वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन ने दशकों पुरानी एक पहल को अमल में लाकर सैन्य परिवारों के संघर्षों को अपनी प्राथमिकताओं में शुमार करने के अपने वादे को बुधवार को पूरा किया. इस पहल के तहत अमेरिकी नागरिकों को उन परिवारों के लिए भोजन देने या मैदान की घास काटने जैसी साधारण चीजें करने को कहा जाता है जिनके प्रियजन सशस्त्र बलों में हैं.
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प्रथम महिला ने कहा कि सैन्य परिवार अमेरिका के लिए उतने ही महत्वपूर्ण हैं जैसे किसी जहाज के लिए पतवार होती है और उनके शारीरिक, सामाजिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य का ख्याल रखकर ही राष्ट्रीय सुरक्षा हासिल की जा सकती है.
उन्होंने व्हाइट हाउस में कहा. 'हम हमारी सेना को मजबूत रखने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं जब हम परिवारों, उनके आश्रितों, देखभाल करने वालों को वह नहीं दे सकते जिसकी उन्हें जरूरत है?'
जिल बाइडेन ने कहा कि ज्वाइनिंग फोर्सेज की बहाली सैन्य परिवारों के लिए रोजगार एवं उद्यम के अवसर, सूचीबद्ध अभिभावकों और पूर्व सैनिकों के 20 लाख से ज्यादा बच्चों की शिक्षा और इन परिवारों के स्वास्थ्य पर ध्यान देगी.
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उन्होंने कहा कि देश में केवल एक प्रतिशत लोग पूर्ण स्वयंसेवी सेना में सेवा देते हैं. प्रथम महिला ने सेना में काम करने वाले कर्मियों के जीवनसाथियों की 22 प्रतिशत बेरोजगारी दर के रक्षा मंत्रालय के अनुमान का भी हवाला दिया.