नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गाजियाबाद में प्रेग्नेंट महिलाओं को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए तीन कैटेगरी में व्यवस्था की गई है. जिससे नवजात और मां दोनों की सुरक्षित रहे.
क्या है तीन कैटेगरी व्यवस्था
तीन कैटेगरी में व्यवस्था के अंतर्गत
- पहली कैटेगरी में सामान्य प्रेग्नेंट महिलाओं को सामान्य वार्ड में एडमिट किया जाता है.
- दूसरी कैटेगरी L1 कैटेगरी है, जिसमें उन गर्भवती महिलाओं को रखा जा रहा है, जो कोरोना सस्पेक्ट है. इस कैटेगरी में महिला के कोरोना संबंधित सभी टेस्ट भी करवाए जाते हैं.
- तीसरी कैटेगरी L2 है, जिसमें कोरोना पॉजिटिव महिलाओं को एडमिट किया जाता है. इस कैटेगरी में महिला का कोरोना संबंधित उपचार किया जाता है, और डिलीवरी के बाद बच्चे के भी सभी टेस्ट किए जाते हैं.
अस्पताल ने दिए सवालों के जवाब
आजकल प्रेग्नेंट महिलाओं के सामने कई सवाल हैं, जिनका जवाब जिला महिला सरकारी अस्पताल ने दिए हैं. प्रेग्नेंट महिला हेल्पलाइन पर फोन करेगी. जिसके बाद जिला अस्पताल के कर्मचारी सबसे पहले प्रेग्नेंट महिला के घर जाकर ट्रैवल हिस्ट्री चेक करेंगे, अगर महिला सामान्य इलाके में रह रही हो और उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. तो उसे सामान्य प्रेग्नेंसी वार्ड में एडमिट किया जाएगा. इसके साथ ही हॉटस्पॉट में रह रही महिलाओं को L1 अस्पताल में एडमिट किया जाएगा.
तीन कैटेगरी, मकसद खास
इन कैटगरी में आने वाली महिलाओं को पूरी तरह से आइसोलेशन में रखा जाता है. यह सभी कैटेगरी बनाने का मकसद यही है कि कोरोना का संक्रमण गर्भवती महिलाओं में ना फैले, बच्चा और मां पूरी तरह से स्वस्थ रहे. इस मुश्किल के वक्त में महिला सरकारी अस्पताल की डॉक्टर और कर्मचारी पूरे जज्बे से काम कर रही हैं.