नई दिल्ली/गुरुग्राम: प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान का असर अब हरियाणा के सबसे पिछड़े जिले मेवात में भी देखने को मिलने लगा है. गुरुग्राम के सोहने से सटे नूंह के गांव बारोटा में एक परिवार ने बेटी के जन्म पर खूब धूमधाम से कुआं पूजन की किया.
बिना भेद बेटी के जन्म की खुशियां
बेटी का कुआ पूजन करने वाले परिवार ने लड़का-लड़की में फर्क नहीं किया. पूरा परिवार बेटी के पैदा होने पर खुशियों में डूबा हुआ है. बेटियों का गर्भ में कत्ल करने वाले और कराने वालें परिवारों के मुंह पर ये तमाचा है.
बेटी के जन्म पर डीजे पर थिरके लोग
बेटी की मां मिथलेश देवा का कहना है कि उनको बेटी-बेटे में कोई फर्क नहीं है. उन्होंने अपनी बेटी के पैदा होने पर कुआं पूजन किया. गांव डीजे बजाकर खुशियां मनाई. इस दौरान सभी दूर दराज को रिश्तेदारों को बुलाया और जमकर सभी डांस किया.
गांव में बंटी मिठाइयां
वहीं बेटी के पिता ने भी अपने आप को भाग्यशाली बताते हुए कहा कि बेटी हर किसी के घर पैदा नहीं होती. जिनके यहां बेटी पैदा होती हैं, वो लोग बहुत नसीब वाले होते हैं. उनके घर बेटी ने जन्म लिया है वो इस इस बात को लेकर बहुत खुश हों. उन्होंने इस पर अपने आस-पड़ोस में लड्डू बंटवाए और खूब खुशियां मनाई.
सरकार का 'बेटी बचाओ' अभियान
गोरतलब है कि केंद्र सरकार के साथ साथ बेटियों के गिरते जन्म अनुपात को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिससे कि बेटियों के जन्म अनुपात को बढ़ाया जा सके. जिसका असर अब मेवात जैसे पिछड़े जिला में भी देखने के लिए मिलने लगा है. जहां पर बेटे को जन्म दिए बिना परिवार तीसरी बेटी के जन्म पर कुआ पूजन कर खुशियां मना रहा है.