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मलेशिया ने चीन के 16 सैन्य विमानों पर उसके वायुक्षेत्र की सीमा के उल्लंघन का आरोप लगाया

मलेशिया की वायु सेना ने कहा कि चीन के 16 सैन्य विमानों ने दक्षिण चीन सागर के ऊपर सामरिक रूप से उड़ान भरी और उसके वायुक्षेत्र की सीमा का उल्लंघन किया. इस मामले पर चीन के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.

वायुक्षेत्र की सीमा का उल्लंघन
वायुक्षेत्र की सीमा का उल्लंघन
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Published : Jun 1, 2021, 10:42 PM IST

कुआलालंपुर : मलेशिया की वायु सेना ने मंगलवार को कहा कि चीन के 16 सैन्य विमानों ने दक्षिण चीन सागर के ऊपर सामरिक रूप से उड़ान भरी और उसके वायुक्षेत्र की सीमा का उल्लंघन किया.

मलेशिया ने इसे देश की संप्रभुता के लिए खतरा करार दिया है. वायु सेना ने कहा कि सोमवार को उसके राडार ने बोर्नियो द्वीप पर पूर्वी सारावाक राज्य में मलेशिया के वायुक्षेत्र के पास चीन के सैन्य विमानों को सामरिक रूप से उड़ान भरते देखा.

उन्होंने कहा कि चीनी विमान मलेशिया शासित लुसोनिया शॉल्स की तरफ बढ़े और सारावट तट से करीब 60 नोटिकल मील की दूरी तक आए. सैन्य विमानों द्वारा प्रयास में विफल रहने के बाद मलेशियाई वायु सेना ने इनकी पहचान के लिए अपने विमान भेजे.

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वायुसेना ने कहा कि बाद में पाया गया कि चीन के सैन्य विमान 23,000 से 27,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बारे में तत्काल विदेश मंत्रालय को सूचना दी गई. वायुसेना ने एक बयान में कहा कि यह घटना मलेशिया की संप्रभुता और उड़ान सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है.

इस मामले में विदेश मंत्रालय और चीनी दूतावास के अधिकारियों की ओर से तत्काल प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी.

कुआलालंपुर : मलेशिया की वायु सेना ने मंगलवार को कहा कि चीन के 16 सैन्य विमानों ने दक्षिण चीन सागर के ऊपर सामरिक रूप से उड़ान भरी और उसके वायुक्षेत्र की सीमा का उल्लंघन किया.

मलेशिया ने इसे देश की संप्रभुता के लिए खतरा करार दिया है. वायु सेना ने कहा कि सोमवार को उसके राडार ने बोर्नियो द्वीप पर पूर्वी सारावाक राज्य में मलेशिया के वायुक्षेत्र के पास चीन के सैन्य विमानों को सामरिक रूप से उड़ान भरते देखा.

उन्होंने कहा कि चीनी विमान मलेशिया शासित लुसोनिया शॉल्स की तरफ बढ़े और सारावट तट से करीब 60 नोटिकल मील की दूरी तक आए. सैन्य विमानों द्वारा प्रयास में विफल रहने के बाद मलेशियाई वायु सेना ने इनकी पहचान के लिए अपने विमान भेजे.

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वायुसेना ने कहा कि बाद में पाया गया कि चीन के सैन्य विमान 23,000 से 27,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बारे में तत्काल विदेश मंत्रालय को सूचना दी गई. वायुसेना ने एक बयान में कहा कि यह घटना मलेशिया की संप्रभुता और उड़ान सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है.

इस मामले में विदेश मंत्रालय और चीनी दूतावास के अधिकारियों की ओर से तत्काल प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी.

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