सना : यमन के दक्षिणी शहर अदन के हवाई अड्डे पर नव गठित कैबिनेट के सदस्यों को लेकर आए विमान के उतरने के कुछ देर बाद बुधवार को हुए भीषण विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है और अन्य 110 लोग घायल हुए हैं. सुरक्षा अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार ने कहा कि ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने हवाई अड्डे पर चार बैलिस्टिक मिसाइल दागीं. विद्रोही अधिकारियों ने ‘एपी’ द्वारा किए फोन का कोई जवाब नहीं दिया. घटना में हालांकि सरकार के विमान में सवार कोई हताहत नहीं हुआ है.
अधिकारियों ने बताया कि बाद में शहर में एक और विस्फोट हुआ. यह विस्फोट उस ‘पैलेस’ के पास हुआ, जिसमें कैबिनेट के सदस्यों को ले जाया गया था.वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि सरकारी प्रतिनिधिमंडल के विमान से बाहर आते ही धमाका हुआ. सरकारी विमान में सवार कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ और कई मंत्रियों को वापस विमान में सवार होते हुए देखा गया. सरकारी विमान में सवार यमन के संचार मंत्री नजीब अल अवग ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को बताया कि उन्होंने दो धमाकों की आवाज सुनी और ऐसा लगा कि यह ड्रोन हमला था.
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यमन के प्रधानमंत्री मईन अब्दुल मलिक सईद और अन्य को धमाके के तुरंत बाद हवाई अड्डे से शहर स्थित ‘मशिक पैलेस’ ले जाया गया. यमन के विदेश मंत्री अहमद अवाद बिन मुबारक ने हूती विद्रोहियों को हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है. उनके मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हवाई अड्डे पर चार बैलिस्टिक मिसाइल दागी गईं और ‘पैलेस’ (मंत्रिमंडल का मुख्यालय) पर ड्रोन हमले किए गए. उन्होंने हालांकि कोई सबूत मुहैया नहीं कराए. यमन के स्वास्थ्य मंत्री कासिम बुहैबुह ने एक ट्वीट में बताया कि हवाई अड्डे पर हुए हमलों में कम से कम 25 लोग मारे गए और अन्य 110 घायल हुए हैं. उन्होंने मृतक संख्या और बढ़ने के संकेत भी दिए, क्योंकि कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस, संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री अनवर र्गागश, यमन में अमेरिकी राजदूत क्रिस्टोफर हेनजल सहित मिस्र, जोर्डन और अन्य अरब देशों ने भी अदन में हुए हमलों की निंदा की है.