नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जाट समाज और अन्य ओबीसी समुदायों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है. बृहस्पतिवार को पार्टी मुख्यालय पर एक प्रेस वार्ता में केजरीवाल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने बार-बार जाट समाज को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल करने का वादा किया, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया.
जाट समाज के साथ अन्याय का आरोप: केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली सरकार की ओबीसी सूची में जाट समाज शामिल है, लेकिन केंद्र सरकार की ओबीसी सूची में उनका नाम नहीं है. इसका परिणाम यह है कि दिल्ली के जाट समाज के युवाओं को केंद्र सरकार के कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और नौकरियों में आरक्षण का लाभ नहीं मिलता." उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान के जाट समाज को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल किया गया है और वे आरक्षण का लाभ प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली के जाट समाज को यह सुविधा नहीं दी जा रही है.
प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर वादाखिलाफी का आरोप: केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने चार बार जाट समाज के नेताओं से वादा किया कि उन्हें केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल किया जाएगा. 26 मार्च 2015 को प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली जाट समाज के प्रतिनिधियों से वादा किया. 8 फरवरी 2017 को अमित शाह ने चौधरी वीरेंद्र सिंह के घर पर आश्वासन दिया. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान प्रवेश वर्मा के आवास पर अमित शाह ने फिर वादा किया. 2022 में सैकड़ों जाट नेताओं से मुलाकात के दौरान वादा दोहराया गया. अरविंद केजरीवाल ने कहा "हर बार चुनाव से पहले जाट समाज को बुलाकर वादे किए जाते हैं, लेकिन चुनाव के बाद उन्हें भुला दिया जाता है,"
अन्य पांच जातियों के लिए भी आरक्षण की मांग: केजरीवाल ने कहा कि जाट समाज के साथ-साथ पांच अन्य जातियां – रावत, रौनियार, रायतंवर, चारण, ओड – भी दिल्ली की राज्य ओबीसी सूची में हैं, लेकिन केंद्र की सूची में नहीं हैं. इन समुदायों के युवाओं को शिक्षा और रोजगार में उचित अवसर नहीं मिल रहे हैं। यह पूरी तरह से अन्याय है.
प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी: केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वादे को पूरा करने की मांग की है। उन्होंने कहा, "मैंने प्रधानमंत्री को याद दिलाया है कि जाट समाज और अन्य जातियों को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल किया जाए. यदि बीजेपी ऐसा नहीं करती, तो मैं इन समुदायों के लिए संघर्ष करूंगा और उन्हें उनका हक दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाऊंगा."
आप का आरक्षण दिलाने का वादा: अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने यह मुद्दा हल नहीं किया, तो आम आदमी पार्टी इसे प्राथमिकता के आधार पर उठाएगी. हम दिल्ली के जाट समाज और अन्य जातियों के साथ हो रहे अन्याय को समाप्त करेंगे," दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल का यह बयान राजनीतिक हलचल पैदा कर सकता है. जाट समाज और अन्य ओबीसी समुदायों के लिए आरक्षण का मुद्दा चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है.
दिल्ली चुनाव AAP और BJP के बीच है : केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और अब शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट द्वारा मिलने वाले समर्थन को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच है. इंडिया गठबंधन का नहीं है. इसे इसी नजर से देखना चाहिए. जो आम आदमी पार्टी को समर्थन दे रहे हैं उनका बहुत-बहुत शुक्रिया.
वोट काटने के मुद्दे पर मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलेंगे केजरीवाल: आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल आज अपराह्न तीन बजे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से मिलेंगे. यह जानकारी उन्होंने दी है. उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी जाएंगे. दरअसल, बीते दिनों आम आदमी पार्टी ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोट काटने और फर्जी वोट जोड़ने को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त से शिकायत की थी. उनसे मिलने का समय मांगा था. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बुधवार शाम को भी मुख्य चुनाव आयुक्त के नाम एक पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा था.
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जाट समाज और अन्य ओबीसी समुदायों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है. बृहस्पतिवार को पार्टी मुख्यालय पर एक प्रेस वार्ता में केजरीवाल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने बार-बार जाट समाज को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल करने का वादा किया, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया.
जाट समाज के साथ अन्याय का आरोप: केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली सरकार की ओबीसी सूची में जाट समाज शामिल है, लेकिन केंद्र सरकार की ओबीसी सूची में उनका नाम नहीं है. इसका परिणाम यह है कि दिल्ली के जाट समाज के युवाओं को केंद्र सरकार के कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और नौकरियों में आरक्षण का लाभ नहीं मिलता." उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान के जाट समाज को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल किया गया है और वे आरक्षण का लाभ प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली के जाट समाज को यह सुविधा नहीं दी जा रही है.
प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर वादाखिलाफी का आरोप: केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने चार बार जाट समाज के नेताओं से वादा किया कि उन्हें केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल किया जाएगा. 26 मार्च 2015 को प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली जाट समाज के प्रतिनिधियों से वादा किया. 8 फरवरी 2017 को अमित शाह ने चौधरी वीरेंद्र सिंह के घर पर आश्वासन दिया. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान प्रवेश वर्मा के आवास पर अमित शाह ने फिर वादा किया. 2022 में सैकड़ों जाट नेताओं से मुलाकात के दौरान वादा दोहराया गया. अरविंद केजरीवाल ने कहा "हर बार चुनाव से पहले जाट समाज को बुलाकर वादे किए जाते हैं, लेकिन चुनाव के बाद उन्हें भुला दिया जाता है,"
अन्य पांच जातियों के लिए भी आरक्षण की मांग: केजरीवाल ने कहा कि जाट समाज के साथ-साथ पांच अन्य जातियां – रावत, रौनियार, रायतंवर, चारण, ओड – भी दिल्ली की राज्य ओबीसी सूची में हैं, लेकिन केंद्र की सूची में नहीं हैं. इन समुदायों के युवाओं को शिक्षा और रोजगार में उचित अवसर नहीं मिल रहे हैं। यह पूरी तरह से अन्याय है.
प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी: केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वादे को पूरा करने की मांग की है। उन्होंने कहा, "मैंने प्रधानमंत्री को याद दिलाया है कि जाट समाज और अन्य जातियों को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल किया जाए. यदि बीजेपी ऐसा नहीं करती, तो मैं इन समुदायों के लिए संघर्ष करूंगा और उन्हें उनका हक दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाऊंगा."
आप का आरक्षण दिलाने का वादा: अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने यह मुद्दा हल नहीं किया, तो आम आदमी पार्टी इसे प्राथमिकता के आधार पर उठाएगी. हम दिल्ली के जाट समाज और अन्य जातियों के साथ हो रहे अन्याय को समाप्त करेंगे," दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल का यह बयान राजनीतिक हलचल पैदा कर सकता है. जाट समाज और अन्य ओबीसी समुदायों के लिए आरक्षण का मुद्दा चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है.
दिल्ली चुनाव AAP और BJP के बीच है : केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और अब शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट द्वारा मिलने वाले समर्थन को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच है. इंडिया गठबंधन का नहीं है. इसे इसी नजर से देखना चाहिए. जो आम आदमी पार्टी को समर्थन दे रहे हैं उनका बहुत-बहुत शुक्रिया.
वोट काटने के मुद्दे पर मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलेंगे केजरीवाल: आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल आज अपराह्न तीन बजे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से मिलेंगे. यह जानकारी उन्होंने दी है. उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी जाएंगे. दरअसल, बीते दिनों आम आदमी पार्टी ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोट काटने और फर्जी वोट जोड़ने को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त से शिकायत की थी. उनसे मिलने का समय मांगा था. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बुधवार शाम को भी मुख्य चुनाव आयुक्त के नाम एक पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा था.