नई दिल्ली/गाजियाबाद: प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में एक निजी न्यूज चैनल (news channel) के पत्रकार रहे सुलभ श्रीवास्तव (Sulabh Srivastava) की रविवार देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. इस मौत के साथ ही उनकी हत्या या सड़क दुर्घटना में मौत के कयास लगाए जाने लगे. बताया जाता है कि मौत के कारणों का अभी तक ठीक से पता नहीं चल सका है.
जानकारी के मुताबिक, सुलभ श्रीवास्तव (Sulabh Srivastava) रविवार को लालगंज कोतवाली (Lalganj Kotwali) क्षेत्र में एटीएस द्वारा पकड़े गए असलहे की फैक्ट्री (gun factory) मामले की कवरेज करने लालगंज (Lalganj) गए हुए थे. घटना के वक्त वह वहां से शाम को बाइक से घर लौटे थे.
संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर ज्ञापन सौंपा
गाजियाबाद (Ghaziabad) के पत्रकारों (Journalists) ने पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव (Sulabh Srivastava) की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह (Rakesh Kumar Singh) को मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को संबोधित ज्ञापन सौंपा.
पत्रकारों की जान की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाएं
पत्रकारों ने सामूहिक रूप से प्रदेश सरकार से मांग की है कि जांबाज पत्रकार स्वर्गीय सुलभ श्रीवास्तव के आश्रितों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता (Financial Aid) एवं सरकारी नौकरी (Government Job) दी जाए और पत्रकारों की जान की सुरक्षा के लिए तत्काल प्रभाव से अत्यंत प्रभावी कदम उठाए जाएं.
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जानकारी के मुताबिक सुलभ श्रीवास्तव (Sulabh Srivastava) रविवार को प्रतापगढ़ Pratapgarh) के लालगंज कोतवाली क्षेत्र में एटीएस द्वारा पकड़े गए असलहे की फैक्ट्री (gun factory) मामले की कवरेज करने लालगंज गए हुए थे.
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घटना के वक्त वह वहां से शाम को बाइक से घर लौटे थे. इसी बीच देर रात करीब 11 बजे जानकारी मिली की सुलभ श्रीवास्तव (42) पुत्र स्व. हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव घायल अवस्था में कटरा मेदनीगंज चौराहे के पास पड़े हैं. फौरन उन्हें जिला चिकित्सालय लाया गया. यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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