मॉस्को : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक और विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी के समर्थकों और पुलिस के बीच शनिवार को झड़प हो गई. वैश्विक नेताओं ने इस घटना की निंदा की है. झड़प के दौरान पुलिस को प्रदर्शनकारियों को पीटते और उन्हें घसीटते हुए देखा गया. कई जगहों पर माइनस 50 डिग्री तापमान होने के बावजूद प्रदर्शन में दो हजार से भी ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया. इसे पुतिन के खिलाफ सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन माना जा रहा है.
सरकार के खिलाफ हजारों लोगों ने शनिवार को 70 शहरों में विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया. ये प्रदर्शन नवेलनी को जेल में बंद करने को लेकर किए गए. नवेलनी पिछले साल अगस्त में रूस में हुए जानलेवा नर्व एजेंट हमले (जहर देकर मारने की कोशिश) के बाद बर्लिन में रिकवर कर रहे थे. वे रविवार को ही रूस लौटे थे और उन्हें हिरासत में ले लिया गया. नवेलनी पुतिन के सबसे हाई-प्रोफाइल आलोचक हैं. शनिवार को हुए प्रदर्शन के दौरान उनकी 44 साल की पत्नी यूलिया नवलन्या सहित अधिकारियों ने 3,400 लोगों को हिरासत में ले लिया है. दूसरी ओर साइबेरियाई शहर याकुटस्क में माइनस 50 डिग्री सेल्सियस की ठंड में भी लोगों ने सड़कों पर आकर प्रदर्शन किया.
रूसी पुलिस ने शनिवार को सरकार के धुर-विरोधी अलेक्सी नवेलनी की रिहाई की मांग करने के लिए सड़कों पर प्रदर्शन करने वाले सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे बड़े आलोचक और धुर विरोधी नवलनी को 17 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था. जब वे जर्मनी से मॉस्को लौटे.
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प्रदर्शनकारियों को रॉयट पुलिस अधिकारियों द्वारा बसों और ट्रकों में खींचकर ले जाया गया. वहीं कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने डंडों से पीटा. अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को मॉस्को के पुश्किन स्क्वायर के बाहर कर दिया लेकिन वे आधे मील बाद ही दोबारा संगठित हो गए. बहुत से लोगों ने वहां से भागने से पहले पुलिसकर्मियों पर बर्फ के गोले फेंके. पुलिस की कार्रवाई की अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने निंदा की है.