री ने कहा, 'सीएए और एनआरसी पर यह है कि मैं इसे सपोर्ट नहीं करती हूं, क्योंकि यह मेरे घर को बांटता है और कोई भी या कुछ भी मेरे घर को बांटेगा तो मैं खड़े होकर उसके खिलाफ अपनी आखिरी सांस तक विरोध करूंगी.'

अभिनेत्री ने आगे शाहीन बाग की महिलाओं द्वारा किए जा रहे प्रोटेस्ट की सराहना की और देश के नेताओं से आंदोलनकारियों को तहस-नहस करने की बजाए उनकी बात सुनकर चर्चा करने के लिए कहा.

पूजा ने आगे कहा, 'छात्रों ने हमें जागने का, उठने का और बोलने का संदेश दिया है, क्योंकि अब वक्त आ गया है कि हम खड़ें हो और आवाज बुलंद करें.'

'नेताओं प्लीज जागो और, हमें सुनो, शाहीन बाग की महिलाओं को सुनो, स्टूडेंट्स को सुनो, बातचीत करो और बदनाम करने का खेल बंद कर दो.'

एंटी-सीएए प्रोटेस्ट के समर्थन में संविधान को प्रमुखता से मानने की बात कही. अभिनेत्री के मुताबिक, 'हम संविधान पढ़ते हैं, या तो आप उसे फाड़ दें या जला दें स्कूलों में बच्चों को मत सिखाएं क्योंकि जो आप सिखा रहे हैं और आपके शब्द व काम मेल नहीं खाते हैं.'

अभिनेत्री ने विरोध के बारे में कहा, 'मुझे लगता है कि विरोध देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप है. क्या हिंदुस्तान हमारा घर नहीं है.. अगर हमें सरकार से कोई शिकायत है तो सरकार हमें सुनेगी या देशद्रोही बता देगी.. मैं दरअसल रूलिंग पार्टी को शुक्रिया करना चाहूंगी कि आप हमें एक साथ ले आए.'

पूजा भट्ट और उनके पिता निर्देशक महेश भट्ट शुरूआत से ही सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर प्रमुखता से अपनी आवाज उठा रहे हैं.

इनपुट्स- एएनआई


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Last Updated : Feb 28, 2020, 6:43 AM IST
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