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राष्ट्रपति बाइडेन ने श्वेत वर्चस्ववाद को बताया घरेलू आतंकवाद

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संसद से संयुक्त सत्र को संबोधित करते कहा है कि श्वेत वर्चस्व की भावना आतंकवाद है. हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते, क्योंकि खुफिया एजेंसियों ने इस आज देश में सबसे बड़ा जानलेवा आतंकवादी खतरा बताया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
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Published : Apr 29, 2021, 12:38 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिकी कांग्रेस को दिए पहले संयुक्त संबोधन में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि श्वेत वर्चस्व की भावना घरेलू आतंकवाद है, जिसके खिलाफ अमेरिका को चौकन्ना रहना होगा.

युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने के अपने फैसले पर चर्चा करते हुए बाइडेन ने कहा कि वैश्विक आतंकवादी नेटवर्क काफी हद तक देश से दूर चले गए हैं और विदेशी आतंकवादियों के मुकाबले श्वेत वर्चस्व की मानसिकता वाले लोग देश के लिए अधिक बड़ा खतरा हैं.

बाइडेन ने कहा, हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते जिसे हमारी खुफिया एजेंसियों ने आज देश में सबसे बड़ा जानलेवा आतंकवादी खतरा बताया है.

राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, श्वेत वर्चस्ववाद आतंकवाद है और हम इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज करने नहीं जा रहे हैं. मेरे साथी देशवासियों देखिए हमें इस देश की आत्मा की रक्षा करने के लिए एकजुट होना होगा.

कैपिटोल पर हमला था अस्तित्व का संकट
बाइडेन ने कैपिटोल में छह जनवरी की विद्रोह की घटना पर कहा कि यह अस्तित्व का संकट था जिसने लोकतंत्र की परीक्षा ली.

उन्होंने कहा, आज जब हम यहां एकत्रित हुए हैं तो कैपिटोल पर हमला करने, हमारे लोकतंत्र की छवि बिगाड़ने वाली हिंसक भीड़ की तस्वीरें हमारे दिमाग में ताजा हो गई हैं. लोगों की जान गई. विद्रोह अस्तित्व का संकट था, एक ऐसी परीक्षा थी कि क्या हमारा लोकतंत्र बचा रह सकता है. वह बचा रहा.

वॉशिंगटन : अमेरिकी कांग्रेस को दिए पहले संयुक्त संबोधन में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि श्वेत वर्चस्व की भावना घरेलू आतंकवाद है, जिसके खिलाफ अमेरिका को चौकन्ना रहना होगा.

युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने के अपने फैसले पर चर्चा करते हुए बाइडेन ने कहा कि वैश्विक आतंकवादी नेटवर्क काफी हद तक देश से दूर चले गए हैं और विदेशी आतंकवादियों के मुकाबले श्वेत वर्चस्व की मानसिकता वाले लोग देश के लिए अधिक बड़ा खतरा हैं.

बाइडेन ने कहा, हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते जिसे हमारी खुफिया एजेंसियों ने आज देश में सबसे बड़ा जानलेवा आतंकवादी खतरा बताया है.

राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, श्वेत वर्चस्ववाद आतंकवाद है और हम इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज करने नहीं जा रहे हैं. मेरे साथी देशवासियों देखिए हमें इस देश की आत्मा की रक्षा करने के लिए एकजुट होना होगा.

कैपिटोल पर हमला था अस्तित्व का संकट
बाइडेन ने कैपिटोल में छह जनवरी की विद्रोह की घटना पर कहा कि यह अस्तित्व का संकट था जिसने लोकतंत्र की परीक्षा ली.

उन्होंने कहा, आज जब हम यहां एकत्रित हुए हैं तो कैपिटोल पर हमला करने, हमारे लोकतंत्र की छवि बिगाड़ने वाली हिंसक भीड़ की तस्वीरें हमारे दिमाग में ताजा हो गई हैं. लोगों की जान गई. विद्रोह अस्तित्व का संकट था, एक ऐसी परीक्षा थी कि क्या हमारा लोकतंत्र बचा रह सकता है. वह बचा रहा.

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