हॉन्ग कॉन्ग: हॉन्ग कॉन्ग में पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों पर शनिवार को आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने पहले ही प्रदर्शनकारियों को युआन लॉन्ग क्षेत्र में मार्च निकालने से रोका था. छह दिन पहले ही भीड़ ने ट्रेन में कुछ लोगों पर हमला कर दिया था. बताया जा रहा है कि भीड़ के निशाने पर प्रदर्शनकारी थे.
प्रदर्शनकारियों को मार्च निकाले हुए तीन घंटा भी नहीं बीता था कि पुलिस ने आंसु गैस के गोले दाग दिए. पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने अधिकारियों कि ओर से जगह को खाली करने की अपील को नजरअंदाज किया है.
पुलिस ने जारी किए आधिकारिक बयान में कहा कि हिंसक घटनाएं कई इलाकों में देखी गई हैं. कुछ प्रदर्शनकारियों ने कर्बसाइड से बाड़ों को हटा दिया. वहीं कुछ ने सड़कों पर जाम लगाने के लिए मिल बैरियर का इस्तेमाल किया. कई प्रदर्शनकारियों के घटनास्थल खाली करने के बाद भी सड़कों पर ढ़ेरों लोग मौजूद हैं. वे सभी 'हॉन्ग कॉन्ग को बचाओं' और 'अब बदलाव का समय है' के नारे लगा रहे हैं.
बीते एक महीने से हॉन्ग कॉन्ग में बड़े स्तर पर प्रदर्शनकारी विरोध जाहिर कर रहे हैं. यह विरोध प्रदर्शन एक प्रत्यर्पण बिल के खिलाफ है. इस बिल के अन्तर्गत लोगों को मुकदमे का सामना करने के लिए चीन भेजे जाने का प्रावधान है. वहीं कई जानकारों का कहना है कि ऐसा करने से लोगों के अधिकारों को क्षति पहुंचेगी.
बता दें कि पिछले सोमवार को भी हांगकांग में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ था. इस प्रदर्शन में हजारों युवा शामिल हुए थे. इतना ही नहीं नकाब लगाए हुए प्रदर्शनकारियों ने संसद में घुसने का भी प्रयास किया था.पिछले एक महीने से हांगकांग में प्रदर्शन जारी है.