इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की निगरानी करने वाली संस्था ने भगोड़ों और घोषित अपराधियों के भाषण, साक्षात्कार या संबोधनों के प्रसारण और पुन: प्रसारण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. पाकिस्तानी संस्था ने यह कदम लंदन में निर्वासन में रह रहे बीमार पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाते और तीखे भाषण के बाद उठाया गया है.
पूर्व प्रधानमंत्री ने बोला था सेना पर हमला
पाक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने यह आदेश 70 वर्षीय नवाज शरीफ के पाकिस्तानी सेना को लगातार निशाना बनाने की घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए दिया है. गुरुवार को टीवी पर प्रसारित अपने भाषण में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सेना पर हमला बोला था. जिसमें उन्होंने कहा कि मौजूदा प्रधानमंत्री को सत्ता में लाने के लिए पाकिस्तानी सेना ने 2018 में हुए आम चुनाव में धांधली की थी.
पाकिस्तानी संस्था को मिलीं कई शिकायतें
पाकिस्तानी मीडिया की निगरानी करने वाली संस्था पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने शरीफ को साफ तौर पर निशाना बनाते हुए कहा कि उसे भगोड़े और घोषित अपराधी के भाषण को प्रसारित करने के लिए कई चैनलों के खिलाफ शिकायत मिली है. भगोड़े और घोषित अपराधियों के भाषण, साक्षात्कार और जनसभा का प्रसारण और पुन: प्रसारण करने पर रोक है.
आदेश का पालन न करने पर होगा लाइसेंस निरस्त
निगरानी संस्था ने इस आदेश पर अमल करने में असफल होने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी है. संस्था ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर लाइसेंसधारक इन निर्देशों का अनुपालन नहीं करते हैं तो प्राधिकरण पेमरा अध्यादेश की धारा-29 और 30 के तहत कार्रवाई करेगा. जिसका नतीजा जुर्माना और लाइसेंस के स्थगित करने या लाइसेंस रद्द करना हो सकता है.