नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के वेलकम थाना क्षेत्र में लगने वाली पीली मिट्टी इलाके में एक कैब ड्राइवर की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. जिसमें पुलिस का कहना है कि टेंपो चोरी करने के बाद पब्लिक की पिटाई से यह सारा मामला हुआ है. जबकि परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत पुलिस उत्पीड़न की वजह से हुई है. फिलहाल इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच की जा रही है, ताकि पूरी स्थिति स्पष्ट हो सके कि आखिर मेसर उर्फ सलमान की मौत कैसे हुई.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 11 नवंबर देर रात करीब 2:45 बजे पुलिस को खबर मिली की कबीर नगर 100 फुटा रोड पर एक शख्स को गाड़ी चोरी करते समय पकड़ा गया है. सूचना मिलने पर वेलकम थाने के सब इंस्पेक्टर अमित भारद्वाज को मौके पर पहुंचे. जिनको शिकायतकर्ता हीरालाल ने बताया कि आरोपी मेसर उनका टैंपो DL 1 एम ए 1717 चुरा रहा था, जिसकी पब्लिक ने चोरी करते समय पकड़कर पिटाई कर दी.
मामले की हो रही ज्यूडिशल इंक्वायरी
जिसके बाद आरोपी को शास्त्री पार्क स्थित जग प्रवेश अस्पताल के जाया गया, जहां उसकी एमएलसी हुई और हीरालाल की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई.आरोपी मेसर को एमएम मयंक मित्तल के समक्ष पेश करके 11 नवंबर को मंडोली जेल भेज दिया गया. जहां से देर रात 12 बजे उसे हेडगेवार अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. बता दें कि पूरे मामले की ज्यूडिशल इंक्वायरी हो रही है.
परिजनों ने लगाए पुलिस पर गंभीर आरोप
एक तरफ जहां पुलिस इसे टैंपो चोरी और पब्लिक की पिटाई का मामला बता रही है. वहीं परिजन इस मामले में पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगा रही है.मेसर उर्फ सलमान के परिजनों का आरोप है कि वह कैब चलाता है और परसो वह गाड़ी चलाने की बात कहकर गया था. जिसके बाद दिन में उसका फोन आया कि वह शाम तक घर पहुंच जाएगा, लेकिन रात तक भी वापस नहीं लौटा. फिर उसकी पत्नी के पास वेलकम थाने से किसी अमित नाम के पुलिस वाले का फोन आया, जिसने बताया कि वह थाने में हैं और चोरी करते हुए पकड़ा गया है. आरोप है कि पुलिसकर्मी ने सलमान उर्फ मेसर को छोड़ने के एवज में कुछ पैसों की भी डिमांड की.
पुलिस ने सच्चाई क्यूं नहीं बताई: सच्चाई
साथ ही परिजनों का आरोप है कि पुलिस वाले बार-बार उन्हें कभी थाने, तो कभी अस्पताल के नाम पर इधर उधर भेजते रहे, लेकिन उन्हें मेसर से मिलवाया नहीं. जिसके बाद जब परिजनों ने मेसर के शव को देखा, तो उसके शरीर पर पिटाई और कट के निशान बन हुए थे. परिजनों का आरोप है कि मेसर की मौत पुलिस हिरासत में हुई थी, लेकिन बाद में पुलिस परिजनों को गुमराह कर रही है.
देखना यह होगा कि क्या जो कहानी पुलिस बता रही है, वह सच है या फिर परिजनों के आरोप में किसी तरह का कोई दम है. हालांकि इस पूरे मामले के अंदर अब मजिस्ट्रेट जांच हो रही है. जिसके बाद ही पूरी स्थिति साफ हो पाएगी कि सलमान उर्फ मेंसर सिर की मौत कैसे हुई.