लंदन : ब्रिटेन एक नया पशु टीका विकास केंद्र स्थापित करेगा जिसका उद्देश्य मानव आबादी में वायरस के प्रवेश को रोकना होगा. कॉर्नवाल के कार्बिस बे में जी-7 देशों के नेताओं द्वारा शनिवार को तैयार किए गए एक ऐतिहासिक वैश्विक स्वास्थ्य घोषणा पत्र में यह सहमति बनी है.
तथाकथित 'कार्बिस बे डिक्लेरेशन' दुनिया के प्रमुख लोकतंत्रों को उन उपायों की एक श्रृंखला के लिए प्रतिबद्ध करेगा जो पहले 100 दिनों की महत्वपूर्ण अवधि के भीतर भविष्य की महामारियों को खत्म करने के लिए तैयार किए गए हैं.
यूरोपीय संघ भी चर्चा में शामिल
जी-7 देशों ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और जापान के साथ-साथ यूरोपीय संघ वैश्विक स्वास्थ्य पर चर्चा में शामिल हुए. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, 'पिछले वर्ष में दुनिया ने कोरोना वायरस के कई प्रभावी टीके विकसित किए हैं, लाइसेंस प्राप्त किया है और उन्हें तेजी से निर्मित किया है और अब ये लोगों को मिल रहे है.'
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उन्होंने कहा, 'लेकिन वास्तव में कोरोना वायरस को हराने और ठीक होने के लिए हमें इस तरह की महामारी को फिर से होने से रोकने की आवश्यकता है. इसका मतलब है कि पिछले 18 महीनों से सबक सीखना और अगली बार कुछ अलग करना है. मुझे गर्व है कि आज पहली बार दुनिया के प्रमुख लोकतंत्र यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ आए हैं कि हम फिर कभी इसमें नहीं फसेंगे.'
(पीटीआई-भाषा)