मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री कियारा आडवाणी अपनी आगामी फिल्म 'इंदु की जवानी' की शूटिंग के लिए तैयार हैं. वह इस फिल्म में इंदु का किरदार निभाएंगी. फिल्म को बंगाली राइटर-फिल्ममेकर अबीर सेनगुप्ता डायरेक्ट करेंगे. कुछ दिनों पहले अबीर ने फिल्म की घोषणा करते हुए खुलासा किया था कि 'इंदु की जवानी' में कियारा मुख्य भूमिका में नज़र आएंगी. हाल ही में अबीर ने ईटीवी भारत के साथ टेलीफोन पर बातचीत में फिल्म से जुड़ी कई दिलचस्प बातें साझा कीं. पेश है आपके लिए उस बातचीत के कुछ अंश..
- क्या 'इंदु की जवानी' आपकी पहली हिंदी फिल्म है?
- बिल्कुल नहीं, मूल रूप से यह मेरी दूसरी हिंदी फिल्म है. मैंने एक हिंदी फिल्म बनाई है और यह अभी पोस्ट प्रोडक्शन के तहत है.
- उस फिल्म के बारे में कुछ बताएं.
- इसका शीर्षक है 'मैन टू मैन'. इसमें अदा शर्मा और नवीन कस्तूरिया मुख्य किरदारों में हैं. यह मेरी होम प्रोडक्शन फिल्म है.
- क्या यह एक फीचर फिल्म है?
- हां बिल्कुल. यह सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होगी. हम इसे उनकी मूल फिल्म के रूप में कुछ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं.
- 'इंदु की जवानी' की शूटिंग कब शुरू होगी?
- इस सितंबर से, जैसे ही कियारा ने हां बोला. हमने एग्रीमेंट साइन कर लिया है.
- शूटिंग कहां हो रही है?
- अभी तक तय नहीं हुआ है. हम अभी भी जगहों का जायजा कर रहे हैं.
- कियारा आडवाणी के साथ काम करने को लेकर आप कितने उत्साहित हैं?
- ओह, बहुत. मैं बहुत उत्साहित हूं. वह अद्भुत हैं. वह शानदार हैं. मैंने हमेशा सुना है कि एक्टर्स पहले स्क्रिप्ट पढ़ते हैं और फिर निर्णय लेने में महीनों लग जाते हैं. मैंने सुना है कि काफी में एटीट्यूड और इगो प्रॉब्लम भी होता है. लेकिन कियारा तो कियारा हैं. वह अलग हैं. सिंपल हैं. नखरे नहीं, कुछ नहीं. उन्होंने सिर्फ कहानी सुनी और फिर एक बात कही, 'ये तो बहुत अच्छा है' और हम साथ आ गए.
कियारा बहुत बुद्धिमान और सुंदर हैं. वह फिल्म के सार को आसानी से पकड़ सकती थी, जिससे मुझे बहुत खुशी मिली. मैं वास्तव में उनके जैसे ही किसी की तलाश में था. मैं वास्तव में कियारा में अपने इंदु की झलक देख सकता था.
- जैसा कि हमने सुना है कि यह एक डेटिंग ऐप और गाजियाबाद की एक लड़की के बारे में है. क्या यह एक कॉमेडी है?
- हां जी, बिल्कुल...
- आप कियारा को ही क्यों कास्ट करना चाहते थे?
- आपको नहीं लगता कि वह एकदम सही हैं. करण जौहर की लस्ट स्टोरीज में उन्होंने अपनी एक्टिंग से सभी का दिस जीत लिया. यह उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ अभिनय था.
- आप कब से चाहते थे कि आप एक फिल्म निर्माता बने?
- हंसते हुए! मैं एक आकस्मिक निर्देशक हूं. मेरा ध्यान फिल्मों के लिए स्क्रिप्ट लिखने पर था. मैं कभी साहित्यिक व्यक्ति नहीं था. मैं फिल्मों का शौकीन था. और यह हिस्सा मेरे लिए एक फिल्म निर्देशक से कहीं ज्यादा है.
- फिर आपने क्यों ...
- बात कुछ इस तरह है. यह खुद एक कहानी की तरह है. मेरी बिजनेस पार्टनर अनुश्री मेहता ने मुझमें एक निर्देशक पाया. वह कहती रही कि मुझे डायरेक्टर के रूप में नेतृत्व करना चाहिए. मुंबई में ही देखिए, आपकी फिल्म बनने में कई साल लग जाते हैं. आपको यहां जाना है, वहां जाना है, इस निर्देशक, या उस निर्माता के साथ बात करनी है. हम कंपनियों के लिए लघु फिल्में बना रहे थे. अनुश्री ने मुझसे कहा, अन्य निर्देशकों के पास जाने के बजाय, आप हमारे लिए फिल्म क्यों निर्देशित नहीं करते.
- और फिर आप सहमत हो गए?
- यह मेरे लिए आसान निर्णय नहीं था. इसके लिए मेरे पास कोई फॉर्मल ट्रेनिंग भी नहीं थी. मैंने कभी किसी को असिस्ट भी नहीं किया. मुझे कोई ज्ञान नहीं है. लेकिन अनुश्री को मुझ पर बहुत भरोसा और विश्वास था. उन्होंने कहा, "मैं आपके साथ ढ़ाई साल से काम कर रही हूं. हमने शॉर्ट फिल्मों में काम किया है. मैंने महसूस किया है कि आप एक निर्देशक हो सकते हैं, एक बड़े निर्देशक." इसलिए मैंने अपनी पहली बंगाली फिल्म बनाई.
- क्या आप बंगाल के किसी अभिनेता को अपनी फिल्म में लेने की योजना बना रहे हैं?
- इस फिल्म में नहीं. क्योंकि यह फिल्म गाजियाबाद में बनने जा रही है. और बंगालियों का अलग तरीका है हिंदी बोलने का, लेकिन मैंने एक बंगाली डीओपी के साथ मेरी फिल्म 'मेन टू मेन' में काम किया है. उसका नाम अभिमन्यु सेनगुप्ता है. वह अभी सिर्फ 25 साल के हैं. और काफी प्रतिभाशाली हैं.
- बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में बंगाल से आए डायरेक्टर्स का कितना स्वागत किया जाता है?
- देखिए. अगर आपके पास एक अच्छी कहानी है, वे आपका स्वागत करेंगे. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आते हैं. कोई रोक नहीं है. जैसा कि मैंने अपनी कहानियों में विश्वास किया, निर्माताओं ने मुझ पर विश्वास किया.
खुद को आकस्मिक निर्देशक मानते हैं 'इंदु की जवानी' के डायरेक्टर अबीर सेनगुप्ता
कियारा आडवाणी की आगामी फिल्म 'इंदु की जवानी' को बंगाली राइटर-फिल्ममेकर अबीर सेनगुप्ता डायरेक्ट करने वाले हैं. ईटीवी भारत से हुई खास बातचीत में निर्देशक ने कहा कि वह एक आकस्मिक निर्देशक हैं.
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री कियारा आडवाणी अपनी आगामी फिल्म 'इंदु की जवानी' की शूटिंग के लिए तैयार हैं. वह इस फिल्म में इंदु का किरदार निभाएंगी. फिल्म को बंगाली राइटर-फिल्ममेकर अबीर सेनगुप्ता डायरेक्ट करेंगे. कुछ दिनों पहले अबीर ने फिल्म की घोषणा करते हुए खुलासा किया था कि 'इंदु की जवानी' में कियारा मुख्य भूमिका में नज़र आएंगी. हाल ही में अबीर ने ईटीवी भारत के साथ टेलीफोन पर बातचीत में फिल्म से जुड़ी कई दिलचस्प बातें साझा कीं. पेश है आपके लिए उस बातचीत के कुछ अंश..
- क्या 'इंदु की जवानी' आपकी पहली हिंदी फिल्म है?
- बिल्कुल नहीं, मूल रूप से यह मेरी दूसरी हिंदी फिल्म है. मैंने एक हिंदी फिल्म बनाई है और यह अभी पोस्ट प्रोडक्शन के तहत है.
- उस फिल्म के बारे में कुछ बताएं.
- इसका शीर्षक है 'मैन टू मैन'. इसमें अदा शर्मा और नवीन कस्तूरिया मुख्य किरदारों में हैं. यह मेरी होम प्रोडक्शन फिल्म है.
- क्या यह एक फीचर फिल्म है?
- हां बिल्कुल. यह सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होगी. हम इसे उनकी मूल फिल्म के रूप में कुछ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं.
- 'इंदु की जवानी' की शूटिंग कब शुरू होगी?
- इस सितंबर से, जैसे ही कियारा ने हां बोला. हमने एग्रीमेंट साइन कर लिया है.
- शूटिंग कहां हो रही है?
- अभी तक तय नहीं हुआ है. हम अभी भी जगहों का जायजा कर रहे हैं.
- कियारा आडवाणी के साथ काम करने को लेकर आप कितने उत्साहित हैं?
- ओह, बहुत. मैं बहुत उत्साहित हूं. वह अद्भुत हैं. वह शानदार हैं. मैंने हमेशा सुना है कि एक्टर्स पहले स्क्रिप्ट पढ़ते हैं और फिर निर्णय लेने में महीनों लग जाते हैं. मैंने सुना है कि काफी में एटीट्यूड और इगो प्रॉब्लम भी होता है. लेकिन कियारा तो कियारा हैं. वह अलग हैं. सिंपल हैं. नखरे नहीं, कुछ नहीं. उन्होंने सिर्फ कहानी सुनी और फिर एक बात कही, 'ये तो बहुत अच्छा है' और हम साथ आ गए.
कियारा बहुत बुद्धिमान और सुंदर हैं. वह फिल्म के सार को आसानी से पकड़ सकती थी, जिससे मुझे बहुत खुशी मिली. मैं वास्तव में उनके जैसे ही किसी की तलाश में था. मैं वास्तव में कियारा में अपने इंदु की झलक देख सकता था.
- जैसा कि हमने सुना है कि यह एक डेटिंग ऐप और गाजियाबाद की एक लड़की के बारे में है. क्या यह एक कॉमेडी है?
- हां जी, बिल्कुल...
- आप कियारा को ही क्यों कास्ट करना चाहते थे?
- आपको नहीं लगता कि वह एकदम सही हैं. करण जौहर की लस्ट स्टोरीज में उन्होंने अपनी एक्टिंग से सभी का दिस जीत लिया. यह उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ अभिनय था.
- आप कब से चाहते थे कि आप एक फिल्म निर्माता बने?
- हंसते हुए! मैं एक आकस्मिक निर्देशक हूं. मेरा ध्यान फिल्मों के लिए स्क्रिप्ट लिखने पर था. मैं कभी साहित्यिक व्यक्ति नहीं था. मैं फिल्मों का शौकीन था. और यह हिस्सा मेरे लिए एक फिल्म निर्देशक से कहीं ज्यादा है.
- फिर आपने क्यों ...
- बात कुछ इस तरह है. यह खुद एक कहानी की तरह है. मेरी बिजनेस पार्टनर अनुश्री मेहता ने मुझमें एक निर्देशक पाया. वह कहती रही कि मुझे डायरेक्टर के रूप में नेतृत्व करना चाहिए. मुंबई में ही देखिए, आपकी फिल्म बनने में कई साल लग जाते हैं. आपको यहां जाना है, वहां जाना है, इस निर्देशक, या उस निर्माता के साथ बात करनी है. हम कंपनियों के लिए लघु फिल्में बना रहे थे. अनुश्री ने मुझसे कहा, अन्य निर्देशकों के पास जाने के बजाय, आप हमारे लिए फिल्म क्यों निर्देशित नहीं करते.
- और फिर आप सहमत हो गए?
- यह मेरे लिए आसान निर्णय नहीं था. इसके लिए मेरे पास कोई फॉर्मल ट्रेनिंग भी नहीं थी. मैंने कभी किसी को असिस्ट भी नहीं किया. मुझे कोई ज्ञान नहीं है. लेकिन अनुश्री को मुझ पर बहुत भरोसा और विश्वास था. उन्होंने कहा, "मैं आपके साथ ढ़ाई साल से काम कर रही हूं. हमने शॉर्ट फिल्मों में काम किया है. मैंने महसूस किया है कि आप एक निर्देशक हो सकते हैं, एक बड़े निर्देशक." इसलिए मैंने अपनी पहली बंगाली फिल्म बनाई.
- क्या आप बंगाल के किसी अभिनेता को अपनी फिल्म में लेने की योजना बना रहे हैं?
- इस फिल्म में नहीं. क्योंकि यह फिल्म गाजियाबाद में बनने जा रही है. और बंगालियों का अलग तरीका है हिंदी बोलने का, लेकिन मैंने एक बंगाली डीओपी के साथ मेरी फिल्म 'मेन टू मेन' में काम किया है. उसका नाम अभिमन्यु सेनगुप्ता है. वह अभी सिर्फ 25 साल के हैं. और काफी प्रतिभाशाली हैं.
- बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में बंगाल से आए डायरेक्टर्स का कितना स्वागत किया जाता है?
- देखिए. अगर आपके पास एक अच्छी कहानी है, वे आपका स्वागत करेंगे. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आते हैं. कोई रोक नहीं है. जैसा कि मैंने अपनी कहानियों में विश्वास किया, निर्माताओं ने मुझ पर विश्वास किया.
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री कियारा आडवाणी अपनी आगामी फिल्म 'इंदु की जवानी' की शूटिंग के लिए तैयार हैं. वह इस फिल्म में इंदु का किरदार निभाएंगी. फिल्म को बंगाली राइटर-फिल्ममेकर अबीर सेनगुप्ता डायरेक्ट करेंगे. कुछ दिनों पहले अबीर ने फिल्म की घोषणा करते हुए खुलासा किया था कि 'इंदु की जवानी' में कियारा मुख्य भूमिका में नज़र आएंगी. हाल ही में अबीर ने ईटीवी भारत के साथ टेलीफोन पर बातचीत में फिल्म से जुड़ी कई दिलचस्प बातें साझा कीं. पेश है आपके लिए उस बातचीत के कुछ अंश..
- क्या 'इंदु की जवानी' आपकी पहली हिंदी फिल्म है?
- बिल्कुल नहीं, मूल रूप से यह मेरी दूसरी हिंदी फिल्म है. मैंने एक हिंदी फिल्म बनाई है और यह अभी पोस्ट प्रोडक्शन के तहत है.
- उस फिल्म के बारे में कुछ बताएं.
- इसका शीर्षक है 'मैन टू मैन'. इसमें अदा शर्मा और नवीन कस्तूरिया मुख्य किरदारों में हैं. यह मेरी होम प्रोडक्शन फिल्म है.
- क्या यह एक फीचर फिल्म है?
- हां बिल्कुल. यह सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होगी. हम इसे उनकी मूल फिल्म के रूप में कुछ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं.
- 'इंदु की जवानी' की शूटिंग कब शुरू होगी?
- इस सितंबर से, जैसे ही कियारा ने हां बोला. हमने एग्रीमेंट साइन कर लिया है.
- शूटिंग कहां हो रही है?
- अभी तक तय नहीं हुआ है. हम अभी भी जगहों का जायजा कर रहे हैं.
- कियारा आडवाणी के साथ काम करने को लेकर आप कितने उत्साहित हैं?
- ओह, बहुत. मैं बहुत उत्साहित हूं. वह अद्भुत हैं. वह शानदार हैं. मैंने हमेशा सुना है कि एक्टर्स पहले स्क्रिप्ट पढ़ते हैं और फिर निर्णय लेने में महीनों लग जाते हैं. मैंने सुना है कि काफी में एटीट्यूड और इगो प्रॉब्लम भी होता है. लेकिन कियारा तो कियारा हैं. वह अलग हैं. सिंपल हैं. नखरे नहीं, कुछ नहीं. उन्होंने सिर्फ कहानी सुनी और फिर एक बात कही, 'ये तो बहुत अच्छा है' और हम साथ आ गए.
उन्होंने आगे कहा, कियारा बहुत बुद्धिमान और सुंदर हैं. वह फिल्म के सार को आसानी से पकड़ सकती थी, जिससे मुझे बहुत खुशी मिली. मैं वास्तव में उनके जैसे ही किसी की तलाश में था. मैं वास्तव में कियारा में अपने इंदु की झलक देख सकता था.
- जैसा कि हमने सुना है कि यह एक डेटिंग ऐप और गाजियाबाद की एक लड़की के बारे में है. क्या यह एक कॉमेडी है?
- हां जी, बिल्कुल...
- आप कियारा को ही क्यों कास्ट करना चाहते थे?
- आपको नहीं लगता कि वह एकदम सही हैं. करण जौहर की लस्ट स्टोरीज में उन्होंने अपनी एक्टिंग से सभी का दिस जीत लिया. यह उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ अभिनय था.
- आप कब से चाहते थे कि आप एक फिल्म निर्माता बने?
- हंसते हुए! मैं एक आकस्मिक निर्देशक हूं. मेरा ध्यान फिल्मों के लिए स्क्रिप्ट लिखने पर था. मैं कभी साहित्यिक व्यक्ति नहीं था. मैं फिल्मों का शौकीन था. और यह हिस्सा मेरे लिए एक फिल्म निर्देशक से कहीं ज्यादा है.
- फिर आपने क्यों ...
- बात कुछ इस तरह है. यह खुद एक कहानी की तरह है. मेरी बिजनेस पार्टनर अनुश्री मेहता ने मुझमें एक निर्देशक पाया. वह कहती रही कि मुझे डायरेक्टर के रूप में नेतृत्व करना चाहिए. मुंबई में ही देखिए, आपकी फिल्म बनने में कई साल लग जाते हैं. आपको यहां जाना है, वहां जाना है, इस निर्देशक, या उस निर्माता के साथ बात करनी है. हम कंपनियों के लिए लघु फिल्में बना रहे थे. अनुश्री ने मुझसे कहा, अन्य निर्देशकों के पास जाने के बजाय, आप हमारे लिए फिल्म क्यों निर्देशित नहीं करते.
- और फिर आप सहमत हो गए?
- यह मेरे लिए आसान निर्णय नहीं था. इसके लिए मेरे पास कोई फॉर्मल ट्रेनिंग भी नहीं थी. मैंने कभी किसी को असिस्ट भी नहीं किया. मुझे कोई ज्ञान नहीं है. लेकिन अनुश्री को मुझ पर बहुत भरोसा और विश्वास था. उन्होंने कहा, "मैं आपके साथ ढ़ाई साल से काम कर रही हूं. हमने शॉर्ट फिल्मों में काम किया है. मैंने महसूस किया है कि आप एक निर्देशक हो सकते हैं, एक बड़े निर्देशक." इसलिए मैंने अपनी पहली बंगाली फिल्म बनाई.
- क्या आप बंगाल के किसी अभिनेता को अपनी फिल्म में लेने की योजना बना रहे हैं?
- इस फिल्म में नहीं. क्योंकि यह फिल्म गाजियाबाद में बनने जा रही है. और बंगालियों का अलग तरीका है हिंदी बोलने का, लेकिन मैंने एक बंगाली डीओपी के साथ मेरी फिल्म 'मेन टू मेन' में काम किया है. उसका नाम अभिमन्यु सेनगुप्ता है. वह अभी सिर्फ 25 साल के हैं. और काफी प्रतिभाशाली हैं.
- बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में बंगाल से आए डायरेक्टर्स का कितना स्वागत किया जाता है?
- देखिए. अगर आपके पास एक अच्छी कहानी है, वे आपका स्वागत करेंगे. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आते हैं. कोई रोक नहीं है. जैसा कि मैंने अपनी कहानियों में विश्वास किया, निर्माताओं ने मुझ पर विश्वास किया.
Conclusion: