नई दिल्ली/गाजियाबाद: संपूर्ण भारत देश में 24 मार्च से लाॅकडाउन के बाद से 3 अप्रैल को आरोग्य सेतु एप को लॉन्च किया गया था. अब ऐसे में आरोग्य सेतु ऐप से युवाओं को क्या फायदा हो रहा है, और वो इसका किस तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने युवाओं की राय जानी.
लोगों को कोरोना से सतर्क करने के लिए आरोग्य सेतु ऐप
आरोग्य सेतु एप को अभी तक 100 मिलियन लोगों ने अपने मोबाइल में इंस्टॉल कर लिया है. सरकार और स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी भी कोरोना वायरस से सतर्क रहने और सटीक जानकारी के लिए आरोग्य सेतु ऐप को अधिक से अधिक लोगों के मोबाइल फोन में डाउनलोड करवाने का प्रयास किया जा रहा है.
कोरोना संदिग्ध मरीज की मिलती है जानकारी
ईटीवी भारत को युवा दीपक गोयल ने बताया कि उनको आरोग्य सेतु एप से कोरोना वायरस की हर एक मिनट, हर एक घंटे की अपडेट मिलती रहती है. इससे पता चलता है कि हमारे पास कोई कोरोना संक्रमित मरीज तो नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से उनको अपने क्षेत्र के आसपास में कोरोना मरीजों की भी जानकारी मिलती रहती है, और उनके घर परिवार में सभी लोग आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करते हैं साथ ही वह अन्य लोगों से भी ऐप को इस्तेमाल करने की अपील करते हैं.
ईटीवी भारत को सुमित शर्मा ने बताया कि वो आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल आस-पास कोरोना संदिग्ध के बारे में जानकारी पता करने के लिए करते हैं. इसलिए वो सभी लोगों से अपील करते हैं कि भी अपने मोबाइल में ऐप डाउनलोड करें. जिससे कि उन्हें कोरोना संदिग्ध मरीजों की और कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी मिलती रहे.
सभी को ऐप डाउनलोड करने की सलाह
वहीं युवा विशाल ने बताया कि वो आरोग्य सेतु पर लगातार अपडेट रहते हैं. जिससे कि उनको आसपास के कोरोना मरीज की जानकारी मिलती रहती है. इसलिए वो सभी से इस ऐप को डाउनलोड करने की अपील करते हैं और इस ऐप को लेकर उनका कहना है कि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत ही अच्छा विचार है. वहीं मोहित गर्ग ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप के इस्तेमाल से उन्हें फायदा मिलता है कि अगर कोई भी कोरोना मरीज उनके पास आता है, तो ये ऐप अलर्ट कर देता है. इसके साथ ही उनका कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऐप को लॉन्च करके बहुत ही अच्छा काम किया है.